'द साबरमती रिपोर्ट' करने से डर रहे थे विक्रांत मैसी, फिर क्यों भरी हामी? दिया जवाब
क्या साबरमती रिपोर्ट होगी सबसे बड़ा खुलासा? क्या सामने आने वाला है गोधरा कांड का सच? क्या साबरमती एक्सप्रेस का सच छिपाया गया? साबरमती एक्सप्रेस में 59 कारसेवकों की मौत कैसे हुई? 'द साबरमती रिपोर्ट' पर विक्रांत मैसी ने तोड़ी चुप्पी, जानें क्या बोले अभिनेता।
विक्रांत मैसी अब अपनी अपकमिंग फिल्म 'द साबरमती रिपोर्ट' को लेकर सुर्खियों में हैं, जिसे रिलीज होने में अब बस कुछ ही दिन बचे हैं। ये फिल्म 15 नवंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। इस बीच फिल्म को लेकर कुछ विवाद भी छिड़े हैं। दरअसल, विक्रांत मैसी की ये फिल्म गोधरा कांड और उसके बाद 27 फरवरी 2002 को गुजरात में हुए दंगों पर आधारित है। फिल्म अभी सिनेमाघरों में रिलीज नहीं हुई है और इसे लेकर तरह-तरह की थ्योरी बनाई जा रही हैं। इस बीच विक्रांत मैसी ने खुद इन थ्योरीज पर चुप्पी तोड़ी और बताया कि आखिर उन्होंने इस फिल्म को करने के लिए हामी क्यों भरी। इंडिया टीवी के पॉपुलर चैट शो 'कॉफी पर कुरुक्षेत्र' में बातचीत के दौरान विक्रांत मैसी ने 'द साबरमती रिपोर्ट' को लेकर खुलकर चर्चा की और फिल्म से जुड़े सवालों के जवाब दिए।
द साबरमती रिपोर्ट को करने में हिचकिचा रहे थे विक्रांत मैसी
विक्रांत मैसी से जब पूछा गया कि उन्होंने इस फिल्म के लिए क्यों हामी भरी तो जवाब में एक्टर ने कहा- 'ये फिल्म एकता कपूर मेरे पास लेकर आई थीं। वह जब ये फिल्म मेरे पास लेकर आईं तो मैं थोड़ा डर गया, क्योंकि आमतौर पर लोगों ने और खासतौर पर सिनेमा में इस विषय पर किसी ने बात नहीं की। मैंने उनसे कहा मैं स्क्रिप्ट पढ़कर बताता हूं... तो एकता कपूर ने मुझसे कहा कि मुझे पता है कि तुम हिचकिचा रहे हो। उन्होंने मुझे स्क्रिप्ट दी और कुछ रिसर्च रिपोर्ट दीं और बोलीं की इसे पढ़कर बताना। जब मैंने रिसर्च मटीरियल और स्क्रिप्ट पढ़ी तो मुझे लगा कि इस विषय पर किसी ने बात नहीं की और जो बात हुई भी है उसमें कई तथ्य नहीं रखे गए।'
आगे क्या बोले विक्रांत मैसी?
अभिनेता आगे कहते हैं- 'इस फिल्म को करने के तीन कारण थे। पहला तो उस घटना में दिन 59 लोगों को जिंदा जला दिया गया उनमें से किसी को भी 2 लोगों तक के नाम नहीं पता थे। दूसरी चीज कि एक जनरेशन है जिनको इस विषय पर कुछ नहीं पता। इस घटना के चलते काफी कुछ बदल गया, लेकिन नई जनरेशन को इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। और आखिरी चीज जिसके बारे में हम बात करना चाहते थे और ये आप ट्रेलर में भी देख पाएंगे कि इस पूरी घटना में मीडिया का क्या रोल था। मीडिया ने इस पर क्या किया? उन्होंने सत्य बताया, अगर नहीं बताया तो क्यों नहीं बताया? क्योंकि सिनेमा में किसी ने इस पर बात नहीं की थी इसलिए हम करना चाहते थे।'
क्या थी मीडिया की भूमिका?
गोधरा कांड में मीडिया की भूमिका पर सवाल पूछे जाने पर विक्रांत मैसी ने कहा- 'कोई भी जागरुक आदमी ये सवाल पूछेगा। मैं पिछले 4 दिनों से कई पत्रकारों से मिल रहा हूं और ये सवाल वो भी पूछ रहे हैं। मैं जवाब देना चाहता हूं कि इस घटना में मीडिया की क्या भूमिका थी और दिया भी है। लेकिन, मैं जवाब सिनेमा के माध्यम से देना चाहता हूं। मीडिया को किसी कारण से डेमोक्रेसी का चौथा स्तंभ कहा जाता है। सोशल मीडिया के कारण इतना लेफ्ट और राइट हो गया है। हमारी इस फिल्म के जरिए ये कोशिश रही है कि सिर्फ एक बार आप लेफ्ट और राइट, सब हटाकर ये देखिए कि आपने उन 59 लोगों को सिर्फ आंकड़े के तौर पर देखा है। '
जर्नलिज्म के एंगल से बनाई गई है फिल्म
विक्रांत मैसी के अनुसार, ये पूरी फिल्म जर्नलिज्म के एंगल से बनाई गई है। फिल्म में बताया गया है कि गोधरा कांड को उस समय पर पत्रकारों ने कैसे पेश किया। पूरी फिल्म इसी पर आधारित है। फिल्म के ट्रेलर में बताया गया है कि कैसे हिंदी पत्रकरों को अंग्रेजी पत्रकारों से कमतर आंका जाता है। विक्रांत मैसी की अपकमिंग फिल्म 'द साबरमती रिपोर्ट' का ट्रेलर जबसे जारी किया गया है, इसके बाद से ही गोधरा कांड के बारे में गूगल करके सर्च किया जा रहा है।