Shamshera Movie Review: शमशेरा में रणबीर कपूर ने की जबरदस्त एक्टिंग, लेकिन फिल्म की कहानी कहीं खो गई
shamshera Movie Review: आज शमशेरा फिल्म रिलीज़ हो गई है, चलिए आपको बताते हैं कैसी बनी है फिल्म
Shamshera Movie Review: कर्म से डकैत धर्म से आजाद। यह परिचय है खमिरन समुदाय के सरगना शमशेरा का। एक वक्त पर इनका प्रभाव और दबदबा इतना ज्यादा होता है कि अंग्रेज तक घबरा जाते हैं। अंग्रेज दरोगा शुद्ध सिंह की मदद से धोखे से उन सब को बंदी बना लेते हैं। अपने समुदाय के लोगों को आजाद कराने के लिए खान शमशेरा हर हथकंडे अपनाता है। इस मिशन में उनका साथ देते हैं, पीर का किरदार निभाने वाले रोनित राय और पत्नी के किरदार में इरावती हर्षे। मगर अफसोस इस मिशन में वो कामयाब नहीं हो पाते और अपनी जान शुद्ध सिंह के हाथों गवा बैठते हैं। 25 साल के बाद 'शमशेरा' का बेटा बल्ली अपने पिता के बलिदान का बदला लेता है। इस फिल्म में रणबीर कपूर का डबल रोल, संजय दत्त का विलेन के तौर पर क्रूर अंदाज, करण मल्होत्रा का भव्य सेट और जानदार एक्शन देखने लायक हैं।
एक्टिंग
शुद्ध सिंह के किरदार में संजय दत्त एक बार फिर दहशत फैलाने को तैयार हैं। अंग्रेजी हुकूमत मैं नौकरी करने वाले शुद्ध सिंह स्क्रीन पर बेहद क्रूर और खतरनाक लगता है। करण मल्होत्रा ने संजय दत्त को 'अग्निपथ' में कांचा चीना के रूप में एक पहचान दिलाई थी और अब शुद्ध सिंह का किरदार उनकी पहचान बनेगी। 'शमशेरा' और बल्ली दोनों ही रूप में रणबीर कपूर पर्दे पर छा जाते हैं। 4 साल के बाद रणबीर कपूर की सिनेमा में वापसी लोगों के लिए बड़ी उम्मीद लेकर आती है। रणबीर ने अपने किरदार को न सिर्फ जिया है बल्कि जान डाल दी है। उनकी मेहनत और लगन हर एक फ्रेम में नजर आती है। रणबीर इस फिल्म में एक्शन हीरो के तौर पर तो उभरे ही हैं मगर साथ-साथ उनके रोमांटिक सींस भी कमाल के हैं वाणी कपूर के साथ उनका गाना काफी सेंसुअस लगता है। वाणी कपूर फिल्म के लिए रोमांटिक सपोर्ट हैं, गानों में अच्छी लगी हैं। सपोर्टिंग रोल में रोनित रॉय इरावती हर्षे और सौरभ शुक्ला ने अपनी छाप छोड़ी है।
फिल्म का निर्देशन
फिल्म के निर्देशक करण मल्होत्रा कि मेहनत पूरी फिल्म में नजर आती है। दो तरह की डिटेलिंग फिल्म में दिखाई गई है या फिर वीएफएक्स का काम सब कुछ सुंदर लगता है।
फिल्म की कमियां
फिल्म की स्क्रिप्ट और स्क्रीनप्ले फिल्म की बैकबोन है, 'शमशेरा' में इसकी कमी खूब खलती है। फिल्म कहीं-कहीं छूट जाती है। जरूरत से ज्यादा गाने और दोहराते हुए एक्शन सींस सेकंड हाफ में बोरियत पैदा करते हैं। फिल्म की लंबाई को भी कम किया जा सकता था। अफसोस की बात यह है कि रणबीर कपूर और संजय दत्त जैसे मंझे हुए कलाकार जिन्होंने अपनी बेहतरीन अभिनय का प्रदर्शन किया वह कहानी के चक्कर में कहीं खो जाते हैं।
क्यों देखें फिल्म?
अगर आप रणबीर कपूर के जबरदस्त फैन हैं और आपको एक्शन फ़िल्में पसंद हैं। संजय दत्त आपको अच्छे लगते हैं और वाणी कपूर को एक सेक्सी अंदाज में देखना है तो 'शमशेरा' आपके लिए एक ट्रीट होगी।