मुंबई: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर बॉलीवुड एक्ट्रेस माधुरी दीक्षित और नीना गुप्ता ने महिला कलाकारों के संबंध में भारतीय सामग्री के बदलते परिदृश्य पर अपने विचार साझा किए और यह भी बताया कि यह बदलाव कैसे एक अधिक समावेशी स्थान ला सकता है। नीना गुप्ता ने कहा, "मनोरंजन क्षेत्र का विकास बदलते समाज के साथ सही तालमेल में हो रहा है। समाज के रूप में हमारे विकास के साथ मनोरंजन के स्थान विकसित हुए हैं। महिलाएं अब कमाने लगी हैं, व्यवसायों और टीमों का नेतृत्व करती हैं और जीवन के हर पहलू में केंद्रीय भूमिका निभा रही हैं, वे सिर्फ पुरुष पर निर्भर नहीं हैं, बल्कि अपने दम पर खड़ी हैं।"
स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स के महिला दिवस कार्यक्रम 'स्त्री-मिंग' के मौके पर उन्होंने आगे कहा, "मुझे हर दिन कई कहानियां देखने को मिलती हैं, जो अच्छी लगती हैं। इनमें अविश्वसनीय महिलाओं का जीवन देखने को मिलता है। लगता है, हम केवल कहानी का हिस्सा नहीं हैं, बल्कि हम खुद कहानी हैं।"
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दशकों में भारतीय सामग्री में बड़ा बदलाव आया है। अब महिलाओं को फिल्मों या ऑडियो-विजुअल सामग्री में पूरी तरह से सुंदर चेहरों पर आधारित नहीं रखा जाता है। इसके बजाय शक्तिशाली प्रदर्शन करने की उनकी क्षमता भी दिखाई जाती है।
अपनी राय व्यक्त करते हुए माधुरी दीक्षित ने कहा, "विकास हुआ है और जबरदस्त तरीके से हुआ है। महिलाएं अब केवल सुंदर चेहरे या बदला लेने वाली देवदूत नहीं हैं। आज महिलाओं को विभिन्न रूपों में देखा जाता है- चाहे वह गणितज्ञ हों या खिलाड़ी या अधूरी आकांक्षाओं वाली गृहिणी, महिलाएं हर दिन अलग-अलग भूमिकाएं निभा रही हैं और इंडस्ट्री में इस बदलाव को देखना आकर्षक है।"
इनपुट-आईएएनएस
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