अंग्रेजी मीडियम मूवी रिव्यू: कमजोर कहानी लेकिन इरफान खान-राधिका मदान के अभिनय ने जीता दिल
अंग्रेजी मीडियम मूवी रिव्यू: जानिए कैसी है इरफान खान और राधिका मदान की फिल्म अंग्रेजी मीडियम?
साल 2017 में इरफान खान और सबा कमर की फिल्म आई थी नाम था 'हिंदी मीडियम', इस फिल्म की कहानी दिल्ली के स्कूलों में बच्चों के एडमिशन को लेकर आने वाली परेशानियों पर फोकस किया गया था और बताया गया था कि बड़े स्कूल में बच्चों का एडमिशन कराना कितना कठिन है। साल 2020 में इरफान खान और राधिका मदान की फिल्म 'अंग्रेजी मीडियम' रिलीज हुई है, इस फिल्म एक ऐसी बेटी की कहानी है जो लंदन के स्कूल में एडमिशन लेना चाहती है जिसके लिए उसका पिता अपनी पूरी जान लगा देता है। क्या फिल्म 'हिंदी मीडियम' की तरह अपने मुद्दे को लेकर दर्शकों के सामने उसी तरह से पेश हो पाई है आइए जानते हैं।
'हिंदी मीडियम' का निर्देशन साकेत चौधरी ने किया था वहीं 'अंग्रेजी मीडियम' का निर्देशन 'कॉकटेल' और 'फाइंडिंग फैनी' जैसी फिल्मों के निर्देशन करने वाले होमी अदजानिया ने किया है। इरफान खान और राधिका मदान फिल्म में बाप और बेटी के रोल में हैं। बेटी पढ़ाई मे ज्यादा अच्छी नहीं है मगर लंदन के कॉलेज में एडमिशन चाहती है, उसका पिता एडमिशन के लिए फर्जी पासपोर्ट से लेकर अवैध तरीके से कैश ट्रांसफर तक का रिस्क उठाता है। क्या बेटी को लंदन के कॉलेज में एडमिशन मिल पाएगा? ये जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी?
फिल्म की कहानी पढ़ाई और एडमिशन को लेकर आने वाली चुनौतियों पर फोकस ना करके बाप और बेटी के रिश्ते पर फोकस की गई है। फिल्म में तमाम ऐसी चीजें दिखाई गई हैं जो असंभव सी लगती हैं और जो आप पर्दे पर देख रहे हैं उससे कन्विंस नहीं हो पाते हैं।
कमजोर कहानी को इरफान खान और दीपक डोबरियाल की एक्टिंग का सहारा मिला है। मुद्दत बाद इरफान को पर्दे पर देखना अच्छा लगा है, दीपक डोबरियाल की कॉमिक टाइमिंग और पंच अच्छे हैं। राधिका मदान का काम बढ़िया रहा, मदान को हम पहले मैच्योर रोल में देख चुके हैं, इसमें वो 18 साल की कम उम्र की लड़की के रोल में हैं लेकिन उन्हें देखकर आपको लगता है कि वो बच्ची ही हैं। करीना कपूर खान फिल्म में पुलिस के रोल में हैं, लेकिन उनका रोल ऐसा है कि वो फिल्म में ना भी होती तो फिल्म की कहानी पर कोई खास असर नहीं पड़ता।
सह कलाकारों में रणवीर शौरी का काम अच्छा रहा वो फिल्म में बब्लू के रोल में हैं, बाकी पंकज त्रिपाठी को देखकर अच्छा लगा फिल्म में, हालांकि उनका रोल भी कुछ खास था नहीं। डिंपल कपाड़िया करीना के मां के रोल में हैं उनके पास भी करने को कुछ खास नहीं था लेकिन उन्हें पर्दे पर देखकर अच्छा लगा।
फिल्म में बाप और बेटी के रिश्ते पर एक राजस्थानी लोक गीत भी है जो सुनने में अच्छा लगा। इसके अलावा फिल्म के गाने भी कमजोर ही रहे।
कहानी के नजरिये से देखा जाए तो अंग्रेजी मीडियम 2017 में आई फिल्म हिंदी मीडियम के मुकाबले बहुत पीछे है। अगर इरफान खान को बड़े पर्दे पर देखना चाहते हैं तो आप यह फिल्म देख सकते हैं। इंडिया टीवी इस फिल्म को देता है 5 में से 2.5 स्टार।