Raj Kiran:सिल्वर स्क्रीन से पागलखाने तक कैसे पहुंचा 80 के दशक का ये स्टार, दर्दभरी है कहानी
राजकिरण को 70 और 80 के दशक की कई सुपरहिट फिल्मों में देखा गया और फिर वो एकाएक गायब हो गए। दस साल बाद जाकर उनकी खोजखबर मिली।
Highlights
- कर्ज और वारिस जैसी फिल्मों से चमके राजकिरण
- नब्बे के दशक में भी सक्रिय रहे
- फिल्मों के बाद टीवी का रुख किया
बॉलीवुड वो मायानगरी है जहां माया मिलते ही रिश्ते और दोस्तियां धुंधली दिखने लगती हैं। हालांकि नए दौर में यहां लोगों की दरियादिली और दोस्ती के किस्से भी गूंजते रहते हैं लेकिन कई ऐसे वाकये देखने को मिल जाएंगे जब इस मायानगरी के निर्मोही रुख ने ऐसे सितारों को वक्त से पहले डूबने पर मजबूर कर दिया जिनकी चमक से ये नगरी कभी गुलजार रहा करती थी।
ऐसे ही एक सितारे को आज याद करने का दिन है। राज किरण, अस्सी के दशक में अर्थ, कर्ज , घर हो तो ऐसा,घर एक मंदिर और वारिस जैसी सुपरहिट फिल्मों का हिस्सा रहे राजकिरण का 5 फरवरी को जन्मदिन है। वो राजकिरण जिन्होंने फिल्मों में कई बड़े और छोटे रोल किए, सुपरस्टारों के साथ काम किया और खूब नाम कमाया, आज कहां हैं, कोई नहीं जानता।
कई साल पहले उनकी दोस्त और अदाकारा दीप्ति नवल ने फेसबुक पर एक मुहिम चलाई थी कि राज किरण आखिरकार कहां गायब हो गए,किसी को पता है तो बताएं। तब 2011 ऋषि कपूर ने खोजबीन की और राजकिरण को अमेरिका के एक पागलखाने से खोज निकाला।
उस वक्त पूरी मायानगरी के साथ साथ देश भी शॉक्ड रह गया था कि एक नामी गिरामी सितारा एकाएक दूसरे मुल्क में पागलखाने कैसे पहुंच गया। ऋषि कपूर ने कर्ज में राजकिरण के साथ काम किया था औऱ वो राजकिरण को देखकर सकते में आ गए थे। आखिर क्या हुआ था राजकिरण के साथ?
राजकिरण के बारे में उनके भाई गोविंद मेहतानी ने तब ऋषि कपूर को जो बताया वो इंडस्टड्री के निर्मोही रुख को जाहिर करने के लिए काफी है।
राजकिरण को जब फिल्में कम मिलने लगी तो वो टीवी की तरफ रुख करने के लिए मजबूर हुए। उन्होंने शेखर सुमन के साथ टीवी सीरियल रिपोर्टर में भी काम किया लेकिन ज्यादा काम नहीं मिला और परिवार भी उनसे दूर होता जा रहा था तो वो अमेरिका चले गए।
बताया जाता है कि वहां राजकिरण ने टैक्सी चलाई औऱ जीवन यापन करने लगे। लेकिन उनकी पत्नी औऱ बच्चों ने उन्हें अकेला छोड़ दिया। उस वक्त उनके पास यार दोस्त नहीं थे जिनसे वो दुख दर्द कह पाते, लिहाजा वो डिप्रेशन में चले गए। डिप्रेशन में जाने के बाद परिवार के अन्य सदस्यों ने भी उनका इलाज करवाने की बजाय उन्हें अटलांटा के पागलखाने में भर्ती करवा दिया क्योंकि कोई भी उनके इलाज का खर्च उठाना नहीं चाहता था।
ऋषि कपूर औऱ दीप्ति नवल के साथ साथ इंडस्ट्री के अन्य कई सितारों न राजकिरण के लौटने पर उनकी मदद की बात कही लेकिन राज किरण तब लौटकर नहीं आ पाए और उसके बाद उनकी कोई खोजखबर भी नहीं रही।
हालांकि राज किरण के परिवार यानी उनकी पत्नी का कहना है कि परिवार द्वारा उन्हें छोड़ दिए जाने की बातों में सच्चाई नही है। परिवार ने उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई थी और पुलिस उन्हें कई सालों से खोज रही थी।
फिलहाल राज किरण कहां हैं, जानकारी किसी को नहीं है, लेकिन वो जहां भी हों, स्वस्थ औऱ सुरक्षित रहें, यही हमारी कामना है।