आत्महत्या से पहले Nitin Desai ने की थी रिकॉर्डिंग, नोट में बता गए अपनी आखिरी ख्वाहिश
प्रसिद्ध आर्ट डायरेक्टर और प्रोडक्शन डिजाइनर नितिन चंद्रकांत देसाई की मौत के बाद कई खुलासे हो रहे हैं। हाल में ही एक रिकॉर्डिंग और नोट भी सामने आए हैं। इस रिकॉर्डिंग में उन्होंने अपनी मौत का कारण भी साझा किया है।
प्रसिद्ध आर्ट डायरेक्टर और प्रोडक्शन डिजाइनर नितिन चंद्रकांत देसाई का बीते दिन निधन हो गया। उनके निधन की खबर से बॉलीवुड में शोक की लहर है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार देसाई ने बुधवार सुबह अपने एनडी. स्टूडियो में आत्महत्या कर ली। वह 57 साल के थे। सूत्रों ने बताया की नितिन देसाई ने ऑडियो रिकॉर्ड करने के बाद आत्महत्या की। नितिन देसाई ने चार व्यापारियों के नाम लिए और अपनी परेशानी बताई। साथ ही बताया कि किस वजह से वो आत्महत्या करने के लिए मजबूर हुए। फिलहाल पुलिस ने ऑडियो रिकॉर्डर जप्त कर ली है और फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है।
ऐसे हुआ मौत का खुलासा
जिस मयूर थॉम्बरे ने नितिन देसाई को सबसे पहले देखा उनके साथ इंडिया टीवी ने खास बातचीत की है। मयूर थॉम्बरे ND स्टूडियो में कंस्ट्रक्शन के कॉंट्रेक्ट लिया करते हैं। हादसे के बाद उन्हें कॉल आया और जब ये घटना स्थल पर पहुंचे तो देखा कि नितिन ने आयरन रॉड पर रस्सी से लटक कर आत्महत्या कर ली थी।
आत्महत्या से पहले की रिकॉर्डिंग
मयूर ने आगे बताया, 'एक सेट हैं जहां 'मराठी पाउल पड़ते पूढ़े' की शूटिंग होती थी वहां पर ही नितिन देसाई ने रस्सी से धनुष बांड बनाया था और उसके बीच में ही उन्होंने आत्महत्या कर ली है। उन्होंने मेरे दोस्त योगेश ठाकुर से कहा था की वो सुबह आएं और एक रिकॉर्डर रखा है वो लेकर जाएं, जिसके बाद हमें वहां एक रिकॉर्डर भी मिला, जिसमें ज्यादा कुछ हम सुन नहीं पाए। हिम्मत ही नहीं हुई। हमने तुरंत पुलिस को इस मामले की सूचना दी, जिसके बाज पुलिस यहां पहुंची।'
घटना स्थल से मिला नोट
मयूर ने आगे बताया, 'हमें वहां एक नोट भी मिला, जिसमें लिखा हुआ था की उनका अंतिम संस्कार यहीं इसी स्टूडियो में किया जाये, जिसके बाद इस स्टूडियो में जो हैलीपैड है वहां उनके अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही है।'
जीते कई पुरस्कार
बता दें, नितिन देसाई ने चार बार सर्वश्रेष्ठ कला निर्देशन के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और तीन बार सर्वश्रेष्ठ कला निर्देशन का फिल्मफेयर पुरस्कार जीता है। साल 2005 में उन्होंने मुंबई के पास कर्जत में अपना एनडी स्टूडियो खोला, जिसने तब से 'जोधा अकबर', 'ट्रैफिक सिग्नल' और कलर के रियलिटी शो 'बिग बॉस' जैसी फिल्मों की मेजबानी की है। नितिन की यादगार फिल्मों की बात करें तो उनमें 'सलाम बॉम्बे', '1942 ए लव स्टोरी', 'खामोशी', 'कामसूत्र', 'हम दिल दे चुके सनम', 'मिशन कश्मीर', 'लगान', 'देवदास', 'द लीजेंड ऑफ भगत सिंह', 'मुन्नाभाई एमबीबीएस', 'स्वदेस', 'मंगल पांडे', 'स्लमडॉग मिलियनेयर', 'जोधा अकबर' जैसी कई फिल्में शामिल हैं।
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