Explainer: प्रिगोझिन की मौत के बाद पुतिन ने पल्टा पासा, चल दी निजी सेना पर नियंत्रण की चाल; वैगनर सैनिकों को दिया ये आदेश
मास्को विमान हादसे में रूस की निजी सेना वैगनर ग्रुप के चीफ येवगिनी प्रिगोझिन की मौत के बाद राष्ट्रपति पुतिन ने बड़ा दांव खेल दिया है। इससे अब वैगनर को बचने का कोई रास्ता नहीं सूझ रहा। अब तक वैगनर सैनिक अमेरिकी की उस खुफिया रिपोर्ट के बाद पुतिन से भड़के हुए हैं जिसमें कहा है कि प्रिगोझिन की मौत हादसा नहीं हत्या थी।
Explainer: रूस की निजी सेना वैगनर ग्रुप के चीफ येवगिनी प्रिगोझिन की मौत के बाद अब राष्ट्रपति पुतिन ने बड़ा दांवा खेला है। निजी सेना का नियंत्रण अपने हाथ में लेने के लिए पुतिन ने वैगनर सेनानियों को निष्ठा की शपथ पर हस्ताक्षर करने का आदेश दिया दिया है। ऐसा नहीं करने पर वैगनर सेनानियों को पुतिन के कोपभाजन का भी शिकार होना पड़ सकता है। पुतिन ने वैगनर सेनानियों को यह आदेश ऐसे वक्त में दिया है, जब प्रिगोझिन के विमान हादसे को अमेरिकी खुफिया विभाग की रिपोर्ट में हादसा न बताकर निजी जेट को जानबूझकर मार गिराने का आरोप लगाया गया है। मगर क्रेमलिन ने अमेरिका के इस आरोप को तत्काल प्रभाव से खारिज कर दिया था। हादसा और हत्या के बीच पनपी आशंका के बीच वैगनर समर्थकों और उसके कुछ सेनानियों ने भी इसे पुतिन की बदले की कार्रवाई मान लिया है। इसके चलते वैगनर ग्रुप और क्रेमलिन के बीच की खाईं गहराने लगी है। मगर इससे पहले ही पुतिन ने वैगनर सेनानियों को निष्ठा की शपथ पर हस्ताक्षर करने का आदेश देकर निजी सेना को करो या मरो की स्थिति में ला दिया है।
अब सभी की निगाहें वैगनर ग्रुप के सेनानियों पर टिक गई हैं कि वह राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के आदेशों का पालन किस तरह से करते हैं। वैगनर सेनानियों को रूसी राज्य के प्रति निष्ठा की शपथ पर हस्ताक्षर करने का आदेश दिया गया है, क्योंकि माना जा रहा है कि एक घातक विमान दुर्घटना में भाड़े के समूह के अस्थिर प्रमुख येवगिनी प्रिगोझिन की मौत हो गई है। हालांकि आधिकारिक रूप से यह ऐलान अभी नहीं किया गया है। मगर रूस के विमान प्राधिकरण ने यह कहकर अप्रत्यक्ष रूप से प्रिगोझिन के मौत की पुष्टि कर दी है कि वैगनर चीफ एक निजी जेट पर सवार थे और वह मास्को में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस विमान में सवार कोई भी व्यक्ति जीवित नहीं बचा। इसके बावजूद प्रिगोझिन की मौत की आधिकारिक पुष्टि करने के लिए हादसे की साइट से नमूने लिए गए हैं। ताकि डीएनए की जांच के आधार पर यह स्पष्ट किया जा सके कि प्रिगोझिन की भी इस हादसे में मौत हो चुकी है।
पुतिन ने तत्काल प्रभाव से वैगनर सैनिकों को रूस से निष्ठा के दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने का आदेश दिया
प्रिगोझिन को पुतिन के आदेश पर विमान हादसे में मार दिए जाने के दावे को क्रेमलिन ने सरासर झूठ बताते हुए खारिज कर दिया था। इसके बाद अब राष्ट्रपति पुतिन ने शुक्रवार को तत्काल प्रभाव से बदलाव लाने वाले डिक्री पर हस्ताक्षर किया है। साथ ही वैगनर सैनिकों को भी इस पर तत्काल प्रभाव से रूसी राज्य के प्रति निष्ठा रखने के दस्तावेजों पर हस्ताक्षर का आदेश दिया है। वहीं प्रिगोझिन की मौत को लेकर क्रेमलिन ने अभी भी परीक्षण के परिणामों की प्रतीक्षा करने की आवश्यकता का हवाला देते हुए निश्चित रूप से इसकी पुष्टि करने से इनकार कर दिया है। हालांकि रूस के विमानन प्राधिकरण ने कहा है कि रूस के सेना प्रमुखों के खिलाफ दो महीने असफल विद्रोह का नेतृत्व करने के ठीक दो महीने बाद बुधवार शाम को वैगनर चीफ प्रिगोझिन एक निजी जेट में सवार हुए थे। वह मॉस्को के उत्तर-पश्चिम में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें कोई भी जीवित नहीं बचा। इससे साफ है कि प्रिगोझिन अब इस दुनिया में नहीं हैं।
"टैलेंटेड था प्रिगोझिन, मगर उसने कीं गंभीर गलतियां"-क्या है पुतिन के इस बयान का मतलब
