तंगी में बीता इस फीमेल डायरेक्टर का बचपन, पिता की मौत के बाद बिगड़ी माली हालत, कैसे बदली किस्मत?
बॉलीवुड की मशहूर डायरेक्टर, प्रोड्यूसर और कोरियोग्राफर फराह खान का आज जन्मदिन है। उन्होंने बॉलीवुड में एक बैकग्राउंड डांसर के तौर पर अपना करियर शुरू किया और आज बॉलीवुड की टॉप डायरेक्टर्स में से एक हैं। फराह खान आज अपना 60वां जन्मदिन मना रही हैं। इस मौके पर आपको उनके बारे में कुछ खास बातें बताते हैं।
फराह खान आज किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं। फराह एक सफल फिल्ममेकर और कोरियोग्राफर हैं और आज वह जिस भी मुकाम पर हैं, इसके लिए उन्हें कड़ी मेहनत करनी पड़ी है और स्ट्रगल से होकर गुजना पड़ा है। फराह आज बॉलीवुड की टॉप डायरेक्टर, प्रोड्यूसर और डांस कोरियोग्राफर्स के रूप जानी जाती हैं। हाालांकि, कभी फराह को नेपोटिजम का ताना भी सुनना पड़ा, कहा गया कि इनके पापा तो डायरेक्टर थे, फिल्में बनाते थे, इसलिए फिल्मों में आसानी से काम मिल गया होगा। लेकिन, ऐसा नहीं है। फराह खान के पिता कामरान खान भले ही अपने समय के एक स्टंटमैन और डायरेक्टर थे, लेकिन जब वह बहुत छोटी थीं, तभी उनके पिता की मौत हो गई। इसके बाद फऱाह खान को काफी मुश्किलों से होकर गुजरना पड़ा। एक समय ऐसा भी था, जब उनके पास घर खर्च चलाने तक के पैसे नहीं थे। लेकिन, फराह ने अपनी मेहनत से अपनी तकदीर बदली, बल्कि आज वह लग्जरी लाइफ जीती हैं।
60वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रही हैं फराह खान
फराह की जर्नी किसी इंस्पिरेशन से कम नहीं है। फराह आज जिस मुकाम पर हैं, वहां तक पहुंचने में उनकी कड़ी मेहनत और लगन है, जो कई लोगों के लिए इंस्पिरेशन है। फराह 9 जनवरी को 60वां बर्थडे मनाने जा रहीं हैं। बचपन में उनके सिर पर छत नहीं थी, खाने के भी पैसे नहीं थे, आज उनका दुनियाभर में नाम चलता है।
रईस था फराह खान का परिवार
एक समय था जब फराह का परिवार बहुत रईस हुआ करता था। ये उस समय की बात है जब उनके पिता कामरान खान फिल्म डायरेक्टर हुआ करते थे। उस समय परिवार के पास किसी चीज की कोई कमी नहीं थी। घर पर शानदार पार्टियां हुआ करती थीं, जिनमें बॉलीवुड के बड़े स्टार्स आते थे। लेकिन, फिर एक फिल्म ने सबकुछ बदल कर रख दिया। फराह के पापा ने एक फिल्म बनाई और उसमें अपनी जिंदगीभर की पूंजी लगा दी। लेकिन. जब फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज हुई तो बुरी तरह पिट गई। परिवार के हालात बदल गए, इसी के गम में फराह के वालिद कामरान सदमे में आ गए और उन्होंने खुद को शराब के नशे में डुबो दिया और फिर एक दिन लीवर फटने से उनकी मौत हो गई। अपने उन दुख भरे दिनों को याद करते हुए फराह के भाई साजिद ने बिग बॉस में भी सुनाया था।
पिता की मौत के बाद के हालात
इसके बाद तो परिवार के बुरे दिन शुरू हो गए। उन्हें 15 साल तक बुरे समय का सामना करना पड़ा। बुरा इसलिए क्योंकि लोगों ने फराह और साजिद के पिता के कफन तक को पैसे नहीं दिए, साजिद और फराह जिससे भी मदद मागते, वह मुंह मोड़ लेता। ऐसे मुश्किल समय में सलमान के पिता और जाने-माने राइटर सलीम खान ने मदद की। सलीम ने फराह और साजिद को इतने पैसे दिए, जिनसे पिता को दफनाया जा सका।
स्टोर रूम में रहीं फराह खान
फराह ने अपने बुरे समय की कहानी 'इंडियन आइडल 13' में भी बताई। उन्होंने बताया कि उनके पास रहने को घर नहीं था, वह और उनकी मां लगभग 6 साल तक स्टोर रूम में भी रहे। जब उनके पिता का इंतकाल के समय उनके पास 30 रुपये थे।
ऐसे बनीं डांस कोरियोग्राफर
फराह ने पढ़ाई के साथ-साथ डांस कोरियोग्राफर का सपना देखा। फराह ने एक इंटरव्यू में बताया कि वे माइकल जैक्सन को अपना गुरू मानती थीं। वह उनके जैसा डांस करने की कोशिश किया करतीं। फराह जब फिल्म 'जो जीता वही सिकंदर' में ऊटी में असिस्ट कर रही थीं, वे उन्हें कोरियोग्राफ करने का पहली बार मौका मिला। क्योंकि जो कोरियोग्राफर थी, वह नहीं पहुंच पाई। और फराह से कहा गया कि तुम कोरियोग्राफी करो। इस तरह उन्हें कोरियोग्राफी का पहला मोका मिला। फराह ने कई फिल्मों में डांस सीक्वेंस कोरियोग्राफ किए।
'मैं हूं ना' ने बदली किस्मत
फिल्म 'कभी हां कभी ना' के सेट पर फराह खान की मुलाकात शाहरुख खान से हुई। और दोनों अच्छे दोस्त बन गए और आने वाले वक्त में कई फिल्म में साथ काम किया। उन्होंने कोरियोग्राफी के लिए 6 बार फिल्मफेयर का बेस्ट कोरियोग्राफी अवॉर्ड जीता। इसके बाद फराह ने पहली फिल्म 'मैं हूं ना'डायरेक्ट की, जिसमें शाहरुख लीड रोल में थे। फिल्म ब्लॉकबस्टर रही और फराह टॉप डायरेक्टर बन गई। इसके बाद फराह ने कई फिल्में डायरेक्ट की हैं।