Avatar 2 Movie Review: जेम्स कैमरून ने पैंडोरा पर बसायी बेमिसाल दुनिया, देखकर आप भी कहेंगे वाह!
Avatar 2 Movie Review: जेम्स कैमरून को 'अवतार' बनाने की प्रेरणा अपनी मां शर्ली कैमरून से मिली थी। ‘अवतार द वे ऑफ वाटर’ फिल्म की अंडर वाटर फोटोग्राफी, मोशन कैप्चर और स्पेशल इफेक्ट्स ने फिल्म में और चार चांद लगा दिए हैं।
निर्देशक जेम्स कैमरून की नई फिल्म ‘अवतार द वे ऑफ वाटर’ सिनेमाघरों मे रिलीज हो चुकी है। इस फिल्म का फार्स्ट पार्ट 13 साल पहले रिलीज हुआ था। फिल्म की अंडर वाटर फोटोग्राफी, मोशन कैप्चर और स्पेशल इफेक्ट्स ने फिल्म में और चार चांद लगा दिए हैं। अगर आप भी ये फिल्म देखने का मन बना चुके हैं तो चलिए आपको बताते हैं कि फिल्म ‘अवतार द वे ऑफ वाटर’ का रिव्यू। अवतार: द वे ऑफ वॉटर के फिल्म निर्माता ने न केवल खुद को एक ऐसे व्यक्ति के रूप में प्रस्तुत किया है जो दूर के भविष्य को ध्यान में रखते हुए कंटेंट को निर्देशित कर रहा है, बल्कि वर्तमान समय के दबाव वाले विषयों को भी प्रकाश में ला रहा है। भले ही अवतार का सीक्वल देखने में आकर्षक है और प्रत्येक गुजरते सेकंड के साथ ध्यान आकर्षित करने में कोई कसर नहीं छोड़ता है, फिल्म में भावनात्मक अंश को बदल दिया गया है, जिससे यह और भी शानदार घड़ी बन गई है, जो आपको परस्पर विरोधी विचारों और भावनाओं के साथ छोड़ देगी। बता दें कहानी उसी पैंडोरा की है जहां पिछली फिल्म में धरती के इंसानों को एक बेशकीमती खनिज की तलाश थी। फिल्म ‘अवतार’ में दिखाया गया था कि पैंडोरा के भीतर जाने के लिए वैज्ञानिक वहां के निवासियों जैसा शरीर तैयार करते हैं और उसमें असली इंसानों की सोच, भावनाएं और प्रतिक्रियाएं कृत्रिम तरीकों से स्थानांतरित कर देते हैं। इसी को अवतार कहते हैं। पिछली फिल्म में इन अवतारों को प्रयोगशाला से नियंत्रित किया जाता था। लेकिन अब अवतारों की ये कहानी 10 साल आगे आ चुकी है।
जेक सली का विवाह नेतिरी से हो चुका है और उसके परिवार में चार सदस्य बढ़ चुके हैं। धरती इंसानों के रहने लायक नहीं बची है और तलाश है एक ऐसे ग्रह की जहां इंसानों की बस्तियां बसाई जा सकें। जेक सली और उसकी नावी प्रेमिका नेतिरी के परिवार के लिए खतरा बनकर आता है कर्नल माइल्स जो भले पिछली फिल्म में मर गया हो लेकिन उसकी यादों और उसके डीएनए से उसका भी अवतार बनाया जा चुका है। वह अब लौटते है और एक नावी के रूप में बदला चाहते है। जेक के परिवार के जीवन की लड़ाई शुरू हो जाती है क्योंकि वे दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों में सुरक्षा की खोज करते हैं और "पानी के रास्ते" की खोज करते हैं, जो कि आगे होता है।अवतार के शुरुआती दृश्यों में आपको तुरंत पंडोरा के आश्चर्यजनक जंगलों में धकेल दिया जाता है। एक बार जब आप ऐसा कर लेते हैं, तो आप खुद को अवतार की दुनिया में और अधिक गहराई तक खिंचते हुए पाते हैं। पहला घंटा कहानी शुरू करता है और पहली फिल्म के दृश्य रूप को बताता है। अन्य लोगों को पेश किए जाने के बाद कैमरून के इस अभ्यास को पूरा करने के बाद असली जादू पानी के नीचे शुरू हो जाता है। फिल्म 'अवतार: द वे ऑफ वॉटर' के कलाकार सैम वर्थिंगटन, जोए साल्डाना, केट विंसलेट, सिगौरनी वीवर, स्टीफन लैंग, ब्रिटेन डाल्टन की एक्टिंग की बात करें तो सभी ने दिल जीत लिया है।
'अवतार - द वे ऑफ वॉटर' जैम्स कैमरून के लाजवाब अंडर वाटर फोटोग्राफी, मोशन कैप्चर और स्पेशल इफेक्ट्स का खूबसूरत संगम है। फिल्म 3.12 घंटे लम्बी है, लेकिन 'अवतार - द वे ऑफ वॉटर' जेम्स कैमरून का ऐसा सिनेमाई कारनामा है जिसे लम्बे समय तक याद किया जाएगा।