अंतिम संस्कार के बाद श्रीदेवी के नौलखा हार का क्या हुआ?
सोशल मीडिया में दावा किया जा रहा है कि इस बेशकीमती हार को श्रीदेवी के पार्थिव शरीर के साथ पार्थिव शरीर के साथ जला दिया गया..
नई दिल्ली: सोशल मीडिया में दावा किया जा रहा है कि श्रीदेवी के दाह संस्कार के दौरान वो बेशकीमती सोने का हार भी उनकी पार्थिव शरीर के साथ जला दिया गया? पूरी दुनिया ने देखा कि अंतिम यात्रा से पहले श्रीदेवी को एक दुल्हन की तरह सजाया गया था... वो सोने के जेवरों से लदी हुई थी.. गले में एक यूनीक सा हार भी था.. लोग पूछ रहे थे कि इस हार का क्या हुआ.. अब सोशल मीडिया में दावा किया जा रहा है कि इस बेशकीमती हार को श्रीदेवी के पार्थिव शरीर के साथ पार्थिव शरीर के साथ जला दिया गया..
सोशल मीडिया में ये भी दावा किया जा रहा है कि श्रीदेवी के पार्थिव शरीर को वही साड़ी और जेवर पहनाए गए जिसे श्रीदेवी ने अपनी शादी में पहना था.. इतना ही नहीं, ये भी दावा किया जा रहा है कि अंतिम यात्रा से पहले श्रीदेवी के मुंह में सोने का एक टुकड़ा डाला गया था... जिसे पार्थिव शरीर के साथ ही जला दिया गया...
क्या सोने की हार को भी पार्थिव शरीर के साथ जलाया गया? क्या अंतिम यात्रा से पहले श्रीदेवी के मुंह में सोने का टुकड़ा डाला गया ? श्रीदेवी के पार्थिव शरीर पर रखा बेशकीमती हार की खासियत क्या है. क्या है इसका राज़.. ये सब हम आपको बताएंगे लेकिन उससे पहले देखते सोशल मीडिया पर क्या क्या दावे किए जा रहे हैं....
सबसे बड़ा सवाल ये है कि श्रीदेवी के पार्थिव शरीर पर जो सोने के हार था उसका क्या हुआ... क्या उसे जला दिया गया.. और दूसरा सवाल ये कि क्या पार्थिव शरीर के अंतिम श्रंगार के समय उनके मुंह में सोने का टुकड़ा डाला गया... लोग इसका जवाब जानना चाहते हैं इसलिए इंडिया टीवी ने इस खबर की तहकीकात शुरु की...
श्रीदेवी की मौत दुबई में हुई लेकिन उनका अंतिम संस्कार मुंबई में किया गया... हमारी तहकीकात में पता चला कि श्रीदेवी की अंतिम यात्रा का पूरा इंतेजाम विजक्राफ्ट कंपनी के हाथ में थी... सिलेब्रेटी को रिसीव करने से लेकर .. अंतिम संस्कार तक की सारी व्यवस्था इस कंपनी ने की थी.. पुलिस से लेकर भीड़ को नियंत्रण करना और श्रीदेवी की अंतिम यात्रा के लिए जरूर परमिशन लेना और पार्थिव शरीर के लिए इस गाड़ी को सजाना... ये सबकुछ विजक्राफ्ट कंपनी ने किया है...
हमारी तहकीकात में पता चला कि श्रीदेवी का अंतिम संस्कार तमिल रीति रिवाजों के मुताबिक हुआ.. श्रीदेवी तमिलनाडू से आती हैं.. वो पिछले तीन दशक से मुंबई में रह रही थी लेकिन उन्होंने तमिल संस्कृति को उन्होंने नहीं छोड़ा.. यही वजह है कि बोनी कपूर ने श्रीदेवी की अस्थियों को बहाने के लिए रामेश्वरम को चुना...
इंडिया टीवी की तहकीकात में ये पता चला कि सोने का वो हार जिसे श्रीदेवी के पार्थिव शरीर को पहनाया गया .. वो एक स्पेशल हार है... इसे टेम्पल ज्वेलरी कहा जाता है.. दरअसल ये वो जेवर हैं जिसे तमिलनाडू में देवियों की मूर्तियों पर चढ़ाया जाता है.. मतलब ये टेम्पल ज्वेलरी मंदिर में देवियों को पहनाया जाता है.. लेकिन धीरे धीरे इसका इस्तेमाल शादियों में होने लगा.. ये नई नवेली दुल्हनों का आभूषण बन गया..इसलिए ये माना जा सकता है कि ये हार श्रीदेवी ने अपनी शादी में पहना हो...
