अपनी जिंदगी में 55 सावन देख चुकीं अलका यागनिक को कौन नहीं जानता! लोग उनकी आवाज और गायिकी के दीवाने हैं। कोलकाता के मिडिल क्लास फैमिली जन्मी अलका ने संगीत की अपनी शुरुआती शिक्षा अपने घर पर ही ली। उन्होंने अपनी मां से शास्त्रीय संगीत की शिक्षा ली थी। उनके घर में संगीत का माहौल हमेशा से रहा, जिस वजह से उन्होंने संगीत में खास तौर पर रूचि लेनी शुरू की। उन्होंने छह साल की ही उम्र में परफॉर्म करना शुरु कर दिया। उन्होंने कोलकाता आकाशवाणी में भी गाना शुरू किया है। फिर बात में अपनी मां के साथ अलका मुंबई आ गई हैं। जब वह 10 की थीं तो उनकी मुलाकात फिल्ममेकर राज कपूर से हुई है। राज कपूर को अलका की आवाज काफी पसंद आई और उन्होंने संगीतकार लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल से अला यागनिक को रूबरू कराया।
इस मुलाकात के बाद अलका प्लेबैक सिंगर बनीं और कई गाने गाए। उन्होंने करीब 700 फिल्मों में 20 हजार से भी ज्यादा गाने गाए। उन्होंने साल 1989 में नीरज कपूर से शादी की, लेकिन वह अब अलग रह रहे हैं। अलग रहने के बावजूद भी दोनों अपने रिश्ते पर कायम हैं। अलका की एक बेटी हैं जिनका नाम साएशा है। अपनी बेटी की देखभाल के लिए अलका कुछ दिनों से गान नहीं रही हैं।
अलका का मानना है कि बॉलीवुड में गानों की धुन कहीं खो गई है। उनकी मंशा है कि वह बॉलीवुड में अच्छे गाने गाएं। वैसे आपको ये भी बता दें कि बॉलीवुड में अलका ने कई सुपरहिट गाने दिए हैं। इस सूची में 'अगर तुम साथ हो', 'टिप टिप बरसा पानी', 'मैया यशोदा', 'चुरा के दिल मेरा', 'परदेसी परदेसी', और 'चंद चुप बादल में' जैसे कई गाने शामिल हैं। अपनी सिंगिंग की बदौलत उन्होंने 7 बार फिल्मफेयर और दो राष्ट्रीय पुरस्कार अपने नाम किया।