जब मोहम्मद रफी ने रोते-रोते रिकॉर्ड किया गाना, आज भी बेटी के मां और बाबुल को रुला देते हैं गाने के बोल
मोहम्मद रफी इस गाने की रिकॉर्डिंग करते-करते खुद रोने लगे थे और आज भी जब उनका ये गीत कोई सुनता है तो अपने आंसू रोक पाना उसके लिए मुश्किल हो जाता है।
‘दिल तेरा दीवाना है सनम’, ‘आने से उसके’, ‘तुम मुझे यूं भुला ना पाओगे’ जैसे मखमली गीतों को अपनी आवाज देने वाले मोहम्मद रफी के जाने कितने ही गाने हैं जो आज भी लोगों के दिलों में बसते हैं। प्यार का इजहार करना हो या दिल का दर्द बयान करना हो, मोहम्मद रफी ने हर परिस्थिति के लिए गाने गाए हैं। रफी साहब के गाने आज भी खूब पसंद किए जाते हैं। सुरों के सरताज मोहम्मद रफी का करियर तीन दशक से लंबा रहा, जिसमें उन्होंने कई सुपरहिट गाने गाए। जाने कितने ही गानों की रिकॉर्डिंग की, लेकिन एक ऐसा गाना भी है, जिसकी रिकॉर्डिंग करते-करते खुद मोहम्मद रफी इतने इमोशन हो गए थे कि अपने आंसू रोक नहीं पाए थे।
नील कमल का रुला देने वाला गीत
मोहम्मद रफी इस गाने की रिकॉर्डिंग करते-करते खुद रोने लगे थे और आज भी जब उनका ये गीत कोई सुनता है तो अपने आंसू रोक पाना उसके लिए मुश्किल हो जाता है। हम जिस गाने की बात कर रहे हैं, उसके बोल हैं 'बाबुल की दुआएं लेती जा'। डायरेक्टर राम माहेश्वरी की फिल्म 'नील कमल' का ये गीत आज भी लोगों को इमोशनल कर देता है।
जब रिकॉर्डिंग रूम में फूट-फूटकर रोने लगे मोहम्मद रफी
1966 में रिलीज हुई 'नील कमल' में वहीदा रहमान, राजकुमार और मनोज कुमार लीड रोल में थे। इसी फिल्म का गाना 'बाबुल की दुआएं लेती जा' रिकॉर्ड करते वक्त मोहम्मद रफी रिकॉर्डिंग रूम में ही फूट-फूटकर रोने लगे थे। मोहम्मद रफी को रोता देख वहां मौजूद अन्य लोग हैरान रह गए और सोच में पड़ गए कि आखिर रफी साहब को अचानक क्या हो गया, वो ऐसे रोने क्यों लगे?
रिकॉर्डिंग से एक दिन पहले हुई थी मोहम्मद रफी की बेटी की सगाई
दरअसल, इस गाने की रिकॉर्डिंग से 1 दिन पहले ही रफी साहब ने अपनी बेटी की सगाई की थी। 2 दिन बाद रफी साहब की बेटी की शादी थी। ऐसे में जब उन्होंने ये गाना गाया तो अपने आंसू वह रोक नहीं पाए। उन्होंने करीब 50 साल पहले एक मैगजीन 'शमां मैगजीन' को दिए इंटरव्यू में इसका जिक्र किया था। उन्होंने कहा था- 'मैं गाने कि रिकॉर्डिंग कर रहा था, तब मेरे दिमाग में अपनी बेटी की होने वाली शादी का ख्याल था। मैं बेटी की शादी का मंजर देखने लगा और उन लम्हों को याद करके बहुत जज्बाती हो गया। मुझे लगा मेरी बेटी डोली में बैठकर मुझसे जुदा हो रही है और मेरे आंसू बहने लगे। मैंने इसी हालात में ये गाना रिकॉर्ड किया था।'
आज भी लोगों की आंखे नम कर देता है ये गीत
'नील कमल' का विदाई गीत 'बाबुल की दुआएं लेती जा' ऐसा गीत है, जो आज भी जब कभी किसी लड़की की शादी में बज जाए तो लोग अपने आंसू नहीं रोक पाते। इस सुपरहिट गाने को उस दौर में ही नहीं आज भी बहुत पसंद किया जाता है। ये गाना सुन आज भी किसी भी लड़की की मां और बाबुल की आंखें नम हो जाती हैं।