सुरों के बेताज बादशाह मोहम्मद रफी का जन्म 24 दिसंबर 1924 को अमृतसर के पास कोटला सुल्तान सिंह में हुआ था। अपनी गजलों और गानों से सभी का दिल जीतने वाले मोहम्मद रफी ने कई गाने गाए हैं। रफी साहब ने 1980 में इस दुनिया को अलविदा कह दिया था। उनके अंतिम संस्कार के समय 10,000 से ज्यादा लोग मौजूद थे। सिर्फ इतना ही नहीं उनके निधन पर सरकार ने उनके सम्मान में दो दिन के शोक की घोषणा की थी। आइए आपको मोहम्मद रफी के सदाबहार गानों के बारे में बताते हैं।
बहारो फूल बरसाओ:
लाल छड़ी मैदान खड़ी:
ये रेशमी जुल्फें:
आने से उसके आए बहार:
मैं जिंदगी का साथ निभाता चला गया:
जो वादा किया वो निभाना पड़ेगा: