Kargil Vijay Diwas: कारगिल के वीरों को सलाम, इन फिल्मों को देखकर आपकी आंखों से भी बहेंगे आंसू
26 जुलाई को 1999 में कारगिल युद्ध में भारत ने पाकिस्तान को सबक सिखाया था। युद्ध में बलिदान देने वाले देश के वीर सपूतों की याद में हर साल कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है। करीब दो महीने से अधिक वक्त तक चले कारगिल युद्ध में 527 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे, जबकि 1,300 से अधिक घायल हुए थे।
Kargil Vijay Diwas: 26 जुलाई 1999 की तारीख भारत के इतिहास का वह दिन है जब देश के वीर जवानों ने दुश्मनों को मात देते हुए अपनी जीत का परचम लहराया था। इस साल कारगिल युद्ध में भारत को मिली जीत के 23 साल पूरे हो जाएंगे। शहीद हुए वीर जवानों के सम्मान में हर साल इस दिन को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। वहीं बॉलीवुड में भी इन वीरों की शौर्य कथाओं को दिखाने के लिए कई फिल्में बनाई गई हैं। विजय दिवस के मौके पर जानते हैं बॉलीवुड की ऐसी फिल्मों के बारे में जिसमें कारगिल युद्ध और देश के वीर जवानों की कहानी दिखाई गई है।
एलओसी- कारगिल
साल 2003 में एलओसी- कारगिल रिलीज की गई। इस फिल्म में कारगिल शहीद हुए जवानों की कहानियां दिखाई गईं। जेपी दत्ता द्वारा निर्देशित इस फिल्म में अजय देवगन, अरमान कोहली, संजय दत्त, नागार्जुन, सैफ अली खान, सुनील शेट्टी, अभिषेक बच्चन, मोहनीश बहल, अक्षय खन्ना, मनोज वाजपेयी, आशुतोष राणा, रानी मुखर्जी, करीना कपूर, ईशा देओल और रवीना टंडन आदि मुख्य भूमिका में थे। इस फिल्म को देखकर आपको 1999 का युद्ध याद आ जाएगा।
धूप
करगिल युद्ध में बनी फिल्म 'धूप' को भी लोगों ने काफी पसंद किया था। यह फिल्म युद्ध में शहीद हुए एक कैप्टन की कहानी है। फिल्म में संजय कपूर, गुल पनाग, ओम पुरी और रेवती जैसे कलाकार मुख्य भूमिकाओं में नजर आए थे।
लक्ष्य
ऋतिक रोशन और प्रीति जिंटा स्टारर फिल्म 'लक्ष्य' भी लोगों को काफी पसंद आई थी। फरहान अख्तर के निर्देशन में बनी इस फिल्म में एक ऐसे बिगड़े लड़के की कहानी है,जो सुधरकर सेना में भर्ती हो जाता है। ऋतिक और प्रीति के अलावा फिल्म में अमिताभ बच्चन, अमरीश पुरी और ओम पुरी अहम किरदार निभाते दिखाई दिए।
टैंगो चार्ली
फिल्म 'टैंगो चार्ली' में भी अजय देवगन, संजय दत्त नजर आए थे। फिल्म में अजय और संजय के अलावा बॉबी देओल भी मुख्य भूमिका में थे। यह फिल्म 25 मार्च 2005 में हर सिनेमाघरों में रिलीज की गई थी। जिसे दर्शकों ने बेहद पंसद किया था। इस फिल्म के निर्देशक मणी शंकर थे।
स्टम्प्ड : 2003
इस फिल्म में 1999 के कारगिल युद्ध और क्रिकेट विश्वकप के बीच की स्थितियों को दर्शाया गया है। इस फिल्म का निर्माण रवीना टंडन ने किया था। जिन्होंने इस फिल्म में खुद काम भी किया है। जिसमें रवीना टंडन एक ऐसे सेना के अधिकारी की पत्नी का किरदार निभा रही हैं जिसे युद्ध के मैदान से लापता घोषित कर दिया गया था। यह फिल्म दिखाती है कि जब हमारे जवान सीमा पर युद्ध करते हुए शहीद हो रहे थे उस वक्त हम लोग विश्वकप के चकाचौंध में खोए हुए थे।
मौसम : 2011
पंकज कपूर द्वारा निर्देशित यह फिल्म एक प्रेम कहानी पर निर्धारित है। जिसमें मुख्य किरदार शाहिद कपूर और सोनम कपूर का है। इसमें शाहिद एक भारतीय वायु सेना के अधिकारी हैं और सोनम से सगाई के ठीक पहले उन्हें युद्ध के लिए बुला लिया जाता है। फिल्म बेहद रोमांटिक और अच्छी है।
गुंजन सक्सेना
फिल्म पूर्व भारतीय वायुसेना की पायलट गुंजन सक्सेना की अविश्वसनीय वास्तविक जीवन पर आधारित है। कहानी में गुंजन सक्सेना (जाह्नवी कपूर) के संघर्ष और वीरता के बीच लैंगिक भेदभाव को पर्दे पर उतारा गया है। 'कारगिल गर्ल' के नाम से मशहूर गुंजन सक्सेना को 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान अनुकरणीय साहस दिखाने के लिए शौर्य वीर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
शेरशाह
सिद्धार्थ मल्होत्रा और कियारा आडवाणी स्टारर फिल्म शेरशाह भी कारगिल युद्ध पर आधारित है। यह फिल्म लोगों को बेहद ही ज्यादा पसंद आईं थी। इस फिल्म के गाने अभी तक लोगों के मुंह में है। यह फिल्म मूल रूप से कैप्टन विक्रम बत्रा की बायोपिक है, जो अपनी साथी की जान बचाते हुए 7 जुलाई 1999 को शहीद हो गए थे। मरणोपरांत विक्रम बत्रा को सर्वोच्च वीरता सम्मान परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था। युद्ध के दौरान उन्हें कोड नाम शेरशाह दिया गया था। इसी नाम पर यह फिल्म बनाई गई है।