Mr and Mrs Mahi Review: घिसी पिटी कहानी, जाह्नवी कपूर-राजकुमार राव की केमिस्ट्री में नहीं दिखा दम

'मिस्टर एंड मिसेज माही' रिव्यू: राजकुमार राव और जान्हवी कपूर की 'मिस्टर एंड मिसेज माही' 31 मई को सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। शरण शर्मा के निर्देशन में बनी एक रोमांटिक स्पोर्ट्स ड्रामा मूवी है, जो करण जौहर के धर्मा प्रोडक्शन के बैनर तले बनी है।

Sakshi Verma 31 May 2024, 10:04:51 IST
मूवी रिव्यू:: Mr and Mrs Mahi
Critics Rating: 2 / 5
पर्दे पर: May 31, 2024
कलाकार: राजकुमार राव
डायरेक्टर: Sharan Sharma
शैली: Romantic Sports Drama
संगीत: Vishal Mishra

'मिस्टर एंड मिसेज माही' आज सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। जाह्नवी कपूर और राजकुमार राव की रोमांटिक स्पोर्ट्स ड्रामा वाली यह फिल्म 2 घंटे 18 मिनट लंबी है। फिल्म में एक स्वार्थी पति की भूमिका निभा रहे राजकुमार का किरदार लोगों को कुछ ज्यादा पसंद नहीं आया है। दूसरी ओर, जाह्नवी कपूर का किरदार दर्शकों को कुछ खास नहीं लगा। महेंद्र और महिमा उर्फ ​​माही का किरदार निभाते हुए, स्टार्स ने अपनी-अपनी भूमिकाओं के साथ न्याय करने की पूरी कोशिश की, लेकिन खराब लेखन और बोरिंग कहानी के कारण फिल्म में कुछ अलग देखने को नहीं मिला। 'मिस्टर एंड मिसेज माही' पति-पत्नी और क्रिकेट की काल्पनिक कहानी पर बेस्ड है। यह करण जौहर के धर्मा प्रोडक्शंस द्वारा निर्मित एक रोमांटिक स्पोर्ट्स ड्रामा है। हालांकि, फिल्म में न तो जाह्नवी और राजकुमार की केमिस्ट्री लोगों का दिल जीत पाई है और न ही ढंग का इमोशनल ड्रामा देखने को मिला है। वहीं दूसरी ओर, स्पोर्ट्स की कहानी को अच्छे से पेशा किया गया है।

कहानी

ट्रेलर की तरह ही, 'मिस्टर एंड मिसेज माही' फिल्म की शुरुआत महेंद्र द्वारा क्रिकेट टीम में जगह बनाने के लिए कड़ी मेहनत करने से होती है। अपने पिता द्वारा एक और मौका गंवाने के बाद, क्रिकेटर बनने की इच्छा रखने वाला लड़का एक स्पोर्ट की शॉप में काम करने वाला बन जाता है और उदास रहने लगता है। लेकिन यह सब तब तक था जब तक कि उसकी मुलाकात डॉक्टर उर्फ ​​महिमा से नहीं होती। वहीं महिमा, महेंद्र की ईमानदारी देख उस पर फिदा हो जाती है। आगे की कहानी में दिखाया जाता है कि दोनों की अरेंज मैरिज हो जाती है। जाह्नवी कपूर और राजकुमार राव के बीच एक बात कॉमन होती है। वो है कपल का क्रिकेट के लिए प्यार। वहीं महेंद्र को अपनी पत्नी के क्रिकेट खेलने के जुनून का पता चलता है। फिर वह अपने पिता की नजर में खोया हुआ सम्मान पाने के लिए अपनी पत्नी को एक सफल क्रिकेटर बनने के लिए उसकी मदद करता है।

निर्देशन

शरण शर्मा जिन्होंने पिछली बार जाह्नवी कपूर के साथ अपने निर्देशन डेब्यू 'गुंजन सक्सेना: द कारगिल गर्ल' में एक्ट्रोस के साथ काम किया था। अब चार साल बाद फिर एक्ट्रेस संग वापसी की है। 'मिस्टर एंड मिसेज माही' का निर्देशन काफी हद तक अच्छा करने की कोशिश की है। शरण शर्मा के निर्देशन में बनी ये फिल्म करण जौहर के धर्मा प्रोडक्शन के बैनर तले बनी है। फिल्म का सबसे कमजोर हिस्सा इसका निर्देशन और लेखन है। इतना ही नहीं राजकुमार राव और जाह्नवी कपूर अपनी ऑन स्क्रीन केमिस्ट्री से भी दर्शकों का दिल जीतने में नाकामयाब रहे। जिस तरह से कहानी में दिखाया गया है कि कैसे एक प्यार करने वाला पति अचानक अपनी पत्नी से ईर्ष्या करने लगता है और बाद में अपनी मां से पांच मिनट की बातचीत में ये एहसास करना कि वह कहां गलत कर रहा था। ये इस फिल्म की सबसे अच्छी बात थी जो इसके शानदार निर्देशन की पहचान भी है।

