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Hindi News मनोरंजन बॉलीवुड आप की अदालत: अभिनेता मनोज बाजपेयी ने कहा, 'आसाराम बापू के भक्त पहले मेरी फिल्म देखें, वे अपनी राय बदल लेंगे'

आप की अदालत: अभिनेता मनोज बाजपेयी ने कहा, 'आसाराम बापू के भक्त पहले मेरी फिल्म देखें, वे अपनी राय बदल लेंगे'

मनोज बाजपेयी ने जेल में बंद आसाराम बापू के भक्तों से फिल्म 'सिर्फ एक बंदा काफी है' की रिलीज का विरोध करने से पहले इस फिल्म को देखने की अपील की है।

'आप की अदालत' में...- India TV Hindi Image Source : इंडिया टीवी 'आप की अदालत' में अभिनेता मनोज बाजपेयी

Manoj Bajpayee in Aap ki Adalat : बॉलीवुड अभिनेता मनोज बाजपेयी ने जेल में बंद आसाराम बापू के भक्तों से फिल्म 'सिर्फ एक बंदा काफी है' की रिलीज का विरोध करने से पहले इस फिल्म को देखने की अपील की है। बाजपेयी ने कहा,'कृपया पहले मेरी फिल्म देखें, मुझे लगता है कि आप अपनी राय बदल लेंगे।"

मनोज बाजपेयी अभिनीत फिल्म 'सिर्फ एक बंदा काफी है' एक कोर्ट रूम ड्रामा है जिसमें वे एक ऐसे वकील की भूमिका निभा रहे हैं जो एक नाबालिग से बलात्कार के आरोपी धर्मगुरु के खिलाफ लड़ता है। आसाराम बापू इन दिनों आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं और उनके चैरिटेबल ट्रस्ट ने फिल्म को 'बेहद आपत्तिजनक' और 'अपमानजनक' बताते हुए इसकी स्क्रीनिंग पर रोक लगाने की अपील की है।

जब रजत शर्मा ने पूछा कि अगर बहिष्कार का आह्वान करते हैं तो क्या होगा, इस पर मनोज बाजपेयी ने जवाब दिया: 'बहुत अच्छा है, तो ज्यादा लोग आएंगे देखने के लिए।' 

जब रजत शर्मा ने कहा कि फिल्म के ट्रेलर को लेकर पहले ही विवाद हो गया, आसाराम बापू के लोगों ने केस कर दिया है, इस पर मनोज बाजपेयी ने कहा: 'पता नहीं क्यों केस किया, हमने तो कोई नाम ही नहीं लिया है(फिल्म में)'। 

मनोज बाजपेयी ने कहा, 'मैं कह सकता हूं कि यह फिल्म (सिर्फ एक बंदा काफी है) मेरे अपने कैरियर की बेहतरीन फिल्मों में से एक है। आप लोग ज़रूर देखिएगा।' इस फिल्म का निर्देशन अपूर्व सिंह खर्की ने किया है और मनोज बाजपेयी अधिवक्ता पीसी सोलंकी की भूमिका निभा रहे हैं।

रजत शर्मा द्वारा यह पूछे जाने पर कि इस फिल्म में डायरेक्टर कौन होगा, क्या ये भी आपने तय किया, मनोज बाजपेयी ने कहा: 'देखिए, बहुत सारी चीज़ें मेरी मर्ज़ी से नहीं होती। मेरे प्रोड्यूसर की मर्ज़ी होती है। मैंने सुपर्ण और विनोद भानुशाली जी से पूछा कि भाई कहानी तो मुझे बहुत अच्छी लगी है लेकिन  इसका डायरेक्टर कौन है? तो उन्होंने कहा वो आप डिसाइड कर लो।  मैंने कहा ठीक है। फिर मैंने कहा राइटर ? इस पर उन्होंने कहा कि वो भी आप ही डिसाइड कर लो। अब जब उन्होंने मुझे दिया तो कम से कम ये हुआ की इस फिल्म का जो डायरेक्टर है अपूर्व सिंह कार्की, यंग आदमी है। उस आदमी ने एक एक्सपेरिमेंट करके शो बनाया था, यूट्यूब पे अच्छा था ना।

