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Hindi News Explainers Explainer: यूपी में बीजेपी की पहली लिस्ट में 90 फीसदी पुराने कैंडीडेट्स, क्या है पार्टी की नई रणनीति?

Explainer: यूपी में बीजेपी की पहली लिस्ट में 90 फीसदी पुराने कैंडीडेट्स, क्या है पार्टी की नई रणनीति?

भाजपा ने प्रत्याशियों की पहली लिस्ट में पुराने नेताओं पर भरोसा जताया है। पांच राज्य तो ऐसे हैं जहां बीजेपी ने पुराने उम्मीदवारों को ही टिकट दिया है, वहीं यूपी के 90 फीसदी प्रत्याशियों को दोबारा टिकट दिया गया है।

भाजपा ने पुराने सांसदों पर जताया भरोसा।- India TV Hindi Image Source : INDIA TV भाजपा ने पुराने सांसदों पर जताया भरोसा।

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव को लेकर सभी दलों की तैयारियां तेज हो गई हैं। इसी क्रम में भारतीय जनता पार्टी ने प्रत्याशियों की पहली लिस्ट भी जारी कर दी है। ये लिस्ट जारी करने से पहले भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेताओं ने काफी गहन विचार किया। इसके बाद प्रत्याशियों की पहली लिस्ट तैयारी की गई। वहीं अगर भाजपा की पहली लिस्ट की बात करें तो इस लिस्ट में 195 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया गया है। इस लिस्ट में जहां कई पुराने नेताओं के टिकट कटे हैं तो वहीं ज्यादातर सांसद ऐसे हैं, जिनपर भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर से भरोसा जताया है और उन्हें चुनावी मैदान में उतारा है।

पांच राज्यों में घोषित सभी प्रत्याशी पुराने

बीजेपी ने अपनी पहली लिस्ट में ऐसे नेताओं को टिकट देने पर फोकस किया गया है, जो भाजपा को जीत दिला सकें। इसी क्रम में भाजपा की पहली लिस्ट में जिन 195 सीटों पर प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की गई है, उनमें से 115 सीटों पर अभी भाजपा का कब्जा है। ऐसे में ये कहा जा सकता है कि भाजपा ने पुराने सांसदों पर भरोसा जताया है। इनमें पांच राज्य तो ऐसे हैं जहां पर बीजेपी ने पूरी तरह से अपने पुराने सांसदों पर ही भरोसा जताया है और उन्हें टिकट दिया है। इनमें उत्तराखंड, गोवा, दमन और दीव, जम्मू-कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश ऐसे राज्य हैं, जहां बीजेपी ने पुराने सांसदों पर ही भरोसा जताया है।

मंत्रियों पर भी जताया भरोसा

इसके अलावा बात करें मोदी सरकार के मंत्रियों की तो यहां भी बीजेपी ने दिल खोलकर भरोसा जताया है। अपनी पहली लिस्ट में बीजेपी ने 34 केंद्रीय मंत्रियों, 2 पूर्व मुख्यमंत्री और एक स्पीकर को भी टिकट दिया है। इनमें खास चेहरों की बात करें तो ओम बिड़ला (स्पीकर), शिवराज सिंह चौहान (पूर्व सीएम, मध्य प्रदेश) का नाम बिप्लब कुमार देब (पूर्व सीएम, त्रिपुरा) सबसे ऊपर है। इनके अलावा राजनाथ सिंह, अमित शाह, स्मृति ईरानी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरण रिजिजू, डॉ महेंद्र नाथ पांडेय साध्वी निरंजन ज्योति और संजीव बालियान जैसे कुछ ऐसे चेहरे हैं, जिनपर बीजेपी ने आंख बंद करके भरोसा किया है और दोबारा लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाया है। बीजेपी को इन प्रत्याशियों से जीत की पूरी उम्मीद है।

यूपी में 51 में 46 उम्मीदवार पुराने

कहा जाता है कि दिल्ली की सियासत का रास्ता उत्तर प्रदेश के गलियारे से होकर जाता है। ऐसे में बीजेपी की पहली लिस्ट में उत्तर प्रदेश को देखना अहम हो जाता है। यूपी की बात करें तो यहां पर बीजेपी ने पहली लिस्ट में 51 प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की है। इसमें से भी 46 उम्मीदवार ऐसे हैं, जिनपर बीजेपी ने दोबारा भरोसा जताया है। यानी यहां भी बीजेपी ने 90 प्रतिशत पुराने प्रत्याशियों पर ही भरोसा जताया है, जबकि सिर्फ 10 प्रतिशत नए प्रत्याशियों को टिकट दिया गया है। यूपी में बीजेपी के पुराने कद्दावर नेताओं की बात करें तो इसमें नरेंद्र मोदी, राजनाथ सिंह, अजय मिश्रा टेनी, सत्यपाल सिंह बघेल, राज कुमार चाहर, साक्षी महाराज, रामशंकर कठेरिया, सुब्रत पाठक, रवि किशन और डॉ महेंद्र नाथ पांडे जैसे नाम शामिल हैं। 

भाजपा की क्या है रणनीति

अभी भी बीजेपी की कई लिस्टें आनी बाकी हैं। लेकिन बीजेपी ने अपनी पहली लिस्ट में प्रत्याशियों का चयन करने से पहले कई बातों का विशेष ध्यान रखा है। इसमें प्रत्याशियों के प्रदर्शन से लेकर उनकी छवि को भी देखा गया है। बीजेपी की आगे आने वाली लिस्ट में इन बातों पर ध्यान रखा जाएगा। ऐसे में ये साफ हो गया है इस बार चुनाव में बीजेपी किसी भी सीट पर हार का रिस्क लेने के मूड में नहीं है। बता दें कि बीजेपी के उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में उत्तर प्रदेश के 51, मध्य प्रदेश के 24, गुजरात के 15, राजस्थान के 15, कर्नाटक के 12, तेलंगाना के 09, असम के 11, झारखंड के 11, छत्तीसगढ़ के 11, दिल्ली के 5, जमू-कश्मीर के 2, उत्तराखंड के 3, दमन और द्वीव के 1, गोवा के 1, अंडमान निकोबार द्वीप समूह से 1, त्रिपुरा के 1 और अरुणाचल प्रदेश के 2 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है।

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