लॉकडाउन में लोगों की डिमांड पर 33 साल बाद दूरदर्शन पर एक बार फिर रामायण का प्रसारण हो रहा है। साल 1987 में लॉच हुआ रामायण दूरदर्शन का सुपरहिट शो थ। जब ये शो आता था उस वक्त लोग चप्पल उतारकर शो देखते थे और टीवी पर फूल-माला भी चढ़ाते थे। अब दोबारा शो का प्रसारण हो रहा है तो पुराने सभी एक्टर ट्विटर और फेसबुक पर एक्टिव हो गए हैं। लेकिन बहुत सारे कलाकार ऐसे भी हैं जो अब इस दुनिया में नहीं हैं। इनमें से एक विभीषण का किरदार निभाने वाले मुकेश रावल (Mukesh Rawal) भी हैं। मुकेश अब इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन उनका निभाया किरदार यादगार हो गया है।
रामायण में विभीषण के किरदार को लोगों ने खूब पसंद आया था। विभीषण ही थे जिन्होंने राम और लक्ष्मण की मदद की थी और रावण के राज खोले थे। रामायण में काम करने से पहले मुकेश रावल ने थियेटर में काम किया। साल 1951 में पैदा हुए मुकेश ने हिंदी के साथ साथ गुजराती इंडस्ट्री में भी काम किया। जिद्द, ये मझदार, लहू के दो रंग, सत्ता, औजार और कसक जैसी हिंदी फिल्मों में उनके काम को खूब पसंद किया गया। गुजराती फिल्मों में भी मुकेश का काम योगदान रहा। मुकेश ने कई टीवी सीरियल्स में काम किया जिसमें रामायण के अलावा हसरतें, बीन्द बनूंगा घोड़ी चढ़ूंगा जैसे नाम भी शामिल हैं। आखिरी बार उन्हें गुजराती सीरियल नस नस में खुन्नस में देखा गया था। इस सीरियल का प्रसारण साल 2016 में हुआ था।
15 नवंबर 2016 को अचानक खबर आई कि ट्रेन हादसे मुकेश रावल की जान चली गई। मुंबई के कांदिवली रेलवे स्टेशन के ट्रैक पर पुलिस को उनका क्षत विक्षत शव मिला था। रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि मुकेश रावल ने खुदकुशी की है। दरअसल कुछ समय पहले ही उनके बेटे की अचानक डेथ हो गई थी, बेटियों की शादी के बाद वो बिल्कुल अकेले पड़ गए और अवसाद में थे। इसी वजह से उन्होंने खुदकुशी करने का रास्ता चुना।