A
Hindi News मनोरंजन बॉलीवुड 'आज का एंग्री यंग मैन चाहता है कि औरत उसके जूते चाटे...' क्यों बोले जावेद अख्तर?

'आज का एंग्री यंग मैन चाहता है कि औरत उसके जूते चाटे...' क्यों बोले जावेद अख्तर?

जावेद अख्तर से जब कोई सवाल किया जाता है वह अपनी बात रखने से कभी पीछे नहीं हटते। सामाजिक मुद्दे हों या फिल्मी दुनिया से जुड़ी बातें, सब पर वह अपनी राय खुलकर रखते हैं। अब हाल ही में उन्होंने एक बार फिर कुछ ऐसा कहा है, जिससे उन्होंने फिल्मों के कंटेंट को लेकर अपना रुख साफ कर दिया है।

javed akhtar- India TV Hindi Image Source : INSTAGRAM जावेद अख्तर ने की 'एनिमल' की आलोचना

बॉलीवुड लिरिसिस्ट जावेद अख्तर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं और अब एक बार फिर उन्होंने कुछ ऐसा कह दिया है, जिसके चलते उनकी चर्चा शुरू हो गई है। मशहूर पटकथा लेखक ने 2023 में रिलीज हुई एक ब्लॉकबस्टर फिल्म पर अपने विचार साझा किये हैं। जावेद अख्तर ने भारतीय सिनेमा के आज के 'एंग्री यंग मैन' के किरदारों पर विचार करते हुए कहा कि अब 'फिल्मों का हीरो एक कैरिकेचर में बदल रहा है। वह वो आदमी बन चुका है जो चाहता है कि एक महिला उसके जूते चाटे।' जावेद अख्तर ने ये सब संदीप रेड्डी वांगा की फिल्म 'एनिमल' पर कटाक्ष करते हुए कही, जिसमें रणबीर कपूर ने लीड रोल निभाया है।

एंग्री यंग मैन की अवधारणा पर क्या बोले जावेद अख्तर?

जावेद अख्तर ने 'वी आर युवा' से बात करते हुए फिल्मों में 'एंग्री यंग मैन' की अवधारणा को संबोधित किया और एनिमल का हवाला देते हुए कहा कि- 'तर्कहीन गुस्सा दिखाना, जो बेसलेस है, चरित्र को एक कैरिकेचर में बदलना शुरू कर देता है।' उत्तर और दक्षिण में 'एंग्री यंग मैन' की अवधारणा पर रिएक्शन देते हुए उन्होंने कहा- 'साउथ में भी, फिल्म का हीरो एक कैरिकेचर में बदल रहा है। वह ऐसा आदमी है, जो चाहता है कि एक महिला उसका जूता चाटे। वह पहले से ही एक गुस्सैल आदमी या एक मजबूत आदमी के कैरिकेचर में बदलना शुरू कर देता है, लेकिन बहुत ही अलग तरह से।'

जावेद अख्तर ने नहीं देखी एनिमल

जावेद अख्तर से जब पूछा गया कि क्या उन्होंने एनिमल देखी है? तो जवाब में उन्होंने कहा- 'मैंने एनिमल नहीं देखी है। लोगों ने मुझे इसके बारे में बताया और मैंने समाचारों में भी पढ़ा कि फिल्म का जो हीरो है वो महिला किरदार से अपने जूते चाटने को कहता है। वह नीचे झुकती है, लेकिन भगवान का शुक्र है कि ये सीन वहीं काट दिया गया और इसे आगे नहीं बढ़ाया गया। जब लोग एंग्री यंग मैन के विचार की नकल कर रहे थे, तो वे ये देखना भूल गए कि 'जंजीर' में अमिताभ बच्चन का किरदार ना सिर्फ गुस्से में था, बल्कि गहरी चोट में भी था।'

सलीम-जावेद की जोड़ी ने लिखी थी जंजीर

बता दें, 1973 में रिलीज हुई 'जंजीर' की कहानी सलीम-जावेद की जोड़ी ने साथ मिलकर लिखी थी, जो ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी। यही वो फिल्म थी, जिसने अमिताभ बच्चन के डूबते करियर को बचाया और पार लगाया। हालांकि, ये पहली बार नहीं है जब जावेद अख्तर ने 'एनिमल' को लेकर अपनी निराशा जाहिर की है, इससे पहले भी वह इस फिल्म को लेकर नाराजगी जाहिर कर चुके हैं। फिल्म में रणबीर कपूर ने एक ऐसे हीरो का किरदार निभाया है, जो एक माहिला से जूते चाटने के लिए कहता है।

Latest Bollywood News