मास्को विमान हादसे में प्रिगोझिन के मामरे जाने के एक दिन बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने वैगनर चीफ समेत दुर्घटना में मारे गए सभी लोगों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की थी। इसके बाद पुतिन ने कहा था कि प्रिगोझिन काफी टैलेंटेड व्यक्ति था, लेकिन उसने कई बार गंभीर गलतियां भी की। हालांकि गलतियों के बाद भी उसने सफलता पाई। पुतिन के इस बयान का क्या मतलब निकाला जाए?...विशेषज्ञ मानते हैं कि पुतिन के इस बयान से साफ है कि पहले कभी पुतिन का बहुत करीबी रहा प्रिगोझिन अपने राष्ट्रपति के भरोसे के काबिल नहीं रह गया था। पुतिन पहले उस पर बहुत भरोसा करते थे, मगर उसने कई बार गंभीर गलतियां की। इनमें से उसकी एक बड़ी गलती पुतिन से सीधे बगावत करना भी थी। ...क्या यही बात पुतिन के दिलों दिमाग में बैठ गई, जिसके चलते प्रिगोझिन को अपनी जान गवांनी पड़ी या फिर वाकई वैगनर चीफ की मौत विमान हादसे के चलते ही हुई है। यह सब जांच का विषय है, जिससे रहस्य का पर्दा हटना मुश्किल ही है। इस हादसे में प्रिगोझिन के साथ उनके शीर्ष वैगनर सहयोगी भी मारे जा चुके हैं। मगर पुतिन के बयान से साफ है कि बगावत के बाद दोनों के बीच हुआ समझौता भी टूटे दिलों को दोबारा नहीं जोड़ सका था। पुतिन के दिमाग में यह बात हमेशा के लिए बैठ चुकी थी कि प्रिगोझिन अब उनके किसी काम का नहीं रहा।
पुतिन ने अब क्यों दिया वैगनर सैनिकों को निष्ठा की शपथ पर हस्ताक्षर का आदेश
वैगनर और अन्य निजी सैन्य ठेकेदारों के कर्मचारियों के लिए पुतिन द्वारा निष्ठा की शपथ को अनिवार्य किए जाने की शुरुआत ऐसे समूहों को राज्य के कड़े नियंत्रण में लाने का एक स्पष्ट कदम है। रूस से निष्ठा की शपथ लेने वाली इस डिक्री को क्रेमलिन वेबसाइट पर प्रकाशित किया गया है। यह डिक्री रूसी सेना की ओर से काम करने वाले या मॉस्को द्वारा यूक्रेन में अपने "विशेष सैन्य अभियान" का समर्थन करने वाले किसी भी व्यक्ति को रूस के प्रति निष्ठा की औपचारिक शपथ लेने के लिए बाध्य करती है। डिक्री में इसे रूस की रक्षा की आध्यात्मिक और नैतिक नींव बनाने के कदम के रूप में वर्णित किया गया है। निष्ठा की शपथ के शब्दों में एक पंक्ति यह भी शामिल है कि "यह शपथ लेने वाले लोग कमांडरों और वरिष्ठ नेताओं के आदेशों का सख्ती से पालन करने का वादा करते हैं।"
पश्चिम के आरोपों पर रूस ने दिया जवाब
पश्चिमी राजनेताओं और टिप्पणीकारों ने सबूत पेश किए आरोप लगाया है कि पुतिन ने 23-34 जून को सेना के नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह शुरू करने के लिए प्रिगोझिन को दंडित करने के उद्देश्य से उन्हें मारने का आदेश दिया था। क्योंकि वर्ष 1999 में सत्ता में आने के बाद से पुतिन के लिए अपने अब तक के शासन के दौरान प्रिगोझिन की बगावत सबसे बड़ी चुनौती थी। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने शुक्रवार को पश्चिमी देशों के इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि ये सब झूठे हैं। पेसकोव ने कहा कि बेशक, इस विमान दुर्घटना और येवगेनी प्रिगोझिन सहित विमान के यात्रियों की दुखद मौतों को लेकर काफी अटकलें लगाई जा रही हैं। मगर पश्चिम में यह सभी अटकलें एक प्रसिद्ध दृष्टिकोण से प्रस्तुत की गई हैं।" उन्होंने कहा, "यह सब बिल्कुल झूठ है, और यहां, इस मुद्दे को कवर करते समय, अपने आप को तथ्यों पर आधारित करना आवश्यक है। अभी तक बहुत सारे तथ्य नहीं हैं। उन्हें जांच और कार्रवाई के दौरान स्थापित करने की आवश्यकता है।" 'नतीजों का इंतजार करें' रूसी जांचकर्ताओं ने इस बात की जांच शुरू कर दी है कि क्या हुआ था।
यह भी पढ़ें
तोशाखाना के बाद अब इमरान के पीछे पड़ा गोपनीय दस्तावेज मामले का जिन्न, अटक जेल पहुंची पाकिस्तान पुलिस
अमेरिका के फ्लोरिडा में हमलावर ने चलाई ताबड़तोड़ गोलियां, 3 अश्वेत लोगों की मौत