Kalank Movie Review: प्यार और इंतकाम के बीच फंसकर रह गई कहानी, आलिया भट्ट और वरुण धवन की एक्टिंग शानदार

कलंक मूवी रिव्यु: आलिया भट्ट और वरुण धवन की पीरियड ड्रामा फिल्म आज रिलीज हो गई है। जानिए कैसी है यह फिल्म।

Diksha Chhabra 17 Apr 2019, 15:43:33 IST
मूवी रिव्यू:: कलंक
Critics Rating: 2.5 / 5
पर्दे पर: APR 17, 2019
कलाकार:
डायरेक्टर: अभिषेक वर्मन
शैली: पीरियड ड्रामा
संगीत: प्रीतम चक्रवर्ती

देश के बंटवारे और आजादी के बीच कई लवस्टोरी ने जन्म लिया था। उसी समय की एक लवस्टोरी है रुप और जफर की कहानी। करण जौहर की मल्टीस्टारर फिल्म कलंक आज रिलीज हो गई है। देश के बंटवारे के दौरान बनी इस कहानी में आलिया भट्ट(Alia Bhatt), वरुण धवन(Varun Dhawan), आदित्य रॉय कपूर(Aditya roy kapoor), सोनाक्षी सिन्हा(Sonakshi Sinha), संजय दत्त(Sanjay dutt) और माधुरी दीक्षित(Madhuri Dixit) अहम भूमिका निभाते नजर आए हैं। फिल्म में आलिया रुप का किरदार और वरुण धवन जफर का किरदार निभाते नजर आए हैं। अभिषेक वर्मन की 1940 के समय की बनी इस फिल्म में अतीत और भविष्य को दिखाया गया है। कलंक प्यार और नफरत की कहानी है जिसमें दिखाया गया है कि हमेशा मोहब्बत पर कलंक क्यों लगाया जाता है। करण जौहर ने अपनी पीरियड ड्रामा फिल्म को भव्य तरीके से बनाया है।

कहानी:
यह रुप(आलिया भट्ट), जफर(वरुण धवन),आदित्य रॉय कपूर(देव), सोनाक्षी सिन्हा(सत्या), संजय दत्त(बलराज चौधरी) और माधुरी दीक्षित(बहार बेगम) की कहानी है। जिसमें सभी किरदार एक दूसरे से जुड़े होते हैं। कहानी की शुरूआत हुस्नाबाद से होती है। जहां सत्या को अपनी बीमारी के बारे में पता चलता है और वह अपने पति देव की शादी के लिए रुप के घर जाती हैं। मगर रुप शादी से पहले तोमना कर देती है मगर एक शर्त पर ही शादी के लिए हां करती है। जिसके बाद रुप और देव की शादी हो जाती है और रुप हुस्नाबाद आ जाती है। देव डेली टाइम्स के एडिटर होते है। जिनकी कंपनी को शादी के बाद आलिया भट्ट ज्वाइन कर लेती हैं सात ही गाना सीखने की ख्वाहिश रखती हैं। वह बहार बेगम से गाना सीखना चाहती हैं। जिसके बाद वह हीरा मंडी उनकी हवेली में जाती हैं गाना सीखने जहां उनकी मुलाकात जफर से होती है। वहीं से शुरू हो जाती है। रुप और जफर की लव स्टोरी। मगर यह जफर के इंतकाम की शुरूआत होती है। वह रुप को अपना हथियार बनाकर इंतकाम लेना चाहता है। यहीं से फिल्म में सभी की जिंदगी में बदलाव आ जाते हैं। जफर हथियार बनाने का काम करता होता है। फिल्म में कुणाल खेमू की एक्टिंग भी अच्छी है। इस दौरान फैमिली ड्रामा के साथ देश के बंटवारे के दौरान की कहानी शुरू हो जाती है। फिल्म में आलिया भट्ट अपनी कहानी सुना रही होती है। तो यह अतीत और भविष्य की कहानी दिखाई गई है।

एक्टिंग:
आलिया भट्ट और वरुण धवन दोनों की एक्टिंग काफी शानदार है। दोनों की केमिस्ट्री इंप्रेस करती है। सोनाक्षी सिन्हा और आदित्य रॉय कपूर की एक्टिंग फिर भी ठीक थी मगर माधुरी दीक्षित की एक्टिंग इंप्रेस नहीं कर पाई। कुणाल खेमू की एक्टिंग भी आपको इंप्रेस करती है।

म्यूजिक:
फिल्म में कई गाने हैं। गाने सारे शानदार हैं। फिल्म का टाइटल ट्रेक अरिजीत सिंह ने गाया है। जो लोगों को काफी इंप्रेस करते हैं। आलिया और वरुण दोनों की एंट्री गाने के साथ होती है। फिल्म में कृति सेनन का एक आइटम सॉन्ग भी है।

डायरेक्शन:
अभिषेक वर्मन ने फिल्म का डायरेक्शन अच्छा किया है। फिल्म के भव्य सेट आपको आकर्षित करते हैं। ग्राफिक्स, एडिटिंग सभी बहुत शानदार है।

क्लाइमैक्स:
फिल्म का क्लाइमैक्स अच्छा है। क्लाइमैक्स में आपको शाहरुख खान की फिल्म डीडीएलजे की याद आ जाती है। जहां आलिया ट्रेन के अंदर होती है और वरुण धवन ट्रेन की तरफ भागते हुए आते हैं।

खामियां:

फिल्म बहुत लंबी है। आप बीच में बोर होने लगते हैं। फिल्म की कहानी को शुरूआत के 15 मिनट बाद ही प्रिडिक्ट कर लेते हैं। फिल्म में हर जगह गाने की जरुरत नहीं है मगर फिर भी एंट्री से पहले एक गाना जरुर है। फिल्म की ड्यूरेशन को कम करके और कहानी को बेहतर किया जा सकता था।

इंडिया टीवी इस फिल्म को 5 में से 2.5 स्टार देता है। 

फिल्म का ट्रेलर: