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Hindi News मनोरंजन टीवी 'तारक मेहता का उल्‍टा चश्‍मा' को अब्‍दुल ने कहा अलविदा? शरद सांकला ने शो छोड़ने पर तोड़ी चुप्पी

'तारक मेहता का उल्‍टा चश्‍मा' को अब्‍दुल ने कहा अलविदा? शरद सांकला ने शो छोड़ने पर तोड़ी चुप्पी

सोशल मीडिया पर चर्चा थी कि 'तारक मेहता का उल्‍टा चश्‍मा' में अब्दुल का किरदार निभाने वाले शरद सांकला ने 16 साल बाद शो छोड़ने का फैसला किया है। इस बीच अब शरद सांकला ने अपनी चुप्पी तोड़ी है।

Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah - India TV Hindi Image Source : INSTAGRAM अब्‍दुल उर्फ शरद सांकला ने 16 साल बाद छोड़ दिया शो

लंबे समय से चलते आ रहे मशहूर टीवी शो में से एक 'तारक मेहता का उल्‍टा चश्‍मा' एक बार फिर से चर्चा में आ गया है। हाल ही में, ऐसी खबरें सामने आईं थी कि शो में अब्दुल का किरदार निभाने वाले शरद सांकला ने शो छोड़ दिया है। मौजूदा कहानी के अनुसार, अब्दुल का किरदार शो से गायब हो जाता है, जिसके बाद दर्शकों ने अनुमान लगाना शुरू कर दिया कि उन्होंने शो को अलविदा कह दिया है। अब, शरद सांकला ने इन सभी दावों का खंडन किया है और खुलासा किया है उनका शो छोड़ने का कोई इरादा नहीं है।

अब्‍दुल उर्फ शरद सांकला ने शो को कहा अलविदा?

'तारक मेहता का उल्‍टा चश्‍मा' छोड़ने की अफवाहों पर रिएक्ट करते हुए शरद ने ईटाइम्स से बातचीत में कहा कि, 'नहीं, ये खबरें बिल्कुल झूठ हैं। मैं कहीं नहीं जा रहा हूं और अभी भी शो का हिस्सा हूं। शो की स्टोरीलाइन ऐसी है मेरा किरदार बहुत जल्द अब्दुल बन वापस आ जाएगा। ये सब मेरे शो की कहानी का हिस्सा है। यह बहुत प्यारा शो है और मैं अब्दुल के किरदार की वजह से जाना जाता हूं, यह मेरे लिए एक बड़ी उपलब्धि है। मैं शो क्यों छोड़ूंगा? मैं शो छोड़ने के बारे में सोच भी नहीं सकता।'

शरद सांकला ने शो छोड़ने पर तोड़ी चुप्पी

'तारक मेहता का उल्‍टा चश्‍मा' की टीम और इसके निर्माता असित कुमार मोदी की प्रशंसा करते हुए, शरद ने कहा, 'प्रोडक्शन हाउस नीला टेलीफिल्म्स मेरे लिए एक परिवार की तरह है और हमारे निर्माता असित कुमार मोदी मेरे कॉलेज के दोस्त हैं, मैं कभी भी शो नहीं छोड़ूंगा। जब तक शो चलता रहेगा, तब तक मैं उसका हिस्सा बना रहूंगा।'

तारक मेहता का उल्‍टा चश्‍मा की कहानी

शो में इन दिनों दिखाया जा रहा है कि गोकुलधाम सोसाइटी के निवासी अब्दुल के लापता होने के बाद सभी लोग परेशान हो गए हैं। वहीं अब्दुल इसलिए गायब हो जाते हैं क्योंकि सोसाइटी के सदस्य उनका जन्मदिन भूल गए हैं। फिर सोसाइटी के सदस्य इंस्पेक्टर चालू पांडे की मदद लेते हैं जो अब्दुल को ट्रैक करने में लग जाते हैं।