A
Hindi News मनोरंजन बॉलीवुड 13 साल पहले रिलीज हुई इस फिल्म में अलका याग्निक जैसी बीमारी का शिकार हुआ था हीरो, देखकर हिल जाएगा दिमाग

13 साल पहले रिलीज हुई इस फिल्म में अलका याग्निक जैसी बीमारी का शिकार हुआ था हीरो, देखकर हिल जाएगा दिमाग

साल 2011 में रिलीज हुई इस फिल्म में कोई बड़ा सुपरस्टार तो नहीं था और ना ही बहुत सारा ड्रामा। इसके अलावा ये बॉक्स ऑफिस पर भी कोई खास कमाल नहीं दिखा पाई थी, लेकिन जिसने भी ये फिल्म देखी इसकी तारीफ किए बिना नहीं रह पाया।

soundtrack- India TV Hindi Image Source : IMDB 2011 में रिलीज हुई थी ये फिल्म।

दिग्गज प्लेबैक सिंगर अलका याग्निक ने हाल ही में खुद को लेकर खुलासा किया कि वह रेयर न्यूरो डिसीज से जूझ रही हैं,जिसके चलते उन्हें सुनाई देना बहुत कम हो गया है। उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट साझा करते हुए अपनी इस रेयर बीमारी के बारे में फैंस को बताया। सिंगर के इस खुलासे के बाद से  उनके फैंस उन्हें लेकर परेशान हैं। अलका याग्निक ने अपनी बीमारी के बारे में बात करते हुए अपने फैंस और साथी कलाकारों से रिक्वेस्ट की है कि वह लाउड म्यूजिक से दूर रहें। अलका याग्निक को हुई इस बीमारी ने लोगों के दिमाग में लाउड म्यूजिक और हेडफोन्स को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि, डॉक्टर्स भी कई बार मरीजों को ज्यादा लाउड म्यूजिक और हेडफोन्स के कम इस्तेमाल की सलाह देते हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि 13 साल पहले ही एक ऐसी बॉलीवुड फिल्म आई थी, जिसमें हीरो को अलका याग्निक जैसी बीमारी से जूझते दिखाया गया था।

2011 में रिलीज हुई थी फिल्म

साल 2011 में रिलीज हुई इस फिल्म में कोई बड़ा सुपरस्टार तो नहीं था और ना ही बहुत सारा ड्रामा। इसके अलावा ये बॉक्स ऑफिस पर भी कोई खास कमाल नहीं दिखा पाई थी, लेकिन जिसने भी ये फिल्म देखी इसकी तारीफ किए बिना नहीं रह पाया। 13 साल पहले रिलीज हुई इस फिल्म का नाम है 'साउंडट्रैक' और फिल्म में राजीव खंडेलवाल लीड रोल में दिखाई दिए थे।

ब्रिटिश कनाडाई फिल्म की रीमेक

बता दें, 2011 में रिलीज हुई साउंडट्रैक 2004 में आई ब्रिटिश कनाडाई फिल्म 'इट्स ऑल गॉन पीट टोंग' की हिंदी रीमेक थी। नीरव घोष के डायरेक्शन में बनी फिल्म में लीड राजीव खंडेलवाल के साथ सोहा अली खान भी नजर आई थीं। 

क्या है साउंडट्रैक की कहानी

साउंडट्रेक में राजीव खंडेलवाल ने रौनक कौल का किरदार निभाया था। जो सिर्फ म्यूजिक से घिरा रहता है। उसे म्यूजिक से ऐसा लगाव होता है कि वह म्यूजिक में रहता है, खाता है और सांस लेता है। विरासत में मिले संगीत को वह अपना करियर बनाना चाहता है। इसके चलते वह अपने सपनों को साकार करने के लिए मुंबई आता है। वह जल्द ही खुद का स्टूडियो स्थापित कर लेता है, लेकिन अपनी मंजिल पाने से पहले ही वह अपने दाहिने कान से सुनने की क्षमता खो देता है। इसके बाद रौनक कौल क्या करता है, वह देखने लायक है। 

आईएमडीबी ने 10 में से 7.1 रेटिंग दी है

बता दें, भले ही ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर खास कमाल नहीं दिखा पाई थी, लेकिन आईएमबीडी ने इस फिल्म को शानदार रेटिंग दी है। आईएमडीबी ने साउंडट्रैक को 10 में से 7.1 रेटिंग दी है। अगर आप अभी ये फिल्म देखना चाहते हैं तो ये प्राइम वीडियो पर उपलब्ध है।

Latest Bollywood News