'तलाक का राजनीतिकरण न करें', कांग्रेस नेता पर फूटा सामंथा रुथ प्रभु और नागा चैतन्य का गुस्सा, किया पलटवार
कांग्रेस मंत्री कोंडा सुरेखा के बयान पर सामंथा रुथ प्रभु और नागा चैतन्य ने पटलवार किया है। सामंथा रुथ प्रभु और नागा चैतन्य ने सोशल मीडिया पर अपने बयान जारी करते हुए कहा कि उनके तलाक का राजनीतिकरण किया जा रहा है।
'द फैमिली मैन 2' एक्ट्रेस सामंथा रूथ प्रभु ने 2021 में एक्टर नागा चैतन्य से तलाक लिया था। तलाक के बाद से दोनों कभी भी साथ नजर नहीं आए। दोनों ने अपने रिश्ता टूटने के वजह भी कभी दुनिया को नहीं बताई। सामंथा ने 'कॉफी विद करण' में कहा था कि उनका रिश्ता एक बुरे मोड़ पर खत्म हुआ और उस दौर में दोनों एक-दूसरे से कई बातों पर सहमत नहीं थे। फिलहाल अब दोनों ही अपनी लाइफ में आगे बढ़ गए हैं। एक ओर जहां सामंथा अपनी प्रोफेशनल लाइफ में काफी व्यस्त हो गई हैं, वहीं नागा चैतन्य अपनी प्रेमिका शोभिता धुलिपाला से दोबारा शादी करने के लिए तैयार हैं। दोनों के फैंस भी अब अगे बढ़ गए हैं, लेकिन तेलंगाना सरकार में वन और पर्यावरण कैबिनेट मंत्री कोंडा सुरेखा इसी बाच पर ठहर गई हैं। उन्होंने दोनों के रिश्ते को लेकर कई सवाल खड़े किए और खुलासा किया कि दोनों का रिश्ता क्यो टूट गया। उनके विचार नागा और सामंथा को खासा पसंद नहीं आए हैं और उन्होंने अपने तलाक का राजनीतिकरण करने के लिए कांग्रेस नेता पर पलटवार किया है।
सुरेखा ने लगाए गंभीर आरोप
तेलंगाना के वन मंत्री कोंडा सुरेखा ने बुधवार को भारत राष्ट्र समिति के नेता केटी रामा राव पर आरोप लगाए और उन्हें अभिनेता नागा चैतन्य और सामंथा रूथ प्रभु के तलाक से जोड़ा। पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के बेटे केटी रामा राव पर तीखा हमला करते हुए सुरेखा ने कहा कि वह ही कारण थे कि कई अभिनेत्रियों ने फिल्म उद्योग छोड़ दिया और जल्दी शादी कर ली। उन्होंने आगे कहा कि केटी रामा राव ने फिल्मी हस्तियों को ड्रग्स की लत लगाकर ब्लैकमेल किया।
नागार्जुन ने किया पलटवार
सुरेखा ने कहा, 'यह केटी रामा राव ही हैं जिनकी वजह से अभिनेत्री सामंथा का तलाक हुआ। वह उस समय मंत्री थे और अभिनेत्रियों के फोन टैप करते थे और फिर उन्हें ब्लैकमेल करने के लिए उनकी कमजोरियां ढूंढते थे। वह उन्हें ड्रग एडिक्ट बनाते थे और फिर ऐसा करते थे। यह हर कोई जानता है, सामंथा, नागा चैतन्य, उनका परिवार, हर कोई जानता है कि ऐसा हुआ था।' उनके विवादास्पद बयानों की नागा चैतन्य के पिता, दिग्गज तेलुगु अभिनेता नागार्जुन अक्किनेनी ने तीखी आलोचना की, जिन्होंने कहा कि उनके बयान 'पूरी तरह से अप्रासंगिक और झूठे' थे और मांग की कि वह उन्हें वापस लें।
सामंथा ने किया पलटवार
सामंथा रूथ प्रभु ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर इस मामले पर अपना पक्ष स्पष्ट करने के लिए एक लंबा नोट लिखा। सामंथा ने लिखा, 'एक महिला होना, बाहर आकर काम करना, एक ग्लैमरस इंडस्ट्री में टिके रहना, जहां महिलाओं को अक्सर सहारा माना जाता है, प्यार में पड़ना और प्यार से बाहर निकलना, फिर भी खड़े होकर लड़ना...इसके लिए बहुत हिम्मत और ताकत चाहिए। कोंडा सुरेखा गारु मुझे इस बात पर गर्व है कि इस यात्रा ने मुझे क्या बना दिया, कृपया इसे कमतर न आंकें। मुझे उम्मीद है कि आप महसूस करेंगे कि एक मंत्री के तौर पर आपके शब्द बहुत महत्वपूर्ण हैं। मैं आपसे विनती करती हूं कि आप जिम्मेदार बनें और व्यक्तियों की निजता का सम्मान करें।'
इसी नोट में आगे लिखा गया, 'मेरा तलाक एक निजी मामला है और मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि आप इसके बारे में अटकलें लगाने से बचें। चीजों को निजी रखने का हमारा फैसला गलत बयानी को बढ़ावा नहीं देता। स्पष्ट करने के लिए: मेरा तलाक आपसी सहमति और सौहार्दपूर्ण तरीके से हुआ था, जिसमें कोई राजनीतिक साजिश शामिल नहीं थी। क्या आप कृपया मेरा नाम राजनीतिक लड़ाई से दूर रख सकती हैं? मैं हमेशा गैर-राजनीतिक रही हूं और ऐसा ही करना चाहती हूं।'
चैतन्य ने भी दिया जवाब
चैतन्य ने अपनी एक्स प्रोफाइल पर एक लंबा नोट भी शेयर किया। चैतन्य ने लिखा, 'तलाक का फैसला किसी भी व्यक्ति के जीवन का सबसे दर्दनाक और दुर्भाग्यपूर्ण फैसला होता है। बहुत सोच-विचार के बाद मैंने और मेरी पूर्व पत्नी ने आपसी सहमति से अलग होने का फैसला किया। यह फैसला शांति से लिया गया, हमारे अलग-अलग जीवन लक्ष्यों के कारण और दो परिपक्व वयस्कों के रूप में सम्मान और गरिमा के साथ आगे बढ़ने के हित में। हालांकि, इस मामले पर अब तक कई बेबुनियाद और पूरी तरह से हास्यास्पद गपशप हुई हैं।'
'माजिली' अभिनेता ने आगे लिखा, 'मैं अपने पूर्व पत्नी और अपने परिवार के प्रति गहरे सम्मान के कारण इस दौरान चुप रहा। आज मंत्री कोंडा सुरेखा गारू द्वारा किया गया दावा न केवल झूठा है, बल्कि यह पूरी तरह से हास्यास्पद और अस्वीकार्य है। महिलाओं को समर्थन और सम्मान मिलना चाहिए। मीडिया की सुर्खियों के लिए मशहूर हस्तियों के निजी जीवन के फैसलों का फायदा उठाना और उनका शोषण करना शर्मनाक है।'