हार्दिक पांड्या की कप्तानी में क्यों मिली सबसे शर्मनाक हार, इन वजहों से टीम का हुआ बेड़ागर्क
भारतीय टीम को वेस्टइंडीज दौरे पर हार्दिक पांड्या की कप्तानी में 3-2 से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा।
India vs West Indies T20 Series: टी20 वर्ल्ड कप 2024 वेस्टइंडीज और अमेरिका की धरती पर खेला जाना है। अगले वर्ल्ड कप के लिए हार्दिक पांड्या को टीम इंडिया का कप्तान बनने का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। अब वेस्टइंडीज टूर पर टीम इंडिया को पांच टी20 मैचों की सीरीज में 3-2 से हार का सामना करना पड़ा है। सीरीज में शुरुआती दो मैच हारने के बाद टीम इंडिया ने धमाकेदार वापसी की थी और अगले दो मैच जीतकर सीरीज 2-2 से बराबरी पर थी, लेकिन फिर पांचवें टी20 मैच में भारत को 8 विकेट शर्मनाक शिकस्त झेलनी पड़ी और मैच के साथ भारत ने सीरीज भी गंवा दी। भारतीय टीम के सीरीज हारने के कई अहम कारण रहे।
कप्तान के तौर पर फ्लॉप हुए हार्दिक
भारतीय टीम को हार्दिक पांड्या की कप्तानी में वेस्टइंडीज के खिलाफ 3-2 से हार का सामना करना पड़ा। ऐसा पहली बार हुआ है कि टीम इंडिया को टी20 सीरीज के तीन मैचों में हार का सामना करना पड़ा हो। कप्तान हार्दिक ने टीम में लगातार बदलाव किए और वेस्टइंडीज टूर पर टीम को एक्सपेरिमेंट का अड्डा बना दिया। सीरीज हारने के बाद भारतीय दिग्गज वेंकटेश प्रसाद ने उन्हें लताड़ भी लगाई है। हार्दिक ने कई ऐसे फैसले लिए जिनसे टीम का बंटाधार हो गया। विंडीज के खिलाफ दूसरे टी20 में रवि बिश्नोई को मौका दिया गया, फिर इसके बाद बिना वजह से तीसरे टी20 से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। 140 किलोमीटर प्रतिघंटा से ज्यादा रफ्तार से गेंदबाजी करने वाले उमरान मलिक को एक भी मौका नहीं मिला। कप्तान हार्दिक पांड्या अहम मौकों पर DRS का भी सही से इस्तेमाल नहीं कर पाए।
पहले दो टी20 मैचों में ईशान किशन ने विकेटकीपिंग की भूमिका निभाई थी, फिर बाद के मैचों में उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। उनकी जगह संजू सैमसन को विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी दे दी गई। वहीं, दूसरी तरफ खराब फॉर्म से जूझ रहे शुभमन गिल प्लेइंग इलेवन में बने रहे। कप्तान हार्दिक ने कभी गेंदबाजी की शुरुआत खुद की, तो कभी स्पिनर अक्षर पटेल से करवाई। पूरी सीरीज के दौरान वह सही टीम संयोजन नहीं तलाश कर पाए।
वेस्टइंडीज के खिलाफ हार्दिक पांड्या खुद अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए। पांच मैचों की टी20 सीरीज में उनके बल्ले से सिर्फ 77 रन ही निकले। वहीं, गेंदबाजी में 4 विकेट ही ले पाए। वही टीम अच्छा कर पाती, जिनके कप्तान आगे बढ़कर जिम्मेदारी के साथ खेलें, लेकिन जब भारतीय टीम का सेनापति ही खराब प्रदर्शन कर रहा है, तो बाकी टीम से आप उम्मीद ही क्या कर सकते हैं।
बिखरी टीम इंडिया की बल्लेबाजी
मजबूत बल्लेबाजी टीम इंडिया की सबसे बड़ी ताकत मानी जाती है, लेकिन वेस्टइंडीज दौरे पर भारतीय टीम की बल्लेबाजी बुरी तरह से बिखरी हुई नजर आई। टीम इंडिया के पांच टी20 मैचों की सीरीज में सिर्फ चार बल्लेबाज ही अर्धशतक लगा पाए। ईशान किशन और शुभमन गिल पहले दो टी20 मैचों में टीम इंडिया को मजबूत शुरुआत नहीं दिला पाए। वहीं, टीम इंडिया के लिए मिडिल ऑर्डर में हार्दिक पांड्या और संजू सैमसन भी बड़ी पारियां नहीं खेल पाए। स्टार खिलाड़ियों के जल्दी आउट होने से निचले क्रम के बल्लेबाजों पर दबाव बढ़ जाता है। इसी वजह से ही टीम इंडिया बड़ा स्कोर नहीं बना पाती। वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज में ईशान किशन ने 33 रन, गिल ने 102 रन, हार्दिक ने 77 रन, सैमसन ने 32 रन और अक्षर पटेल ने 40 रन बनाए।
कमजोर कड़ी बना खिलाड़ी
भारतीय टीम की प्लेइंग इलेवन में तीन स्पिनर खेले। इनमें अक्षर पटेल, युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव खेले। वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 सीरीज के दौरान चहल अपने नाम के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए और उनके खिलाफ विंडीज के बल्लेबाजों ने खूब रन बनाए। वह टीम इंडिया के लिए गेंदबाजी में सबसे बड़ी कमजोरी साबित हुए। उन्होंने भारतीय टीम के लिए 5 मैचों में सिर्फ 5 विकेट ही झटक पाए, जबकि दूसरी तरफ कुलदीप यादव ने शानदार खेल दिखाया।
अगले टी20 वर्ल्ड कप के लिए हार्दिक पांड्या को संभावित कप्तान माना जा रहा है, लेकिन उनकी कप्तानी में टीम इंडिया के लिए ये हार नींद से जगाने वाली है। वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए टीम इंडिया में विराट कोहली और रोहित शर्मा को आराम दिया गया। इसी वजह से टीम में युवा खिलाड़ियों को मौका मिला था, लेकिन युवा खिलाड़ियों को एक्सपेरिमेंट्स का शिकार बन गए और टीम को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा।
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