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Hindi News मनोरंजन टीवी डिप्रेशन पर बोलने का खतरा मोल नहीं ले सकते टीवी सितारे :अर्जुन बिजलानी

डिप्रेशन पर बोलने का खतरा मोल नहीं ले सकते टीवी सितारे :अर्जुन बिजलानी

अर्जुन बिजलानी का कहना है कि टीवी जगत के लोग तो अवसाद पर खुलकर बात भी नहीं कर सकते, क्योंकि इससे उनके काम पाने के मौके पर खतरा मंडरा सकता है।

arjun bijlani- India TV Hindi अर्जुन बिजलानी

अभिनेता कुशाल पंजाबी की आत्महत्या ने मनोरंजन जगत में मानसिक स्वास्थ्य जैसे विषय पर सोचने को बाध्य किया है। अर्जुन बिजलानी का कहना है कि टीवी जगत के लोग तो अवसाद पर खुलकर बात भी नहीं कर सकते, क्योंकि इससे उनके काम पाने के मौके पर खतरा मंडरा सकता है। अर्जुन ने कहा, "जगत में बहुत ही कैच-22 (जटिल, विरोधाभासी) वाली परिस्थिति है। आप खुलकर बात नहीं कर सकते हैं, क्योंकि आपको लगता है कि जो भी छोटा मौका आपको मिलने वाला भी होगा वह आप खो सकते हैं। लोग आपको काम देना नहीं चाहते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि आप अवसादग्रस्त हैं।"

उन्होंने कहा, "कई बार कलाकारों के लिए परिस्थिति काफी खराब हो जाती है। वह खुलकर बोलना चाहते हैं, लेकिन ऐसा कर नहीं सकते, वह किसी पर भरोसा नहीं कर पाते हैं, वास्तविक परिस्थिति यही है।"

अभिनेता ने आगे कहा, "इसका समाधान यही है कि हमें एक समाज के तौर पर बदलाव लाना होगा। अवसाद को लेकर और जागरूक होने की जरूरत है, इसके लिए केंद्र होने चाहिए और उन केंद्रों में सभी को भेजना चाहिए। अगर आप अवसादग्रस्त हैं या किसी चीज से गुजर रहे हैं या फिर आपके मन में आत्महत्या जैसे विचार आ रहे हैं, तो कृपया इस नंबर पर फोन करें। कुछ ऐसे नंबर होने चाहिए, जिससे कि कोई भी उस पर फोन कर अपनी बात कह सके।"