बीआर चोपड़ा हिंदी सिनेमा का वो नाम रहे हैं, जो सदियों तक लोगों के दिलों में जिंदा रहेंगे। उन्होंने इंडियन टेलीविजन को एक ऐसी सीरीज दी, जिसके सामने आज के समय की पौराणिक सीरीज भी फीकी हैं। हम बात कर रहे हैं 'महाभारत' की, जिसके किरदार अब भी दर्शकों के दिलों में जिंदा हैं। महाभारत में नितीश भारद्वाज ने श्रीकृष्ण का किरदार निभाया था तो मुकेश खन्ना ने भीष्म पितामह का। पौराणिक धारावाहिक के इन किरदारों के साथ ही 'द्रौपदी' के किरदार के लिए रूपा गांगुली ने भी खूब सुर्खियां बटोरी थीं। आज रूपा गांगुली का जन्मदिन है। उन्होंने टीवी सीरियल के अलावा बॉलीवुड से लेकर बंगाली फिल्मों भी काम किया है। हालांकि, बाद में उन्होंने एक्टिंग को छोड़कर राजनीति का दामन थाम लिया। आज उनके जन्मदिन पर चलिए आपको उनसे जुड़ी कुछ खास बातें बताते हैं।
महाभारत में द्रौपदी का किरदार निभाकर घर-घर में हुईं फेमस
रूपाली गांगुली का जन्म 25 नवंबर 1966 को कोलकाता में हुआ था। उन्होंने अपनी पढ़ाई कोलकाता से ही पूरी की, पढ़ाई कंप्लीट करने के बाद उन्होंने फिल्मों में करियर बनाने के लिए मुंबई का रुख कर लिया। रूपा गांगुली ने 1985 में आई फिल्म 'साहेब' से बॉलीवुड डेब्यू किया। इस फिल्म में वह अनिल कपूर के साथ नजर आई थीं। इसके बाद उन्होंने 'विरोधी', 'प्यार का देवता' और 'बर्फी' जैसी फिल्मों में काम किया। हालांकि, उन्हें असली पहचान दिलाई पौराणिक धारावाहिक 'महाभारत' ने। महाभारत में रूपा गांगुली ने द्रौपदी का किरदार निभाया था।
सेट पर रोने लगी थीं रूपा गांगुली
‘महाभारत’ में द्रौपदी के चीर हरण वाले सीन की जब शूटिंग चल रही थी तो उस दौरान रूपा गांगुली सीन की शूटिंग के वक्त काफी इमोशनल हो गई थीं और फूट-फूटकर सेट पर रोने लगी थीं। यही नहीं, बीआर चोपड़ा ने चीर हरण के सीन को एक कट में ही पूरा कर लिया था। रूपा गांगुली इस सीन को लेकर पहले थोड़ी घबराई हुई भी थीं। सीन की शूटिंग पूरी होने के बाद रूपा गांगुली ने कमरे में जाकर खुद को बंद कर लिया था।
रूपा गांगुली की पर्सनल लाइफ
जहां तक बात है रूपा गांगुली की पर्सनल लाइफ की तो साल 1992 में उन्होंने ध्रुव मुखर्जी से शादी की थी। लेकिन, शादी के करीब 14 साल बाद ही दोनों अलग हो गए थे। दोनों ने साल 2009 में तलाक ले लिया। फिलहाल आज के समय में वो एक्टिंग से दूर राजनीति में सक्रिय हैं।