फिल्म सिटी में अभी चल रही है शूटिंग, कई जगह हैंड सैनेटाइजर-साबुन की नहीं है व्यवस्था
कोरोना वायरस की वजह से 50 प्रतिशत शूटिंग बंद हो चुकी है लेकिन अभी भी बहुत सारी जगहों पर सीरियल्स की शूटिंग चल रही है।
मुंबई: कोविड-19 महामारी के कारण आउटडोर एक्टिविटीज बंद करने की अपील की जा रही है। खासकर महाराष्ट्र में क्योंकि भारत में सबसे ज्यादा वहीं पर कोरोना वायरस के पीड़ित मिले हैं। वहां पर एक शख्स की मौत भी हो गई है। क्या ऐसे बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग बंद कर देगा? सरकार ने किसी तरह की सार्वजनिक सभा करने की मनाही की है, तब भी मुंबई की फिल्म सिटी में काम लगभग सामान्य गति से जारी है।
रविवार को इंडियन मोशन पिक्च र्स प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन, फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉईज और इसी तरह के अन्य निकायों द्वारा एक अधिसूचना जारी की गई है, जिसमें कोविड-19 महामारी के कारण फिल्मों, टीवी शो, डिजिटल शो और अन्य सभी प्रकार के मनोरंजन शूट को 19 मार्च से 31 मार्च के बीच रोकने का आदेश दिया गया है।
लेकिन क्या बॉलीवुड वाकई शूटिंग करना बंद कर देगा? इस सवाल के जबाव पर ऑल इंडियन सिने वर्कर्स एसोसिएशन (एआईसीडब्ल्यूए) के अध्यक्ष सुरेश श्यामलाल गुप्ता ने आईएएनएस से कहा, "फिल्म उद्योग शायद ही कभी नियमों का पालन करता है। जब भी कोई परिपत्र जारी किया जाता है, तो उद्योग के भीतर कुछ लोग इसका पालन नहीं करते हैं। ऐसे में जो लोग सरकारी परिपत्रों का पालन नहीं करते हैं तो क्या वो लोग प्रोड्यूसर्स की सुनेंगे? कुछ शूटिंग तो होती रहेंगी।"
गुप्ता के शब्दों को प्रिंस शेख ने दोहराया था, जो शहरभर में टेलीविजन शो के लिए एक कास्टिंग कोआर्डिनेटर के रूप में काम करते हैं। प्रिंस ने कहा, "कुछ शूट जारी रहेंगे। हर शूट तो नहीं रुकेगा, लेकिन किसी भी तरह की मेडिकल इमरजेंसी के लिए सेट पर हमेशा डॉक्टर मौजूद रहते हैं।" मौजूदा समय की बात करें तो फिल्म सिटी में कम से कम 50 प्रतिशत शूटिंग बंद हो गई है। बाकी लोग कम से कम 18 मार्च तक काम जारी रखेंगे। इसके अलावा बहुत सारे शूटिंग स्थलों पर खासी लापरवाही भी हो रही है।
गुप्ता ने कहा, "गोरेगांव फिल्म सिटी में लगभग 50 फीसदी शूट बंद हो गए हैं। बाकी लोग अभी भी शूटिंग कर रहे हैं। यहां ना किसी ने मास्क पहना है और ना सेनिटाइजर का इस्तेमाल किया है। इन सेट पर कम से कम 150-200 लोग काम कर रहे हैं, जिनमें 4 साल के बाल कलाकार भी शामिल हैं। यह घोर लापरवाही है।"
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ. प्रदीप व्यास ने एक अधिसूचना जारी कर कहा है कि उद्योग परिसर के भीतर जो भी शूटिंग चल रही हैं, वहां उचित सुरक्षा उपाय किए जाएं। हालांकि, अधिकांश फिल्म सिटी के वॉशरूम और बेसिन में आपको शायद ही कभी साबुन या हैंडवॉश मिले। यहां कपड़े धोने में उपयोग किया जाने वाला डिटर्जेंट पाउडर पानी के साथ मिलाकर प्लास्टिक की बोतलों में हैंडवाश के रूप में रखा जाता है।
फिल्म सिटी में निचले पायदान पर काम करने वाले मजदूरों के लिए मास्क अब भी दूर के सपने की तरह है, ज्यादातर दिहाड़ी मजदूर अपने मुंह को रूमाल से ढंककर काम करते हैं।
इनपुट- आईएनएस