लता मंगेशकर का आज निधन हो गया। जैसे ही ये खबर सामने आई, फिल्म इंडस्ट्री और म्यूजिक इंडस्ट्री समेत तमाम सेलेब्स और फैंस के रिएक्शन सामने आने लगे। इंडिया टीवी से बात करते हुए कैलाश खेर और अभिजीत ने लता जी को याद किया और उनके साथ काम करने का अनुभव साझा किया।
कैलाश खेर
कैलाश खेर ने इंडिया टीवी से बात करते हुए कहा- ''पिछले ही वर्ष हम लोगों का साथ में एक गाना रिलीज हुआ है, जो पद्मिनी कोल्हापुरे ने रिलीज किया है। लता जी, अमिताभ जी और हम साथ में गा रहे हैं। कुदरत का आशीर्वाद कहूंगा कि जब भी हम लता मंगेशकर से मिले वो सौम्यता, विनम्रता की मूर्ति थीं। उनसे बहुत कुछ सीखने को मिलता है। ये भारत के संगीत के स्वर्णिम युग का अंत है। लेकिन वो इतना कुछ देकर गई हैं कि ईश्वर ने चाहा तो युगों युगों तक जब तक इंसान जिंदा रहेगा तब तक लताजी की प्रेरणाएं उनको मिलती रहेंगी।''
अभिजीत
सिंगर अभिजीत ने कहा- ''अगर लता जी को कहा जाए कि वो भारत रत्न हैं, तो रत्न एक कंट्री का नहीं होता। विश्व का नेचुरल रिसोर्स सबके लिए होता है, वो विश्व रत्न हैं। कल सरस्वती पूजा थी आज सरस्वती पूजा के बाद वो अदृश्य हुई हैं, वो एक ऐसी देवी हैं जिन्हें लोगों ने देखा है सुना है। वो साक्षात सरस्वती हैं। जिंदगी भर लोग उन्हें सुनते रहेंगे। मेरे लिए टीवी, सिनेमा, रेडियो सिर्फ लता जी हैं। मैं लता जी को कैसे श्रद्धांजलि दूं, मैंने उनके चरणों में बैठ के काम किया है, अपने हाथों से उनका चरण छुआ है, उनके साथ मैंने स्टेज परफॉर्मेंस किया है, यकीन नहीं होता कि मैंने उनके साथ स्टूडियो में रिकॉर्डिंग की है। मैं उन चंद लोगों में से हूं जिन्होंने उनके साथ काम किया है।''
अभिजीत ने बताया- ''मुझे उन्होंने कभी सामने तारीफ नहीं कि लेकिन पीछे वो बोलती थीं कि ये लड़का बड़ी रेस का घोड़ा है। लताजी एक उदाहरण हैं सिंगर्स के लिए।''
अभिजीत ने बताया कि उन्हें मसाले वाले खाने, आइसक्रीम वगैरह बहुत पसंद थी, वो सब खाती थीं उन्हें सब पसंद था। जो लता जी कहती हैं उसपे विश्वास कीजिए। ये सब दकियानूसी बातें हैं कि आइसक्रीम नहीं खानी चाहिए, मसालेदार नहीं खाना चाहिए।
अभिजीत ने कहा कि मेरी इतनी हिम्मत नहीं थी कि उनके साथ बैठ जाऊं, लेकिन उन्होंने हमेशा मुझे कंफर्ट दिलाया। अभिजीत ने कहा कि जब उनके सामने मुझसे कोई ऑटोग्राफ लेने आता था तो मैं नर्वस हो जाता था।
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