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Hindi News मनोरंजन टीवी शाहरुख खान के टीवी शो 'सर्कस' की हुई वापसी, दूरदर्शन पर लौट रहा है 'ब्योमकेश बख्शी'

शाहरुख खान के टीवी शो 'सर्कस' की हुई वापसी, दूरदर्शन पर लौट रहा है 'ब्योमकेश बख्शी'

कोरोना वायरस की वजह से पूरे देश को लॉकडाउन कर दिया गया है। ऐसे में दूरदर्शन पर 80-90 के दशक के सीरियल वापस लौट रहे हैं।

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रामायण और महाभारत के बाद अब दूरदर्शन ने दो अन्य पुराने सीरियल्स टेलिकास्ट करने का ऐलान किया है। सोशल मीडिया पर जानकारी दी गई है कि शाहरुख खान का शो 'सर्कस' और जासूसी सीरियल 'ब्योमकेश बख्शी' को फिर से दिखाया जाएगा। बता दें कि फिल्मों में आने से पहले किंग खान 'सर्कस' और 'फौजी' जैसे धारावहिक में नज़र आए थे।

देश में कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते पूरे देश को 21 दिन के लिए लॉकडाउन कर दिया गया है। ऐसे में दूरदर्शन पर एक बार फिर से 80 और 90 के दशक के सीरियल्स रिटेलिकास्ट हो रहे हैं। रामानंद सागर का 'रामायमण' और बी आर चोपड़ा का 'महाभारत' सीरियल फिर से दिखाया जाएगा।

वहीं, दूरदर्शन ने ट्विटर के जरिए जानकारी दी है कि शाहरुख खान के फैंस लिए खुशखबरी है क्योंकि उनका सीरियल 'सर्कस' (1989) फिर से टीवी पर लौट रहा है। ये शो 28 मार्च से रात 8 बजे दिखाया जाएगा। इसमें आशुतोष गोवारिकर और रेणुका शहाणे ने भी अहम भूमिका निभाई थी।

इसके अलावा 90 के दशक का पॉपुलर डिटेक्टिव शो 'ब्योमकेश बख्शी' (1993) भी दूरदर्शन पर वापसी कर रहा है। ये धारावाहिक 28 मार्च से सुबह 11 बजे प्रसारित होगा। ये क्राइम सीरीज शरदिंदु बंदोपाध्याय के उपन्यास पर आधारित है। इसमें रजित कपूर लीड रोल में नज़र आए थे, जो शो के डायरेक्टर भी थे।

फिर से दूरदर्शन पर लौटे 'राम-सीता'

बता दें कि जनता की मांग पर शनिवार से 'रामायण' का प्रसारण फिर से होगा। इसका पहला एपिसोड सुबह 9.00 बजे और दूसरा एपिसोड रात 9.00 बजे दिखाया जाएगा। 'रामायण' का लेखन से लेकर निर्देशन रामानंद सागर ने किया था। इसलिए इस टीवी सीरीज को 'रामानंद रामायण' भी कहा जाता है। कुल 78 एपिसोड वाले इस धारावाहिक का देश मे पहली बार मूल प्रसारण 25 जनवरी, 1987 से लेकर 31 जुलाई, 1988 तक हुआ था। इस दौरान हर रविवार को सुबह साढ़े नौ बजे यह धारावाहिक टीवी पर आता था।

तुलसीदास के 'रामचरित मानस' पर आधारित इस धारावाहिक का जब पहली बार देश में प्रसारण होना शुरू हुआ तो इसके प्रसारण के समय मानो देश ठहर जाता था। लोग कामकाज छोड़कर सुबह साढ़े नौ बजे ही टीवी से चिपक जाते थे। हालांकि उस वक्त बहुत कम घरों में टेलीविजन थे, तो जिनक घर सुविधा होती थी वहां पड़ोसियों की भीड़ उमड़ पड़ती थी।

1987 से 1988 तक चले प्रसारण के दौरान 'रामायण' देश ही नहीं दुनिया में सबसे अधिक देखा जाने वाला धारावाहिक बन गया था। जून 2003 तक लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्डस में यह विश्व के सर्वाधिक देखे जाने वाले पौराणिक धारावाहिक के रूप में दर्ज रहा।

'महाभारत' का भी होगा प्रसारण

वहीं, 80 के दशक में आए 'महाभारत' को बी आर चोपड़ा ने बनाया था। इस सीरियल को देखने के लिए लंबी-लंबी कतारे लग जाती थीं। ये धारावाहिक भी एक बार फिर से टीवी पर लौट रहा है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने घोषणा की कि 80 के दशक में आने वाले 'महाभारत' का भी प्रसारण होगा।  

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते दिनों कोरोनावायरस के कारण 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा की थी तो भाजपा नेता अश्विनी उपाध्याय सहित तमाम लोगों ने सोशल मीडिया पर 'रामायण' और 'महाभारत' के प्रसारण की मांग उठाई थी। इसके बाद प्रसार भारती के सीईओ शशि शेखर ने बीते 26 मार्च को फिर से प्रसारण के संकेत दिए थे। आखिरकार सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने फैसला किया और मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शुक्रवार को इसके प्रसारण के समय की जानकारी दी।