Explainer: ऑनलाइन फ्रॉड रोकने के लिए सरकार लाई Chakshu पोर्टल, जानें कैसे करें इस्तेमाल
Chakshu Portal: सरकार ने ऑनलाइन फ्रॉड पर लगाम लगाने के लिए आम नागरिक को चक्षु दे दिया है। दूरसंचार विभाग के इस डिजिटल इंटेलिजेंस पोर्टल पर यूजर्स फर्जी कॉल्स, मैसेज आदि की शिकायत कर सकते हैं। सरकार इस पोर्टल के जरिए मिली शिकायतों पर तत्काल ऐक्शन लेगी।
Chakshu Portal: इन दिनों ऑनलाइन फ्रॉड, फर्जी कॉल के कई मामले सामने आ रहे हैं। केन्द्र सरकार ने बढ़ते फर्जी कॉल पर रोक लगाने के लिए चक्षु पोर्टल (Chakshu Portal) लॉन्च किया है। यह केन्द्र सरकार के संचार साथी इनिशिएटिव का हिस्सा है, जिसे दूरसंचार विभाग ने तैयार कि है। इस पोर्ट के जरिए यूजर्स फ्रॉड कॉल्स और मैसेज की शिकायत कर सकते हैं। इससे पहले दूरसंचार नियामक TRAI ने भी टेलीकॉम कंपनियों को फर्जी कॉल्स पर रोक लगाने के लिए कॉलर नेम प्रजेंटेशन (CNAP) सर्विस लाने के लिए कहा है।
Sanchar Saathi इनिशिएटिव के तहत तैयार किया गया चक्षु पोर्टल एक डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म (DIP) है, जिसे संचार साथी के साथ इंटिग्रेट किया गया है। इस पोर्टल पर रिपोर्ट किए गए नंबर, मैसेज आदि पर स्टेकहोल्डर्स तेजी से ऐक्शन ले सकेंगे। केन्द्रीय आईटी और संचार मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि चक्षु पोर्टल ऑनलाइन फ्रॉड से लड़ने में सरकार की मदद करेगा।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि पिछले 9 महीनों में सरकार ने लोगों को करीब 1,000 रुपये की ठगी से बचाया है और फ्रॉड ट्रांजैक्शन से लिंक करीब 1,008 बैंक अकाउंट्स को फ्रीज किया गया है। चक्षु पोर्टल के जरिए यूजर्स फर्जी कॉल्स के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले मोबाइल नंबर, मैसेज आदि को रिपोर्ट कर सकेंगे, ताकि सरकार उनपर ऐक्शन ले सके।
क्या है Chakshu पोर्टल और कैसे करें इस्तेमाल?
केन्द्र सरकार के संचार साथी इनिशिएटिव के तौर पर लॉन्च किए गए चक्षु पोर्टल के जरिए यूजर्स फ्रॉड कम्युनिकेशन को रिपोर्ट कर सकेंगे। यह कम्युनिकेशन फर्जी कॉल्स, एसएमएस, ई-मेल आदि के जरिए किया गया होगा। यूजर्स इसके अलावा बैंक अकाउंट्स, पेमेंट वॉलेट, सिम कार्ड संबंधी शिकायतें कर सकते हैं।
- चक्षु पोर्टल को इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले sancharsaathi.gov.in पर जाएं।
- यहां सिटिजन सेंट्रिक सर्विसेज के अंदर दिए गए चक्षु ऑप्शन पर क्लिक करें।
- इसके बाद दिए गए डिस्क्लेमर को पढ़ें और रिपोर्ट करने के लिए आगे बढ़ें।
- अगले पेज पर आपको एक फॉर्म भरना होगा, जहां मीडियम, कैटेगरी, फ्रॉड कम्युनिकेशन का समय आदि भरना होगा।
- इसके बाद अपनी निजी जानकारियां भरकर OTP दर्ज करना होगा।
- ऐसा करने के बाद फर्जी कम्युनिकेशन की शिकायत दर्ज हो जाएगी।
चक्षु पोर्ट पर कर सकते हैं इन चीजों की शिकायत
- आपके आई पर अंजान मोबाइल नंबर जारी हुआ है, तो उसे भी आप यहां रिपोर्ट कर सकते हैं।
- खोए हुए या फिर चोरी हुए मोबाइल हैंडसेट को ब्लॉक करने और ढूंढ़ने के लिए।
- मोबाइल हैंडसट की प्रमाणिकता जांचने के लिए कि नया है या फिर इस्तेमाल किया हुआ है।
- इंटरनेशनल नंबर से आने वाले फ्रॉड कॉल्स को रिपोर्ट करने के लिए।
- लाइसेंस वायरलाइन इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स की जांच करने के लिए।
दूरसंचार विभाग ने चक्षु शब्द संस्कृत से लिया है, जिसका मतलब होता है आंख। यह पोर्टल यूजर्स के लिए एक आंख की तरह काम करेगा, जिसके जरिए कई चीजों पर नजर रखा जा सकेगा। दूरसंचार विभाग का यह डिजिटल इंटेलिजेंस पोर्टल यूजर्स द्वारा की जाने वाली शिकायतों को केंद्रीय एजेंसी, बैंक और अन्य फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट के साथ शेयर करता है। चक्षु और डिजिटल इंटेलिजेंस प्रोग्राम के तहत सरकार ऑनलाइन फ्रॉड को कम करने की कोशिश करेगी।
केन्द्रीय आईटी मिनिस्टर अश्विणी वैष्णव ने यूजर्स को आशवस्त किया है कि इस चक्षु पोर्टल के जरिए रिपोर्ट किए गए नंबर की गहन जांच की जाएगी और उसपर जरूरी ऐक्शन लिया जाएगा। सरकार देश के फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट जैसे कि भारतीय रिजर्व बैंक के साथ मिलकर अपराधियों द्वारा लूटे गए पैसों की रिकवरी से लेकर बैंक अकाउंट को फ्रीज करने के लिए काम कर रही है।
यह भी पढ़ें - Flipkart को क्यों शुरू करनी पड़ी UPI सर्विस? जानें 5 मुख्य वजह