बिना सिर-पैर के हैं 'सिंघम अगेन' के ये तीन सीन, करा रहे किरकिरी, देखते ही कहेंगे- आता माझी सटकली
'सिंघम अगेन' शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज हो गई। अजय देवगन, अक्षय कुमार, रणवीर सिंह, करीना कपूर, दीपिका पादुकोण, टाइगर श्रॉफ, अर्जुन कपूर और जैकी श्रॉफ स्टारर ये फिल्म दर्शकों को पसंद आ रही है, लेकिन फिल्म के ये तीन सीन आपको जरूर निराश करेंगे और इन्हें देखकर आप कहेंगे- ये तो कत्तई इल्लॉजिकल हैं।
एक नवंबर को सिनेमाघरों में 'सिंघम अगेन' रिलीज हुई है। अजय देवगन और करीना कपूर इस फिल्म में लीड रोल निभाते नजर आए। वहीं अर्जुन कपूर फिल्म में लीड विलेन के किरदार में थे। इसी फिल्म में अक्षय कुमार, रणवीर सिंह, करीना कपूर, दीपिका पादुकोण, टाइगर श्रॉफ, जैकी श्रॉफ जैसे बड़े सितारे भी कई कैमियो रोल्स में दिखे। इसके अलावा रवि किशन, श्वेता तिवारी और दयानंद शेट्टी भी फिल्म में सपोर्टिंग किरदार निभाते नजर आए। फिल्म ने पहले दिन ही बंपर ओपनिंग की और तीन दिनों में ही 100 करोड़ की कमाई का आंकड़ा पूरा कर लिया। कमाई के मामले में फिल्म का प्रदर्शन भले ही शानदार है, लेकिन इस फिल्म को मिलेजुले रिव्यूज ही मिले। फिल्म में लोगों को मनोरंजन और एक्शन तो खूब मिला, लेकिन कई ऐसे सीन्स दिखे जिनमें ड्रामा कुछ ज्यादा ही हो गया।
तीन सीन लगा रहे सेंध
'सिंघम अगेन' के तीन ऐसे सीन्स की बात करेंगे जो हद से ज्यादा अटपटे हैं। इन्हें देखने के बाद आप कहेंगे कि ये सीन्स तो पूरी तरह बिना सिर-पैर के हैं और इनमें कोई भी लॉजिक नहीं है। तीनों ही सीन में कुछ ज्यादा ही ड्रामा एड किया गया है। सीरियस बातों के बीच आए ये सीन पचा पाना भी मुश्किल है। इन्हें देख या तो आप इरिटेट होंगे या फिर अजय देवगन वाले स्टाइल में ही 'आता माझी सटकली' बोल देंगे। अब आपको बिना लॉजिक वाले इन सीन्स के बारे में विस्तार से बताते हैं।
दीपिका पादुकोणा का इंट्रोडक्ट्री सीन
'वो तो मेरे गुरु हैं, मैं तो लेडी सिंघम हूं।' ये डायलॉग कौन बोल रहा है, ये आप अगर ट्रेलर देखे हैं तो समझ गए होंगे। ये बोलने वाला कोई और नहीं बल्कि दीपिका पादुकोण हैं। इस फिल्म के साथ दीपिका की भी कॉप यूनिवर्स में एंट्री हुई है। सीन अपराधियों की गिरफ्तारी का होता है, जो आईपीएस रैंक की अधिकारी दीपिका को धमकाने लगते हैं और उसके जवाब में दीपिका ये बेतुकी लाइन बोलती हैं। इसके बाद उनकी बॉडी लैंग्वेज भी देखने लायक है। उनको हद से ज्यादा ओवर कॉन्फिडेंस में रहने वाले पुलिस अधिकारी के तौर पर दिखाया गया है, जिसकी जुबां पर ताला उनके सीनियर अजय देवगन ही लगा देते हैं। एक पुलिस अधिकारी का ऐसा रिप्रेजेंटेशन जरा भी नहीं जचता।
दूसरा सीन
अब दूसरे सीन पर आते हैं। फिल्म में करीना कपूर को अगवाह कर लिया जाता है। उन्हें बचाने के लिए सीआईडी फेम एक्टर दयानंद शेट्टी जाते हैं। जंगल में हो रही घातक लड़ाई के बीच दया गुंडों को पीट रहे होते हैं और गाड़ी में बैठी करीना को अचानक ही याद आता है कि उन्हें गाड़ी से बाहर निकलना है और वो जोर से चिल्लाती हैं 'दया दरवाजा तोड़।' सीआईडी के एसीपी प्रद्युमन वाले इस डायलॉग को करीना फुल ड्रामे के साथ बोलती हैं, जिसके बाद दया झट से दरवाजा तोड़ भी देते हैं। इतने में करीना जंगल की ओर भागती हैं, तभी गुंडे और अर्जुन कपूर दया बुरी तरह मारते हैं। उन्हें बुरे हाल में छोड़ करीना अपनी जान बचाकर भागती हैं तभी उनका सामना टाइगर से होता है, जिन्हें सीधे पेट में गोली लगती है और वो कहते हैं कि उन्हें कुछ नहीं हुआ और वो सीधे खड़े रहते हैं। दया को वहीं छोड़ करीना और टाइगर एक कलारी सेंटर जाते हैं, जहां पता चलता है कि टाइगर गोली लगने के बाद भी खिलखिलाकर हंस रहे हैं। ऐसे में करीना का दरवाजा तोड़ कहना और टाइगर को गोली लगने के बाद कुछ भी होना काफी बेतुका लगता है।
तीसरा सीन
इसी सीन के ठीक बाद एक और सीन आता है, जहां कलारी सेंटर में आग लगाकर अर्जुन कपूर, करीना को लेकर चला जाता है। तभी वहां अजय देवगन की एंट्री होती है। वो टाइगर श्रॉफ को बचाने के बाद उनकी मुंह बोली मां को बचाने के लिए जाते हैं। गुंडे को वो उंगलियों से ही गोली मार देते हैं। इतना ही नहीं गोली के बिना ही वो गुंडा मर भी जाता है। उसे गिरते हुए देखने के बाद न सिर्फ आप हंसेंगे बल्कि कहेंगे- हेव प्रभु उठा ले। इन तीनों सीन्स के अलावा भी कई हाई ड्रामा सीन्स हैं, लेकिन ये सभी पर भारी हैं।