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Jagjit Singh Death Anniversary: 'चिट्ठी ना कोई संदेश...' इन गज़लों से जगजीत सिंह को करिए याद

पद्म भूषण से नवाजे जा चुके जगजीत सिंह की साल 2011 में तबीयत बिगड़ गई और उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया।

Jagjit Singh Death Anniversary- India TV Hindi Image Source : INSTAGRAM: @KUSHWAHA.TEJSINGH गजलों के सम्राट जगजीत सिंह की आज डेथ एनिवर्सिरी है

गजलों के सम्राट जगजीत सिंह की आज डेथ एनिवर्सिरी है। उन्होंने 'चिट्ठी ना कोई संदेश' से 'होंठों से छू लो तुम' जैसी अनगिनत गजलें गाई हैं, जो लोगों के जहन में आज भी छपी हुई हैं। भले ही वो इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन अपनी आवाज से हमेशा लोगों के दिलों में जिंदा रहेंगे।

जगजीत सिंह का जन्म राजस्थान के बीकानेर में हुआ था और उनका असली नाम जगजीवन सिंह था। उन्होंने पढ़ाई के साथ क्लासिकल सिंगिंग सीखी। इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद उन्होंने रेडियो में सिंगर और म्यूजिक डायरेक्टर के तौर पर काम करना शुरू किया। वो घरवालों को बिना बताए मुंबई आ गए, जहां उनकी मुलाकात चित्रा दत्ता से हुई। 1969 में दोनों ने एक-दूसरे का हाथ थामा और साथ में कई गाने भी गाए। 

पद्म भूषण से नवाजे जा चुके जगजीत सिंह की साल 2011 में तबीयत बिगड़ गई और उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। आइये एक बार फिर गजलों के जरिए उन्हें याद करते हैं। 

होठों से छू लो तुम

चिठ्ठी ना कोई संदेश

तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो

होशवालों को खबर कहां