Azadi Ka Amrit Mahotsav: आजादी के 75वें साल पर सिनेमा के इतिहास में होगा बड़ा बदलाव, फिल्मों से जुड़ेगा अनोखा नियम
Azadi Ka Amrit Mahotsav: 75वें स्वतंत्रा दिवस पर सिनेमा की दुनिया में होगा बहुत बड़ा बदलाव
Azadi Ka Amrit Mahotsav: 15 अगस्त 2022 को देश की आजादी के 75 वर्ष पूरे हो गए हैं। आजादी की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में पूरे देश में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। इसी के चलते अब बॉलीवुड में भी आजादी का जश्न मनाया जाएगा। आजादी महोत्सव के 75वें साल के गौरवशाली इतिहास को मनाने के लिए भारत सरकार ने एक खूबसूरत पहल की शुरुआत की है। हमारे देश की तरक्की में सिनेमा ने बेहद अहम योगदान दिया है। इसलिए 75 वें स्वतंत्रता दिवस पर फिल्म इंडस्ट्री को लेकर एक अनोखा नियम लागू किया जायेगा।
फिल्मों में होगा आजादी के अमृत महोत्सव का ‘लोगो’
अब केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड की ओर से फिल्म निर्माताओं को एडवाइजरी जारी की गई है, जिसके तहत फिल्मी पर्दे पर भी अनोखे अंदाज में देश की आजादी का जश्न मनेगा। दरअसल, केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड की ओर भारतीय फिल्मों के सभी निर्माताओं को एडवाइजरी जारी की गई है। इसमें कहा गया है कि सभी फिल्म निर्माता अपनी 2022 और 2023 के दौरान बनी फिल्मों में आजादी का अमृत महोत्सव के लोगो को लगाएंगे।
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पहले भी आ चुके हैं सिनेमा को लेकर ये बेहतरीन नियम
थियेटर में राष्ट्रीय गान बजने पर सम्मान में खड़े होना
साल 2016 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक देशभर के सभी सिनेमाघरों में फिल्म शुरू होने से पहले राष्ट्रीय गान बजते समय सिनेमाघर में मौजूद सभी लोगों को राष्ट्रीय गान के सम्मान में खड़ा होने का आदेश जारी किया गया था। लेकिन बाद में इस मुद्दे को मीडिया में बहुत उछाला गया था।
नशे का कंटेंट दिखाने पर लगा सेंसर
पहले के फिल्मों में धूम्रपान और किसी को भी शराब पीते हुए दिखाना बेहद सामान्य था। उस पर किसी भी प्रकार की रोक टोक या सेंसर नहीं था। लेकिन साल 2008 के बाद इस पर भी सख्त नियम लगाए गए। और नशा से जुड़ा कंटेंट दिखने पर डिस्क्लेमर भी दिखाया जाने लगा।
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एनिमल क्रुएलिटी पर संवेदनशील हुआ सिनेमा
पहले फिल्मों में जानवरों को दिखाया जाता था। जिससे कई बार उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ना सहन करनी पड़ती थी। लेकिन पेटा ऑर्गनाजेशन ने जानवरों के प्रति करुणा को बढ़ावा देने के लिए बहुत एनिमल क्रुएलिटी एक्ट को लेकर कई प्रकार के जतन किये। जिसके बाद इस इंडस्ट्री में भी बेजुबान जानवरों को लेकर कई तरह के बेहतरीन बदलाव किये गए। अब फिल्मों में जो भी एनिमल क्रुएलिटी दिखाई जाती है है। दरअसल वो पूरा कमाल वीएफएक्स का होता है।