इंडिया टीवी कॉन्क्लेव 'टीवी का दम' के मंच पर हिना खान ने कहा 'टीवी का दम की सबसे बड़ी उदाहरण मैं हूं'
टीवी की मशहूर एक्ट्रेस हिना खान ने कहा कि मैं खुद को उदाहरण के तौर पर लेती हूं क्योंकि मैंने अलग-अलग तरह के रोल प्ले किये हैं और लोगों ने मुझे स्वीकार किया है।
मुंबई: टीवी की मशहूर एक्ट्रेस हिना खान ने कहा कि मैं खुद को उदाहरण के तौर पर लेती हूं क्योंकि मैंने अलग-अलग तरह के रोल प्ले किये हैं और लोगों ने मुझे स्वीकार किया है। मुंबई में दिनभर चले इंडिया टीवी के मेगा कॉन्क्लेव 'टीवी का दम' में हिना खान मेहमान बनकर पहुंची और उन्होंने टीवी के अपने सफर के बारे में दिल खोलकर बातें की। हिना खान के अलावा विकास गुप्ता, नकुल मेहता, मोहित मलिक समेत तमाम सितारों ने शिरकत की।
इस मौके पर हिना खान ने कहा- ''एक वक्त के बाद मैं भी आगे बढ़ गई, जिंदगी में जबकि वो शो अभी भी ऑन है और बहुत अच्छा कर रहा है। मुझे इस पर बहुत गर्व है। लेकिन अगर उदाहरण के बारे में मुझे कुछ बताना हो तो सबसे बड़ी उदाहरण मैं खुद हूं। क्योंकि जब मैंने यह सफर शुरू किया था, जैसे-जैसे साल बढ़ते गए लोग अक्सर मुझे आकर बोलते थे चाहे वो लोग यहां के हों या फिर बाहर के। अक्सर लोग बोलते थे-छोड़ दो। मत करो। इतना लंबा शो करोगी ना तो तुम वही बनकर रह जाओगी। मैंने इसे चैलेंज की तरह लिया, मैंने जब तक वो सीरियल कर पाई मैंने किया। मैंने अपना 8 साल 'ये रिश्ता क्या कहलाता है' सीरियल को दिया है। इसके बाद मैं आगे बढ़ी और यह मेरा फैसला था कि मैं कुछ अलग करूं। मेरी सारी चीजें करने का जो माध्यम था टेलीविजन था। चाहे वो रियलिटी शो हो या चाहे जो आज मैं कैरेक्टर प्ले कर रही हूं। लोगों ने मुझे अलग रूप में स्वीकारा।''
'बनूं मैं तेरी दुल्हन' से छोटे पर्दे की शुरुआत करने वाले अभिनेता शरद मल्होत्रा ने बताया कि कैसे उन्हें बीच में बड़े पर्दे का जुनून सवार हो गया था और उन्होंने बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान बनने के लिए टीवी छोड़ दिया था। शरद मल्होत्रा ने कहा- ''मैंने ब्रेक लिया बीच में कि टेलीविजन तो छोटा है, कुछ बड़ा करेंगे।'' लेकिन बाद में उन्हें पहचान आखिरकार टीवी से ही मिली, वो खुद को खुशकिस्मत मानते हैं कि उन्हें अलग-अलग तरह के रोल प्ले करने को मिलें।
'इश्कबाज' सीरियल के शिवाय सिंह ओबरॉय और शिवांश सिंह ओबरॉय से मशहूर हुए नकुल मेहता ने भी टीवी की इम्पॉर्टेंस की बात की। नकुल ने कहा- ''मेरे दोस्त टेलीविजन नहीं देखते हैं। कहते हैं मुझे समझ नहीं आता है। इस पर मैंने एक वेबसीरीज बनाई थी उसका नाम था 'आई डोंट वॉच टीवी'। इसका आइडिया यहां से आया कि मैं जिससे भी मिलता था बाहर, लोग पूछते थे तुम क्या करते हो? अच्छा तुम एक्टर हो? मैंने कहा मैं एक शो कर रहा हूं स्टार प्लस पर। लोग कहते, ओह हां मैंने सुना है इसके बारे में। इंडिया में यह कहना बहुत कूल लगता है कि मां देखती हैं ये सब। मैं एयरपोर्ट सिक्योरिटी पर जाता हूं, लोग कहते हैं आपकी वजह से मुझे घर पर खाना नहीं मिलता है। क्योंकि जब तक आपका सीरियल खत्म नहीं हो जाता मेरी बीवी खाना नहीं बनाती है। तो मैं यही कहूंगा हर कोई नहीं देखता है टीवी सीरियल्स, लेकिन हर कोई जानता है इसके बारे में। इसलिए मुझे लगता है जितने कलाकार यहां बैठे हैं, यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम कुछ अच्छा करें।''