मैं अगले 10 साल में 50 फिल्में करूंगा

उनकी पिछली टिप्पणी के बारे में यह पूछे जाने पर कि वह पैसा कमाना चाहते हैं और अगले दस वर्षों में 50 फिल्में करने का इरादा रखते हैं, मनोज बाजपेयी ने कहा: अब तो बहुत दिन हो गए भुखमरी के,देखिए, अच्छी बात क्या है कि 40 दिन से ज़्यादा मेरी फिल्में नहीं लेती हैं। 'सिर्फ एक बंदा काफी है' 35 दिनों में बनी है और गुलमोहर 34 दिन में बनी थी। मैं देखता हूं कि बाकि लोग जो बड़ी फिल्में बनाते हैं उनको 70 दिन, 80 दिन, 100 दिन, 150 दिन लगता होगा। मेरी फिल्में कहानी वाली और किरदारों वाली होती है। भाई, लोगों को अच्छी फिल्म चाहिए,अच्छा काम चाहिए तो कोई 100 दिन में ठीक-ठाक पैसे कमाता है, मैं 40 दिन में ठीक-ठाक कमा लेता हूं,मेरी ज़िन्दगी उसमें चल जाती है। पैसा ज़्यादा तो कितना ज़्यादा पता नहीं उसका तो कोई डेफिनेशन नहीं है, लेकिन हां कम पैसे का ज़रूर डेफिनेशन है।'

गुस्सा और झगड़ा

इस शो में मनोज बाजपेयी ने कई निर्माताओं और निर्देशकों के साथ अपने झगड़ों के बारे में बताया। उन्होंने कहा 'मैंने 11 साल तक अनुराग कश्यप से बात नहीं की उसका कारण दूसरा था। हां, मैं उसके पीछे भी भागा था। एक बार वो नाराज़ हो गया था तो वो आगे-आगे भाग रहा था मैं पीछे-पीछे भाग रहा था, उसको मारने के लिए।

रजत शर्मा: वो अकेला नहीं है ये जो तिग्मांशु धूलियाहैं इनके पीछे भी आप सड़क पर ईंट लेकर भाग रहे थे ?

मनोज बाजपेयी : अब छोड़िए..जवानी की कुछ गलतियां हैं, उसके बारे में क्या बात करें

रजत शर्मा: हंसल मेहता, उनके साथ आपने इतना काम किया। उनका कहना है कि मनोज ने अमेरिका से फोन करके खूब गालियां दीं । उसके बाद 6 साल आपसे बात नहीं की?मनोज बाजपेयी : जी सही है। स्वीकार है। माफ़ी मांगता हूं।

रजत शर्मा: अनुभव सिन्हा, आपको सिर्फ 2000 रुपए प्रति एपिसोड काम मिले थे इसलिए आपने उनको सुना दिया अच्छी तरह से?

मनोज बाजपेयी : अनुभव सिन्हा का ये वाकया आपको मैं बताता हूं। आप लोग बताइये मैं सही था या गलत। अनुभव सिन्हा एक सीरियल कर रहे थे।  उसमें मुझे माफिया किंग का राइट हैंड का काम मिला था। और वो गूंगे का रोल था। अब प्रोडूसर के साथ ये तय हुआ कि चार हज़ार प्रति एपिसोड मुझे मिलेगा। तो मैंने उनसे अपना पैसा नहीं लिया। चार एपिसोड शूट हुआ तो मेरे 16000 हज़ार रुपए हो गए। वो भी कब 93 में, जब खाने के पैसे नहीं होते थे। जब मैं पैसा लेने गया प्रोड्यूसर के पास तो उसने कहा- मुझे तो बेवकूफ बना दिया गया है। तुझे क्यों इतना पैसा मिलना चाहिए। मैंने कहा- क्यों सर मैंने काम किया है। इस पर प्रोड्यूसर ने कहा- मुझे पता ही नहीं था तू गूंगे का रोल कर रहा है। तूने डायलॉग नहीं बोले तो 4000 रुपए किस बात के? मैंने कहा- नहीं भाई गूंगे के रोल के लिए भी बहुत मेहनत करनी पड़ती है, सिर्फ डायलॉग बोलना थोड़ा होता है। तो वो बोला- ना ना, डेढ़ हज़ार रुपए दूंगा मैं। क्योंकि तूने डायलॉग नहीं बोला है। मैंने कहा- रख लो अपना तुम ,तुमको दान दे दिया।  जो चेक दिया था वो ऑफिस में फेंक के आ गया था। उसके बाद अनुभव सिन्हा को फ़ोन किया। उसने कहा-वो तो प्रोडूसर है, अब मैं क्या बोलूं। मुझे गुस्सा आ गया उसपर।  मैंने कहा कि तुमने मेरे लिए स्टैंड नहीं लिया।  मेरा इतना जिगरी दोस्त उसने स्टैंड नहीं लिया तो इसलिए मैं नाराज़ हो गया था।

