नहीं रहीं मराठी सिंगर 'लावणी क्वीन' सुलोचना चव्हाण, PM मोदी ने भी दी श्रद्धांजलि
Lavani Queen सुलोचना चव्हाण की मौत, मराठी संगीत की दुनिया के लिए एक बड़ा झटका है। उन्हें अपने गीतों के लिए पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया था। PM मोदी ने भी उनकी मृत्यु पर दुख व्यक्त किया है।
Lavani Queen सुलोचना चव्हाण, मराठी संगीत की दुनिया की महारानी थीं। उनकी आवाज ने एक जमाने से मराठी फिल्मों के गाने को नवाजा था। लेकिन, अब ये आवाज इस दुनिया को अलविदा कह चुकी है। जी हां, मराठी सिंगर `लावणी क्वीन’ सुलोचना चव्हाण (Lavani Queen Sulochana Chavan) 92 वर्ष की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह दिया है। उनके बेटे और ढोलकी वादक विजय चव्हाण ने पीटीआई-भाषा को बताया कि उन्होंने दक्षिण मुंबई स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली।
पद्मश्री से सम्मानित थीं 'लावणी समरदनी' सुलोचना ताई
सुलोचना चव्हाण को लोग 'लावणी समरदनी' यानी लावणी की रानी के रूप में जानी जाने वाली, सुलोचना चव्हाण इस पारंपरिक महाराष्ट्रीयन संगीत शैली में सबसे प्रसिद्ध गायिकाओं में से एक थीं। उन्होंने न सिर्फ मराठी फिल्मों के कई गानों को अपनी आवाज दी थी बल्कि, लोक रंगमंच और महाराष्ट्र का फेमस फोक म्यूज़िक और फोक थिएटर 'तमाशा' से भी जुड़ी हुई थीं।
ओरिजिनल कंटेंट देने में बॉलीवुड असमर्थ, रीमेक कल्चर को लेकर करण जौहर का बड़ा खुलासा
PM मोदी ने दी श्रद्धांजलि
'लावणी समरदनी' की मौत पर प्रधानमंत्री मोदी ने भी अपनी श्रद्धांजलि व्यक्त की है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी याद में ट्वीट किया और लिखा, “आने वाली पीढ़ियां सुलोचना ताई चव्हाण को और महाराष्ट्र, विशेष रूप से लावणी की संस्कृति को बढ़ावा देने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए याद रखेंगी। उन्हें संगीत और रंगमंच का भी शौक था। उनके निधन से आहत हूं। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना। शांति।"
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी दी श्रद्धांजलि
बता दें कि सुलोचना ताई की मौत पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने भी शोक व्यक्त किया है।मुख्यमंत्री शिंदे ने अपने शोक संदेश में कहा कि चव्हाण के निधन से लावणी, लोक कला और संगीत के क्षेत्र में एक शून्य पैदा हो गया है।
Ghum Hai Kisikey Pyaar Meiin: विराट, सई और पाखी के एक्सीडेंट को देख यूजर्स हुए लोटपोट, बोले- ये बस लटकी कैसे?
तो, राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि "श्रीमती सुलोचना-ताई चव्हाण लावणी की निर्विवाद महारानी थीं। उन्होंने कविता में जीवन का संचार किया और अपनी अनूठी आवाज और उच्चारण के बल पर कई लावणियों को अमर कर दिया। उनकी खूबसूरत आवाज कई और सालों तक जीवित रहेगी। मैं महान गायक को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और श्री विजय चव्हाण और शोक संतप्त परिवार के अन्य सदस्यों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। ”