IB71 Review: विद्युत जामवाल ने तोड़ी अपनी इमेज, जानिए कैसी है उनकी नई फिल्म
IB71 Review: विद्युत जामवाल की फिल्म 'आई बी 71' आज सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। फिल्म कैसी है यह जानने के लिए पढ़ें रिव्यू...
IB71 Hindi Review: बॉलीवुड के हैंडसम हंक विद्युत जामवाल एक बार फिर अपने फैंस के सामने एक नई फिल्म के साथ आए हैं। उनकी फिल्म 'आई बी 71' की कहानी उन नौजवानों की है जो देश के लिए मर मिटने को तैयार थे, लेकिन आज शायद ही कोई इनके बारे में जानता होगा क्योंकि खुफिया मिशन के काम को पहचान नहीं दी जाती है उसे खुफिया ही रखा जाता है। इस फिल्म में विद्युत ने खुद को पहले से काफी अलग तरह से पेश किया है। बाकी इस फिल्म की कहानी क्या है, डायरेक्शन कैसा है और फिल्म ओवरऑल कैसी है यह जानने के लिए ये रिव्यू जरूर पढ़ें...
सच्ची घटनाओं पर आधारित है फिल्म
फिल्म का मिशन पाकिस्तान में जाकर उनके एयरवेज को ब्लॉक करके भारत पर चढ़ाई करने कि उनके मंसूबे को रोकना है। क्योंकि इस जंग के लिए पाकिस्तान तैयार है लेकिन भारत नहीं। सच्ची घटनाओं पर आधारित फिल्म है I B7110 दिनों के मिशन में 30 एजेंटों के साथ एजेंट देव (विद्युत जामवाल) इस मिशन पर जाते हैं।
फिजिकल से ज्यादा माइंड गेम
विद्युत जामवाल एक एक्शन हीरो हैं लेकिन विद्युत अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकल कर एक अलग ही किरदार में ढल गए क्योंकि आईबी एजेंट के किरदार में उनका काम फिजिकल से कहीं ज्यादा माइंड गेम का है। आईबी एजेंट देव जामवाल द्वारा ऑपरेट किया गया यह एक अनोखे मिशन की कहानी है।
ऐसी है फिल्म की कहानी
एक फर्जी हाईजैकिंग के जरिए जिस तरह से कश्मीर की आजादी का समर्थन करने वाले दो 17-18 साल के बच्चे जो खुद को आजाद कश्मीर के सिपाही मानते हैं उन्हें को बेवकूफ बनाया जाता है उनका इस्तेमाल किया जाता है और फिर इंटेलिजेंस ब्यूरो द्वारा अपना ही प्लेन हाईजैक कराकर लाहौर ले जाया जाता है ताकि पाकिस्तान एयरवेज को ब्लॉक करके पाकिस्तान और चाइना की इंडिया के खिलाफ प्लानिंग को रोका जाए। कहानी बेहद दिलचस्प है और लोग इसे बड़े ही चाव से देखने जाएंगे। इतिहास के पन्नों में इस कहानी को जानना भी जरूरी है।
विद्युत खुद हैं फिल्म के प्रोड्यूसर: फिल्म के निर्माता विद्युत जामवाल और अब्बास सैय्यद हैं, कहानी लिखी है आदित्य शास्त्री ने। राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता निर्देशक संकल्प रेड्डी ने इसका निर्देशन किया है।
ये हैं फिल्म की खास बातें
- - सच्ची घटनाओं और किरदारों पर आधारित उनकी कहानी बेहद दिलचस्प है।
- -एक्शन हीरो विद्युत जामवाल को अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकलकर फिजिकल नहीं बल्कि माइंड गेम खेलते हुए देखना बढ़िया है।
- -अपनी पहले ही होम प्रोडक्शन में विद्युत जामवाल का देश की सफलता पर आधारित एक कहानी का चयन। परफॉर्मेंस में डाली जान।
- - अनुपम खेर की मौजूदगी
- -विशाल जेठवा का एक नौसिखिया आतंकवादी के रूप में बेहतरीन चित्रण।
- -फिल्म की शुरुआत अच्छी और कुछ पल बने खास।
ये हैं फिल्म की कमजोरियां
- -कमजोर स्क्रीनप्ले
- -आसानी से हर एक पड़ाव पार करना जिस तरह से इंटेलिजेंस ब्यूरो के एजेंट पाकिस्तान के अधिकारियों को चुटकी में बेवकूफ बनाकर सरहद पर वापस आ जाते हैं।
- -हिंदी सिनेमा में हमने कई इंटेलिजेंस पर आधारित फिल्में देखी हैं, ऐसे में आईबी थोड़ी कमजोर नजर आती है। टॉपिक अच्छा होने के बावजूद कुछ मिसिंग है।