महफिल में चार चांद लगाते हैं मोहम्मद रफी के ये 5 गाने, एक को सबसे ज्यादा खास बनाता है दो और दिग्गजों का साथ
दिग्गज सिंगर मोहम्मद रफी की मौत को आज 44 साल हो गए हैं। 1 जुलाई 1980 को दुनिया को अलविदा कहने वाले सिंगर को आज पूरा देश याद कर रहा है। इस मौके पर उनके कुछ अमर गाने हम आपके लिए लेकर आए हैं।
हिन्दी सिनेमा के दिग्गज सिंगर मोहम्मद रफी अपनी करिश्माई आवाज के लिए जाने जाते रहे हैं। उनके गीत आज भी लोगों का दिल जीत लेते हैं। हर महफिल में मोहम्मद रफी के गाने फिट बैठते हैं और लोगों के दिलों में उतर जाते हैं। वक्त और सरहद की दीवारों को लांघ कर ये गाने आज दुनियाभर में पॉपुलर हैं। बच्चों से लेकर बड़ों तक हर वर्ग के लोग उनके गानों के फैन हैं। आज मौहम्मद रफी की डेथ एनिवर्सरी है। इस मौके पर उन्हें याद करते हुए उनके सदाबहार 5 सबसे खास गानों कि लिस्ट हम आपके लिए लाए हैं, जिन्हें सुनने के बाद आप भी कई भावनाओं का अहसास करेंगे।
बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब
मोहम्मद रफी का एक गाना इतना स्पेशल है कि कोई भी शादी इसके बिना पूरी नहीं होती है। जैसे ही बारात दरवाजे लगती है तो बैंड वाले इस गाने को जरूर बजाते हैं। इस गाने पर आज भी लोग खूब डांस करते हैं और ये एक अलग उत्साह का भाव पैदा करता है। 1966 में रिलीज हुई फिल्म 'सूरज' के लिए मोहम्मद रफी ने एक गाने को आवाज दी थी, जिसके बोल हैं – बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है। 56 साल बाद भी इस गाने का मैजिक वैसा ही है जैसा उस दौर में था।
बाबुल की दुआएं लेती जा
अब शादी का जिक्र आया ही है तो विदाई गीत की भी बात लाजमी है। 'बाबुल की दुआएं लेती जा' भी मोहम्मद रफी ने ही गाया है। इस गाने की रिकॉर्डिंग करते-करते वो खुद रोने लगे थे। ये गाना आज भी लोगों की आंखें नम कर देता है और लोग चाहकर भी अपने आंसू रोक नहीं पाते। राम माहेश्वरी की फिल्म 'नील कमल' के लिए ये गाना तैयार किया गया था। बेटी की विदाई गीत के तौर पर ये गाना पॉपुलर हुआ।
हमको तुमसे हो गया प्यार
एक गीत सबसे खास है और इसके खास होने की खास वजह भी है। 'अमर अकबर एंथनी' के लिए मोहमम्मदी रफी ने दो और दिग्गजों मुकेश कुमार और किशोर कुमार के साथ मिलकर एक गाने को आवाज दी थी। इस गाने का नाम 'हमको तुमसे हो गया प्यार' है। इसमें पहली और आखिरी बार तीनों की जादुई आवाज एक साथ सुनने को मिली थी।
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तेरी गलियों में न रखेंगे कदम
साल 1974 में फिल्म 'हवस' रिलीज हुई थी। इस फिल्म में अनिल धवन और नीतू सिंह एक साथ नजर आए थे। फिल्म का निर्देशन सावन कुमार टाक ने किया था। इसी फिल्म के लिए रफी ने उस दौर का ब्रेकअप सॉन्ग गाया था। इस गाने के बोल थे- तेरी गलियों में न रखेंगे कदम...। आशिकों के बीच ये गाना काफी ज्यादा लोकप्रिय हुआ।
ओ मेरी महबूबा
फिल्म 'धर्म-वीर' में धर्मेंद्र और जितेंद्र की जोड़ी छा गई थी। इस फिल्म को काफी ज्यादा प्यार मिला। इसी फिल्म के लिए मोहम्मद रफी ने एक खास गाने को भी अपनी आवाज दी। गाने का नाम है, 'ओ मेरी महबूबा'। इस गाने का जादू आज भी लोगों कि सिर चढ़कर बोलता है।