रजत शर्मा: लेकिन जिन लोगों के पीछे आप ईंट लेकर भागे थे वो क्या किस्सा था?

मनोज बाजपेयी : कुछ नहीं दारु पीकर लड़ाई हो गयी थी।

नसीरुद्दीन शाह को आधी रात में कॉल

मनोज बाजपेयी ने खुलासा किया कि कैसे उन्होंने नसीरुद्दीन शाह को उनके अभिनय की तारीफ करने के लिए आधी रात को फोन किया और कहा, 'नसीर भाई, आई लव यू, सर'। "मेरे लिए, नसीर साहब अभिनय के भगवान की तरह हैं। जब भी मैं उनकी फिल्में देखता हूं तो मुझे उनका अभिनय पसंद आता है। एक बार, अपने दोस्तों के साथ ड्रिंक करने के बाद, मैंने उनकी एक फिल्म के दृश्य को देखने के बाद उन्हें फोन किया। जब मैंने कहा ,आई लव यू सर, उन्होंने जवाब दिया: 'मनोज मियां, कितना पी चुके हो?' 

जब तब्बू, कैटरीना ने मनोज के पैर छुए

मनोज बाजपेयी ने बताया कि कैसे तब्बू ने एक बार फिल्म के सेट पर उनके पैर छुए थे। 'तब्बू ने सत्या देखी थी और भरे सेट पर आकर, उसकी तारीफ करने का अंदाज था, उसने पैर छू लिए थे। और कटरीना ने तो पूरी मीडिया के सामने मेरे पैर छुए। जो आज तक चला जा रहा है कि कटरीना ने आपके पैर छुए थे। अरे भाई, उन्होंने सम्मान दिखाया। खासतौर पर कटरीना ने राजनीति फिल्म देखी थी और उसे मेरा काम पसंद आया था। She feel very glad

रजत शर्मा:वो तो glad है आपको क्या लगा।
मनोज बाजपेयी : थोड़ी शर्मिंदगी हुई। इतनी सुंदर हीरोइन, वो आकर के आपके पैर छू रही है । पहले ही आप बुज़ुर्गवार हो गए।

शाहरुख के साथ 'घुंघरू' डिस्को में डांस

मनोज बाजपेयी ने खुलासा किया कि कैसे एक बार शाहरुख खान अपने थिएटर के दिनों में उन्हें दिल्ली के होटल मौर्या शेरेटन के घुंघरू डिस्कोथेक में ले गए थे।' मैं शाहरुख और उसके दोस्तों में शामिल हो गया। ये लोग साउथ दिल्ली में रहने वाले लोग थे। ये लोग अच्छी वाली सिगरेट पी रहे थे और मैं अच्छी वाली बीड़ी पी रहा था। मेरे पास  चप्पल थी तो डिस्कोथेक वाले ने कहा कि यार ये चप्पल वाले को तो अंदर नहीं जाने देंगे। फिर शाहरुख़ और उसके दोस्तों ने एक शख्स से जूता उधार मांगकर मुझे दिया। फिर मैं अंदर गया। पहली बार मैंने डिस्को देखा था। अंदर अंधेरा, लाइट चमक रही है, लोग नाच रहे हैं, गा रहे हैं। एक गांव के आदमी को पहली बार डिस्को देखने का मौका शाहरुख़ और उसके दोस्तों के कारण मिला था।

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