अपरा मेहता ने बताया कि मैंने अपने टीवी करियर की शुरुआत एक होस्ट के तौर पर किया था। टीवी और मेरी जर्नी साथ-साथ चली है। अपरा ने बताया- 'केबीसी और क्योंकि सास भी कभी बहू थी' एक ही दिन ऑनएयर होने वाला था। हमें पता भी नहीं था कि यह सब क्या है। उसी दिन हम ऑनएयर हुए और इतिहास रच गया। कभी किसी ने सोचा नहीं था कि टीवी क्या बना देगा हम सबको।''
सीरियल 'शक्ति' में किन्नर बहू का रोल प्ले करने वाली रुबीना दिलैक ने कहा। एक टीवी सीरियल्स से 100-150 लोगों का घर चलता है। रुबीना ने कहा कि टेलीविजन ने महिलाओं को बहुत शक्ति दी है।
'नज़र', 'गीत', 'कुल्फी कुमार बाजेवाला' और 'इश्कबाज़' मशहूर सीरियल्स की राइटर गुल खान ने बताया कि वो टीवी की दुनिया में आने के लिए घर से भाग आई थीं। 'मेरे मम्मी-पापा डॉक्टर थे, तो फिल्म इंडस्ट्री और टीवी इंडस्ट्री तौबा-तौबा।' गुल खान ने बताया कि उनके सीरियल्स देखने के बाद लड़के कुकिंग करने लगे क्योंकि 'इश्कबाज' में शिवाय कुकिंग करता था और 'कुबूल है' में जोया को जींस पहनते देख बहुत सारी लड़कियों ने भी आवाज उठाई। इस बात पर हिना खान ने भी कहा कि सीरियल 'ये रिश्ता क्या कहलाता है' में हमने इस दिक्कत को दिखाया था कि महिलाएं हर वक्त घर में काम करते वक्त भी पल्लू रखती थीं, लेकिन इस एपिसोड के बाद कई महिलाओं ने मुझे मैसेज करके शुक्रिया कहा। उस एपिसोड की वजह से कई महिलाओं ने सिर पर पल्लू रखना बंद कर दिया।
छोटे पर्दे के रियलिटी शोज़ पर बात करने के लिए अनु मलिक, विकास गुप्ता, हिमेश रेशमिया, जसलीन मथारू और अमर उपाध्याय स्टेज पर मौजूद रहे। बिग बॉस के घर में तीन महीने बिताने वाली जसलीन ने बताया कि वहां कुछ भी स्क्रिप्टेड नहीं होता है। जसलीन ने कहा- मैं घर के बाहर भी आई तो लोगों के लिए बात करना और एप्रोच करना आसान हो जाता है। यह रियलिटी शो का बेस्ट पार्ट होता है।
वहीं विकास गुप्ता ने भी कहा कि आप तीन महीने तक फेक नहीं कर सकते हैं। विकास गुप्ता ने यह भी कहा कि रियलिटी शो में पूरा सच नहीं दिखाया जाता है वो बस एक सच होता है।
हिमेश रेशमिया ने अरिजीत सिंह की तारीफ करते हुए कहा, ''पिछले 10 साल में वो बॉलीवुड के बेस्ट सिंगर हैं। हिमेश के मुताबिक टीवी से उन्हें उन लोगों से जुड़ने का मौका मिलता है, जिन्होंने उनके गानों को हिट बनाया है। टीवी के ज़रिए उन्हें लोगों से भावनात्मक रूप से जुड़ने का मौका मिलता है।'' हिमेश ने ऑडियंस के लिए तेरी याद भी गाया। हिमेश रेशमिया ने अरिजीत सिंह की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल में वो बॉलीवुड के बेस्ट सिंगर हैं। हिमेश के मुताबिक टीवी से उन्हें उन लोगों से जुड़ने का मौका मिलता है, जिन्होंने उनके गानों को हिट बनाया है। टीवी के ज़रिए उन्हें लोगों से भावनात्मक रूप से जुड़ने का मौका मिलता है। हिमेश ने ऑडियंस के लिए तेरी याद भी गाया।
अनु मलिक ने कहा कि वो अपने हिट गानों से पहले ही बॉलीवुड का जाना-माना नाम थे, लेकिन उनके मुताबिक इंडियन आइडल और टीवी ने ही उनके म्यूजिक को पॉपुलर किया। उन्होंने कहा कि टीवी पर काम करने से ही उन्हें सम्मान और सफलता मिली है। उन्होंने एक घटना को याद करते हुए बताया कि उन्होंने शो में एक लड़की को रिजेक्ट कर दिया था। बाद में उसके पेरेंट्स ने उनका शुक्रिया अदा किया था क्योंकि रिजेक्ट होने के बाद उस लड़की ने इंजीनियरिंग की और अब वह अपनी जिंदगी में सैटल हो गई है।
'टीवी का दम' में पहुंचे अमर उपाध्याय ने बताया जब मिहिर के किरदार की मौत हुई थी, मेरी मां रोने लगी थी। पूरे देश से चैनल में फोन आने लगे, अखबार पूरे भरे रहते थे। अमर ने बताया कि मैंने ऐसा महसूस किया जैसा पहले कभी नहीं किया था।
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