बिग बॉस अपने कंटेस्टेंट्स रोज नया ककहरा पढ़ाते नजर आ जाते हैं! घर के वीआईपी सदस्यों को एक नया कार्य दिया है जहां विजेता को उस एलीट क्लब में एक खास पावर हासिल कर लेगा मगर ट्विस्ट की बात ये है कि टास्क का 'संचालक' कोई और नहीं बल्कि स्वयं गैर-वीआईपी होंगे! कुल चार राउंड में, चार गैर-वीआईपी एक-एक राउंड में 'संचालक' के रूप में कार्य करेंगे। यह देखते हुए कि पिछले एपिसोड में वीआईपी उनके साथ कैसा व्यवहार कर रहे हैं, गैर-वीआईपी भी अपना बदला लेने के लिए तैयार हैं।
इस टास्क में करण, तेजस्वी, विशाल, उमर और निशांत को बजर बजने से पहले अपनी टोकरी में जितना हो सके कॉटन और अन्य सामान इकट्ठा करना होता है। सबसे हल्के टोकरियों वाले दो नाम उस दौर में हार जाएंगे। नेहा ने पहले दौर को जज किया और तेजस्वी को गेस से बाहर कर दिया, भले ही वास्तविकता इससे बहुत दूर थी। तेजस्वी ने नेहा के खिलाफ जाने के लिए गाली-गलौज और हाथापाई का भी सहारा लिया लेकिन असली लड़ाई सिंबा के जज के साथ अगले दौर में होती है। करण पिछले राउंड से सामान चुराकर धोखा देने की कोशिश करते हैं, लेकिन प्रतीक उन्हें पकड़ लेते हैं और टोकरियां इधर-उधर फेंक देते हैं। करण गुस्से में आ जाते हैं और उस पर चिल्लाता है, "तू निकला कैसे मुझे राउंड में से?" स्थिति तनावपूर्ण हो जाती है क्योंकि वे दोनों हिंसक हो जाते हैं और एक दूसरे को धक्का देना शुरू कर देते हैं।
जबकि अन्य उन्हें दूर खींच कर बचाव करते हैं, तेजस्वी करण का बचाव करने की कोशिश करती हैं। प्रतीक उससे नाराज़ होते हुए कहते हैं, ''आप चुप रहो"। तेजस्वी ने पलटवार करते हुए कहा, "तू होता कौन है मुझे चुप रहने बोलने वाला?" करण गुस्से में यह कहते हैं, "मैं भी देखता हूं कैसा होता है ये टास्क!" चारों तरफ लड़ाई-झगड़े होने के साथ इस बात की किसी को सुध नहीं है कि कौन-सा गैर-वीआईपी इस दौर को जीतेगा और विशेष शक्तियां हासिल करेगा?