दूसरी ओर, जाह्नवी के लिए शरण और निखिल मेहरोत्रा ​​के लेखन पर अच्छे से किरदार को पेश करना भी थोड़ा मुश्किल लगा रहा था। वहीं एक प्रैक्टिसिंग डॉक्टर का करियर केवल इसलिए छोड़ देती है क्योंकि उसका पति उससे ऐसा करने के लिए कहता है। महिमा को बहुत जल्द महसूस होने वाला है कि उसकी असली खुशी क्रिकेट में है न कि मेडिकल में हैं। बाद में, उसे अपने अंदर के क्रिकेटर को फिर से जगाने के लिए एक गाने की भी जरूरत होती है। इस फिल्म में 'जुनून है' का बहुत अच्छए से निर्देशन किया गया है।

मिस्टर एंड मिसेज माही का म्यूजिक

'मिस्टर एंड मिसेज माही' के म्यूजिक भी लोगों को कुछ खास पसंद नहीं आए।  फिल्म में सिर्फ चार गाने हैं, दो रोमांटिक, एक इमोशनल और एक मोटिवेशनल ट्रैक। 'अगर हो तुम' एकमात्र ऐसा गाना है जो मुझे पसंद आया। 'देखा तेनु' भी अच्छा है, लेकिन अगर इस गाने को फिल्म में ज्यादा स्क्रीन टाइम दिया जाता तो और भी शानदार लगता है। दूसरी ओर, 'रोया जब तू' ठीक ठाक गाना था। यह गाना आसानी से बैकग्राउंड में बजाया जा सकता था, जब एक्टर का दिल टूटता है। इसके अलावा, मनन भारद्वाज और अमित त्रिवेदी के पास एक यादगार  गीत बनाने का अच्छा मौका था, लेकिन वो इस मौके का पूरा फायदा नहीं उठा सके। दूसरी ओर, 'तू है तो' एक अच्छा गाना लगा।

स्टार कास्ट की एक्टिंग

'मिस्टर एंड मिसेज माही' में राजकुमार राव ने किरदार को उम्मीद से ज्यादा अच्छे से पेश करने की कोशिश है। इस रोल में एक्टर ने पूरी अपनी पूरी जी जान लगा दी है। वहीं महेंद्र के हर इमोशन को स्क्रीन पर लाने के लिए राज ने अपना सौ प्रतिशत दिया है, लेकिन फलि्म की कहानी की वजह से किरदार अपने रोल को सीन्स के हिसाब पेश नहीं कर पाए है।

दूसरी ओर, जाह्नवी कपूर ने महिमा के रूप में अच्छा काम करने की कोशिश की है। एक्ट्रेस ने इस फिल्म के लिए कड़ी मेहनत की है, जिसके लिए श्रेय दिया जाना चाहिए। हालांकि, वह अपने किरदार से दर्शकों का दिल नहीं जीत पाई।'मिस्टर एंड मिसेज माही' के सहायक कलाकारों की बात करें तो फलि्म में जाह्नवी कपूर और राजकुमार राव के अलावा पूर्णेंदु भट्टाचार्य, जरीना वहाब, यामिनी दास और अरिजीत तनेजा शामिल हैं। हालांकि, इस फिल्म में कुमुद मिश्रा और राजेश शर्मा ने बहुत अच्छे से अपने किरदार को पेश किया है।

ऐसी थी फिल्म

'मिस्टर एंड मिसेज माही' एक घिसी पिटी फिल्म है, जिसमें हर सीन के बाद इमोशनल सीन देखने को मिलते हैं। वहीं जाह्नवी कपूर और राजकुमार राव की केमिस्ट्री फिल्म 'रूही' में ज्यादा अच्छी तारीके से पेश की गई थी। फिल्म में कुछ ऐसे मौके भी आते हैं, जब आपको लगता है कि दोनों किरदार एक जैसे नहीं हैं। शरण शर्मा की दूसरी फिल्म आपको स्टार प्लस और जी टीवी के कई डेली सोप की याद दिला सकती है। बिना किसी दमदार म्यूजिक के फिल्म में थोड़ा अधूरापन देखने को मिलता है। 'मिस्टर एंड मिसेज माही' को मैं केवल 2 स्टार देती हूं।