पूर्व भारतीय जासूस और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड कमांडो लकी बिष्ट ने खुलासा किया कि उन्हें रियलिटी शो 'बिग बॉस 18' में भाग लेने का प्रस्ताव दिया गया था, लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया। लकी बिष्ट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बॉडीगार्ड के रूप में काम किया था। काफी बड़ा अमाउंट ऑफर होने के बावजूद लकी बिष्ट ने 'बिग बॉस 18' में भाग लेने से इनकार कर दिया, क्योंकि वह राष्ट्रीय टेलीविजन पर अपने जीवन के कई पहलुओं को प्रकट नहीं कर सकते। उन्होंने ये साफ तौर पर शो तको रिजेक्ट किया और विस्तार ऑफर को रिजेक्ट करने की वजह भी बताई।
क्यों ठुकराया शो
इंस्टाग्राम पर जारी अपने आधिकारिक बयान में उन्होंने कहा, 'एक रॉ एजेंट के रूप में हमारा जीवन अक्सर गोपनीयता और रहस्य में डूबा रहता है और बहुत कम लोग भी हमारे बारे में सही जानकारी नहीं जानते हैं। हमें अपनी पहचान या निजी जीवन को कभी भी उजागर नहीं करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है और मैंने इसका पालन किया है। यह मेरा चुनाव है और मुझे खुशी है कि लोग इसे समझ रहे हैं और इसका समर्थन कर रहे हैं।' ऐसे में साफ है कि अब लकी बिष्ट इस सीजन में तो शो का हिस्सा नहीं ही बनेंगे।
कौन हैं लकी बिष्ट
उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने 'बिग बॉस 18' की टीम के साथ कई राउंड की चर्चा की, लेकिन बाद में उन्हें रियलिटी शो में भाग न लेने की सलाह दी गई। प्रसिद्ध भारतीय स्नाइपर और रॉ एजेंट बिष्ट ने साल 2009 में भारत के सर्वश्रेष्ठ राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड कमांडो का खिताब जीता। जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने उनके सुरक्षा अधिकारी के रूप में काम किया था। बिष्ट साल 2010 में भारत दौरे पर आए अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की सुरक्षा में भी शामिल थे। साल 2011 में उत्तराखंड में नेपाल सीमा पर राजू परगाई और अमित आर्य की दोहरी हत्या के मामले में नाम आने के बाद बिष्ट को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।