इंडिया टीवी के खास शो 'तलाश एक सितारे की' में इस बार मुलाकात मोहनीश बहल से हुई है। सलमान खान के संग अपनी दोस्ती के लिए खास तौर पर जानें जाने वाले मोहनीश बहल अपनी शुरुआती फिल्मों में विलेन का शानदार किरदार निभाते थे। ज्यादातर फिल्मों में निगेटिव किरदार निभाने वाले मोहनीश ने इतनी सफल फिल्मों में काम करने के बाद क्यों बॉलीवुड से किनारा कर लिया? आइए जानते हैं।
मोहनीश बहल मशहूर दिवंगत अदाकारा नूतन के बेटे हैं। मोहनीश राजश्री प्रोडक्शन की शानदार फिल्म 'हम आपके हैं कौन' में नजर आए थे। इस फिल्म में उन्होंने सलमान खान के बड़े भाई का किरदार निभाया था। मोहनीश बहल की को-स्टार रहीं रेणुका शहाणे ने उन्हें सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने की सलाह दी है और बताया कि वह और फिल्में करें जिसके चलते उनके फैंस उन्हें वापस से देख पाएं।
मोहनीश बहल कई सीरियल्स में नजर आए। इन सीरियल में 'संजीवनी' काफी सफल रहा। सीरियल में मोहनीश की को-स्टार कृतिका कामरा की मानें तो वह इस काफी इंट्रोवर्ट रहते हैं, वह ज्यादा किसी से बात नहीं करते हैं।
मोहनीश की तलाश में इंडिया टीवी की टीम राजश्री प्रोडेक्शन के दफ्तर गई। जहां टीम की मुलाकात सूरज बड़जात्या से हुई। सूरज बताते हैं कि उनकी फिल्म 'मैंने प्यार किया' के लिए उन्हें विलेन की तलाश थी। विलेन के किरदार के लिए सलमान खान ने मोहनीश बहल का नाम सुझाया। नूतन के बेटे होने के कारण वह मोहनीश को विलेन के किरदार में कास्ट नहीं करना चाहते थे।
सूरज बड़जात्या ने उस दौर का जिक्र किया, जब उन्हें नूतन का फोन आया। सूरज ने कहा, ''नूतन जी ने मुझ से कहा कि मोहनीश को मेरा बेटा होने की सजा क्यों मिल रही है? मोहनीश मेरे बेटे के तौर पर नहीं बल्कि एक कलाकार के तौर पर आपसे मिलेंगे।''
सूरज बड़जात्या ने बताया कि उनका टेस्ट हुआ, जिसमें वही मशहूर डायलॉग - ''एक लड़का और एक लड़की कभी दोस्त नहीं हो सकते।'' का टेक लिया गया।
सूरज बड़जात्या की फिल्मों में मोहनीश बहल का अहम किरदार देखा गया है, इन फिल्मों में 'मैंने प्यार किया', 'हम आपके हैं कौन', 'हम साथ साथ हैं' और 'विवाह' जैसी फिल्में शामिल हैं। राजश्री प्रोडक्शन मोहनीश बहल को अपना लकी चार्म मानता है।
सलमान खान के साथ अपनी दोस्ती पर मोहनीश ने कहा, ''मैं अपने आपको काफी खुश किस्मत मानता हूं, बचपन की दोस्ती काफी अहम होती हैं। मैं और सलमान दोनों जिम में मेंबर थे। अपने शुरुआती दौर में सलमान और मैं दोनों स्ट्रगलिंग थे। तब हमारी मुलाकात सूरज बड़जात्या से हुई।''
मोहनीश ने कहा, ''मैं 2006-07 के बाद की फिल्मों में आए बदलाव के बाद मुझे फिल्म के ऑफर नहीं आए, मुझे टीवी के ऑफर आए। टीवी को मैं काफी मुश्किल मानता हूं, क्योंकि रोजाना एक ही दिन शूट करना होता।''
मोहनीश एक्टर नहीं बनते तो वह भारतीय सेना में नौकरी करना चाहते थे वह एक एयर फोर्स ऑफिसर बनना चाहते थे। मोहनीश ने कहा कि वह क्वांटिटी वर्क में नहीं बल्कि क्वालिटी वर्क में विश्वास करते हैं।
देखिन फुल इंटरव्यू-