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Hindi News मनोरंजन बॉलीवुड 'शोले' या 'आवारा' नहीं, ये है देश की पहली ब्लॉकबस्टर फिल्म, 81 साल पहले हुई थी रिलीज

'शोले' या 'आवारा' नहीं, ये है देश की पहली ब्लॉकबस्टर फिल्म, 81 साल पहले हुई थी रिलीज

हिंदी सिनेमा के दिग्गज कलाकार अशोक कुमार अब बेशक इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उन्होंने हिंदी सिनेमा को ऐसी कई फिल्में दी हैं, जिनके दम पर वह आज भी दर्शकों के दिलों में जिंदा हैं। आज हम आपको उनकी उस फिल्म के बारे में बताएंगे, जो देश की पहली ब्लॉकबस्टर भी कहलाई।

Ashok Kumar- India TV Hindi Image Source : INSTAGRAM 185 हफ्ते सिनेमाघरों में चली थी ये फिल्म

'शोले' से लेकर 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' तक, हिंदी सिनेमा में ऐसी कई फिल्में हैं जिनके चर्चे दशकों से होते आ रहे हैं। इन फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर कई रिकॉर्ड बनाए और आज भी इन फिल्मों की कहानी आज भी दर्शकों के दिलों में अपनी जगह बनाए हुए हैं। लेकिन, क्या आप हिंदी सिनेमा की उस पहली फिल्म के बारे में जानते हैं जिसके साथ ब्लॉकबस्टर का कॉन्सेप्ट शुरू हुआ था। देश को आजादी मिलने से पहले ये फिल्म रिलीज हुई थी, जो गोल्डन जुबली रही और इसी फिल्म ने दादा मुनि यानी अशोक कुमार के करियर की दिशा भी बदल दी। हम बात कर रहे हैं 'किस्मत' फिल्म की, जो 1 करोड़ कमाने वाली पहली भारतीय फिल्म बनी। फिल्म ने ये कारनामा तब कर दिखाया था, जब किसी फिल्म के लिए 20-30 लाख कमाना भी मुश्किल होता था।

किस्मत की जबरदस्त कमाई

अशोक कुमार स्टारर 'किस्मत' के साथ हिंदी सिनेमा में एक नया ट्रेंड शुरू हो गया था। ये फिल्म 1943 में रिलीज हुई थी और इसमें अशोक कुमार के साथ मुमताज शांति और शाह नवाज जैसे सितारे नजर आए थे। इस फिल्म की बात की जाए तो ये अपने समय से बहुत ज्यादा बोल्ड थी। फिल्म में एक बिन ब्याही लड़की की कहानी दिखाई गई, जो बिना शादी के ही गर्भवती हो जाती है। इसी फिल्म से हिंदी सिनेमा में एंटी हीरो का ट्रेंड शुरू हुआ। इस फिल्म को बनाने में उस समय 2 लाख खर्च हुए थे और इसने वर्ल्डवाइड 1.6 करोड़ का कलेक्शन किया था।

1940 के दौर के उभरते एक्टर थे अशोक कुमार

इसी फिल्म ने अशोक कुमार को सुपरस्टार बनाया था। 1940 के दौर में अशोक कुमार एक युवा एक्टर के तौर पर उभर रहे थे। तभी 1943 में किस्मत से उनके हाथ 'किस्मत' लगी और इस फिल्म ने उनकी किस्म ही बदल दी। फिल्म ने उन्हें हिंदी सिनेमा के शीर्ष पर पहुंचा दिया और अशोक कुमार भारत के पहले सुपरस्टार बने। लेकिन, जैसे ही दिलीप कुमार और राज कपूर का दौर शुरू हुआ, उनके नाम के आगे से सुपरस्टार का टैग छिन गया।

बरसात ने तोड़ा था किस्मत का रिकॉर्ड

खास बात तो ये है कि करीब 7 साल तक कोई भी फिल्म कमाई के मामले में अशोक कुमार की 'किस्मत' का रिकॉर्ड नहीं तोड़ पाई थी। यानी ये लंबे समय तक हिंदी सिनेमा की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी रही। हालांकि, 1948 में रिलीज हुई तमिल फिल्म 'चंद्रलेखा' ने इसे कड़ी टक्कर दी, लेकिन किस्मत का रिकॉर्ड नहीं तोड़ पाई। आखिरकार 1949 में रिलीज हुई राज कपूर की 'बरसात' ने किस्मत का रिकॉर्ड तोड़ दिया और बॉक्स ऑफिस पर 2 करोड़ के पास कलेक्शन किया।

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