Birthday Special: क्या आप जानते हैं फेफड़े मजबूत करने के लिए कुएं में स्विमिंग करते थे आरडी बर्मन
बर्मन आज इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन उनके बनाए बेहतरीन गाने आज भी हम खो जाते हैं। उनका काम उनकी मेहनत हमेशा इस दुनिया में बरकरार रहेगी। आरडी बर्मन नए प्रयोग करने के लिए माहिर थे।
नई दिल्ली: मशहूर संगीतकार आरडी बर्मन जिन्हें हम पंचम दा नाम से भी जानते हैं आज उनकी 82वीं जन्मतिथि है। उनका पूरा नाम राहुल देव बर्मन है। साल 1994 में 54 साल की उम्र में पंचम दा की हार्ट अटैक की वजह से निधन हो गया था। अपने छोटे से फिल्मी करियर में पचंम दा ने एक से बढ़कर एक बेहतरीन गानों में संगीत दिए हैँ। आरडी बर्मन मशहूर संगीतकार सचिन देव बर्मन के एकलौते बेटे थे। उनकी मां मीरा देव बर्मन भी संगीत की जानकार थीं।
बर्मन आज इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन उनके बनाए बेहतरीन गाने आज भी हम खो जाते हैं। उनका काम उनकी मेहनत हमेशा इस दुनिया में बरकरार रहेगी। आरडी बर्मन नए प्रयोग करने के लिए माहिर थे।
तेलुगू स्टार नानी ने ली कोविड वैक्सीन, फैंस को किया प्रोत्साहित
आरडी बर्मन अपने शुरुआती दौर में कोलकाता में रहते थे। उनकी पढ़ाई वेस्ट बंगाल में हुई थी। बचपन में ही आरडी बर्मन ने एक म्यूजिक बनाया था, जब उन्होंने अपने पिता को वो म्यूजिक सुनाया तो उनके पिता ने उस म्यूजिक को फिल्म फंटूस के एक गाने में इस्तेमाल किया।
बचपन में आरडी बर्मन के फेफड़े में दिक्कत थी, उन्हें गाने के लिए भी मना किया जाता था, लेकिन उनका इंट्रेस्ट म्यूजिक में था। इसलिए उनसे कहा गया कुएं में स्विमिंग करो तो फेफड़े मजबूत होंगे। इसके बाद वो रोज स्विमिंग करने लगे और धीरे-धीरे उनकी दिक्कत ठीक हो गयी।
1961 में आरडी बर्मन को कॉमेडियन और एक्टर महमूद ने ब्रेक दिलवाया, जिससे आरडी बर्मन की किस्मत बदल गई। फिल्म थी ‘छोटे नवाब’। फिर ‘भूत बंगला’ में भी आरडी बर्मन ने ही संगीत दिया। उस वक्त उन्हें बड़ा संगीतकार नहीं माना जाता था। वजह ही उस वक्त उनके पिता सचिन देव बर्मन का ही दबदबा था। उनके अलावा उस दौर में और भी कई बड़े संगीतकार थे, जिससे उनकी तुलना होती थी।
मजरूह सुल्तानपुरी के साथ आरडी बर्मन ने शम्मी कपूर की फिल्म तीसरी मंजिल के लिए संगीत दिया। यहां से उनकी किस्मत बदल गई। फिल्म का म्यूजिक जबरदस्त हिट हुआ और लोग उन्हें जानने लगे। इसके बाद आरडी बर्मन ने मुड़कर नहीं देखा और बहारों के सपने, प्यार का मौसम और यादों की बारात जैसी फिल्मों में उन्हें मौका मिला। इस दौरान भी आरडी बर्मन अपने पिता एसडी बर्मन के असिस्टेंट बने रहे।
आरडी बर्मन और राजेश खन्ना की जोड़ी खूब जमी। इसके बाद संजय दत्त, सनी देओल और कुमार गौरव की डेब्यू फिल्म में भी आरडी बर्मन ने संगीत दिया। लेकिन वक्त बदला और करीब 20 से ज्यादा फिल्मों के संगीत फ्लॉप रहे, 80 के दशक मे उन्हें फ्लॉप म्यूजिक डायरेक्टर कहा जाने लगा। लोग उन्हें साइन करने के बाद भी रिजेक्ट करने लगे। उन्हें अनिल कपूर, जैकी श्रॉफ और माधुरी दीक्षित की फिल्म राम लखन के लिए पहले साइन किया गया था, बाद में लक्ष्मीकांत प्यारेलाल को मौका दे दिया गया।
उनकी माली हालत और मानसिक हालत बिगड़ने लगी। लेकिन वक्त फिर बदला विधु विनोद चोपड़ा की फिल्म ‘1942 अ लव स्टोरी’ में आरडी बर्मन ने संगीत दिया और इस फिल्म के गाने खूब हिट हुए। लेकिन किसने सोचा था ये उनकी आखिरी फिल्म साबित होगी। आरडी बर्मन 4 जनवरी 1994 को हार्ट अटैक की वजह से इस दुनिया से चल बसें। लेकिन उनके गाने आज भी जिंदा हैं। सुनिए कुछ बेहतरीन गाने....