जहां तक बात सोने के हार की है तो पार्थिव शरीर के साथ सोना को जलाने से सोना को कुछ भी नहीं होता है.. चिता की आग से सोना नहीं गल सकता है.. इसलिए ये ज्यादातर लोग ऐसी स्थिति में सोने के जेवरों को आखरी वक्त पर पार्थिव शरीर से हटा लेते हैं... लेकिन ये बातें ऐसी जिसका रिश्ता पंरपरा से ज्यादा इमोशन से है...
दुल्हन की तरह सजा कर श्रीदेवी को रुख़सत करना न सिर्फ परंपरा का हिस्सा है बल्कि इनोशनल पहलु भी है.. लेकिन सोशल मीडिया में एक और सवाल ये उठाया जा रहा है कि श्रीदेवी के अंतिम संस्कार के दौरान सोने एक एक टुकड़ा रखा गया है.. सोशल मीडिया में इस पर भी लोग सवाल उठा रहे हैं..
सोशल मीडिया में दावा किया गया है कि श्रीदेवी के पार्थिव शरीर के अंतिम श्रंगार के समय उनके मुंह में सोने का टुकड़ा डाला गया.. इस बात पर लोग हैरान हैं.. कई लोग ये जानना चाहते हैं कि ऐसा क्यों किया गया... क्या ये भी श्रीदेवी की इच्छा थी.. इंडिया टीवी की तहकीकात में पता चला कि पार्थिव शरीर के मुंह में सोने का टुकड़ा रखना हिंदुस्तान की परंपरा का हिस्सा है..
तमिल परंपरा के मुताबिक भी जब भी कोई सुहागिन महिला मरती है तो उसकी पार्थिव देह के मुंह में सोने का पान रखा जाता है.. जिसे स्वर्ण तांबुल कहते हैं.. ये मिलना मुश्किल होता है इसलिए लोग सोने के पान की जगह सोने का एक टुकड़ा रख देते हैं.. दरअसल ये उनके अखंड सौभाग्य का प्रतीक होता है.. इसी तरह अंतिम यात्रा में कुंकुम और हल्दी पूरे रास्ते पर छिड़कने की परंपरा भी है... हालांकि समय के साथ ये परंपराएं अब खत्म होती जा रही हैं लेकिन अच्छी बात है कि श्रीदेवी के अंतिम संस्कार के दौरान हर परंपरा को निभाया गया.. इंडिया टीवी को श्रीदेवी के पारिवारिक मित्र अमर सिंह बताया कि श्रीदेवी निजी जिंदगी में काफी धार्मिक थी.. उन्होंने जो एक बात बताई वो वाकई हैरान करने वाला है..
अमर सिंह ने बताया कि श्रीदेवी का परिवार शोक संतप्त है.. सोशल मीडिया पर उठ रहे सवालों से उन्हें पीड़ा पहुंचती है.. उन्होंने साफ साफ कहा कि श्रीदेवी के पार्थिव शरीर की साड़ी लाल थी.. या कीमती जेवर थे.. ये किसी भी परिवार का निजी मामला है... पति पत्नी के बीच के इमोशन की बात है... इसलिए इस पर कुछ कहना उचित नहीं होगा...
इंडिया टीवी की तहकीकात में सोशल मीडिया का दावा सही है कि श्रीदेवी के पार्थिव शरीर के अंतिम श्रंगार के समय उनके मुंह में सोने का टुकड़ा डाला गया था.. ये कोई अनोखी बात नहीं... न ही ये किसी की इच्छा थी.. बल्कि ये हिंदुस्तान में अंतिम संस्कार के परंपरा का हिस्सा है...
हकीकत ये है कि तमिल परंपरा के मुताबिक भी जब भी कोई सुहागिन महिला मरती है तो उसकी पार्थिव देह को एक दुल्हन की तरह सजाया जाता है... इस दौरान मृतक के पार्थिव शरीर पर वो कपड़े और जेवर पहनाने का प्रचलन है जो उस महिला ने अपनी शादी में पहने थे.. इसे मृतक के सदा सुहागिन होने का प्रतीक माना जाता है।