अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा का कहना है कि उनकी मां पूनम सिन्हा उनकी फिल्मों को लेकर बहुत ही ईमानदारी से प्रतिक्रिया देती हैं। उन्होंने कहा, "मेरी सबसे बड़ी आलोचक मेरी मां है और वह हमेशा जबरदस्त रही हैं। उनके इनपुट्स मुझे हमेशा बेहतर बनाने में मदद करते हैं और वे मेरे लिए बहुत मायने रखते हैं। वह जब मेरी तारीफ या आलोचना करती हैं, तो बहुत ईमानदारी से करती हैं।"
अपने अभिनय को लेकर सोनाक्षी ने कहा, "ज्यादातर समय मैं अपने काम से खुश रहती हूं, लेकिन कभी-कभी मुझे लगता है कि मैं कुछ बेहतर या अलग तरीके से कर सकती थी। मुझे लगता है कि यह मानवीय सोच है। सबसे ज्यादा अहम यह है कि मैं अपने अतीत में किए गए काम से कुछ बेहतर करूं।"
फिल्मों के चुनाव को लेकर सोनाक्षी कहती हैं, "मैं अपनी सहज बुद्धि पर भरोसा करती हूं। कई बार ऐसा हुआ कि मैं स्क्रिप्ट सुनकर बोर भी हुई। मेरे लिए बस उस कहानी का क्लिक होना जरूरी है। वहीं बॉक्स ऑफिस के आंकड़े मेरे लिए मायने नहीं रखते। बल्कि जब जब मैं सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर का एक हिस्सा था, तब भी मेरे लिए यह मायने नहीं रखता था। मेरी प्राथमिकता मेरे काम का आनंद लेना है। वह काम करना है जो मैं करना चाहती हूं और उससे मेरे परिवार गर्व महसूस करे, बाकी सब बाद की बात है।"
अभिनेत्री जल्द ही मिनी सीरीज 'फॉलेन' के जरिए डिजिटल डेब्यू करने जा रही हैं। इसके अलावा वह युद्ध पर आधारित फिल्म 'भुज: द प्राइड ऑफ इंडिया' के साथ-साथ एक और फिल्म 'बुलबुल तरंग' में भी नजर आएंगी।
(इनपुट-आईएएनएस)