Anupamaa: सीरियल 'अनुपमा' (Anupamaa) में हो रहा तमाशा थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। अनुपमा मां नहीं बल्कि देवी मां का किरदार निभा रही हैं। एक साथ सभी लोगों की जिम्मेदारी और उनकी ज़रूरतों का ध्यान रखना, साथ ही सभी की खुशियों के बारे में भी सोचना। इतना तो कोई देवी मां ही कर सकती है। शो की कहानी की बात करें तो एक साथ एक ही वक्त पर अनुपमा सबकुछ संभालने की पूरी कोशिश कर रही हैं।
एक तरफ अनुज के सिर पर चोट लग जाती है तो दूसरी तरफ किंजल अपनी बेटी की हालत को लेकर परेशान हो जाती है। ऐसे में पहले तो अनुपमा खुद ही खुद को नहीं समझा पाती है कि वो करे तो क्या करे । लेकिन अनुपमा जानती है कि ये वक्त घबराने का नहीं है। अनुपमा को इस उलझन में देख अनुज और किंजल भी परेशान हो जाते हैं। ये सब देखने के बाद किंजल कपाड़िया हाउस से जाने का फैसला करती है। लेकिन अनुज के समझाने पर वो रुक जाती है।
वहीं हर हालात और गलती के लिए अनुपमा खुद को दोषी ठहराती है। आगे हम देखेंगे कि हमेशा की तरह ज़रूरत के वक्त पर मीठी और परिवार के नाम पर अनुपमा पर इल्ज़ाम लगाने वाली बा एक फिर से तमाशा करती हुई नज़र आएगी। बा कपाडिया हाउस पहुंचकर किंजल और अपनी पोती को वापस घर चलने को कहती हैं। इस दौरान अपनी सारी हदें पार करते हुए बा बच्ची के साथ खींचातानी भी करती हैं। लेकिन बा और उनकी बत्तमीज़ी से अब तक तो सभी वाकिफ हो गए हैं।
बा किंजल के समझाती है कि वो अपना घर न खराब करें। अनुपमा की तरह वो अपनी शादी न तोड़े। इतना ही नहीं बा अपने शब्दों पर काबू न रखते हुए ये भी कहती है कि अनुपमा का तो काम ही घर तोड़ना तू उसकी तरह मत कर।