लॉस एंजेलिस: चांद पर पहला कदम रखने वाले नील आर्मस्ट्रांग के बेटों और फ्रेंच-अमेरिकी निर्देशक डैमियन चैजले ने फिल्म 'फर्स्ट मैन' में झंडा गाड़ने का दृश्य न होने का बचाव किया है। फिल्म की कहानी 1969 में मानव के चांद पर उतरने के बारे में है। वेबसाइट 'वेराइटी डॉट कॉम' के मुताबिक, फिल्म से झंडा गाड़ने का दृश्य नदारद होने को देशभक्ति की भावना के खिलाफ बताए जाने के बाद रिक आर्मस्ट्रांग और मार्क आर्म्सट्रांग ने 'फर्स्ट मैन' के लेखक जेम्स आर. हेंसन के मिलकर शुक्रवार को संयुक्त रूप से एक बयान जारी किया।
तीनों ने बयान में कहा, "हमें नहीं लगता कि दृश्य को नहीं दिखाए जोन के चलते यह फिल्म अमेरिका विरोधी है।" बयान में कहा गया, "इसके बिल्कुल विपरीत, लेकिन हमारे शब्दों को गलत अर्थ में न लें। हम सबको इस असाधारण फिल्म को देखने और खुद के लिए देखने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।"
चैजले निर्देशित फिल्म 'फर्स्ट मैन' की कहानी हेंसन की किताब 'फर्स्ट मैन : द लाइफ नील ए. आर्म्सट्रांग' पर आधारित है। फिल्म के पटकथा लेखक जोश सिंगर हैं। 'फर्स्ट मैन' का बुधवार को वेनिस फिल्म महोत्सव में वर्ल्ड प्रीमियर हुआ। नील आर्म्सट्रांग का वर्ष 2012 में 82 साल की उम्र में निधन हो गया था।