‘वीरे दी वेडिंग’ में एक सीन के कारण आलोचनाएं झेलने पर स्वरा भास्कर ने दिया जवाब
इन दिनों अभिनेत्री स्वरा भास्कर को भी उनकी हाल ही में रिलीज हुई फिल्म ‘वीरे दी वेडिंग’ में एक सीन के कारण काफी ट्रोल किया जा रहा है। हालांकि उनका कहना है कि उन्हें इनसे कोई फर्क नहीं पड़ता।
मुंबई: फिल्मी सितारे अक्सर फैंस के बीच अपने काम को लेकर तारीफें बटोरते हैं, लेकिन कई बार इन हस्तियों को आलोचनाओं का भी शिकार होना पड़ता है। इन दिनों अभिनेत्री स्वरा भास्कर को भी उनकी हाल ही में रिलीज हुई फिल्म ‘वीरे दी वेडिंग’ में एक सीन के कारण काफी ट्रोल किया जा रहा है। हालांकि उनका कहना है कि उन्हें इनसे कोई फर्क नहीं पड़ता। स्वरा को इंडस्ट्री की सबसे अदाकाराओं में से एक माना जाता है। फिर चाहे आपत्तिजनक टिप्पणियों का सामना करने की बात हो या फिर दो अलग-अलग मंचों पर पाकिस्तान के बारे में विरोधाभासी बयान देकर ट्रोलिंग का शिकार बनने की बात हो, अभिनेत्री स्वरा भास्कर को इन सबसे कोई फर्क नहीं पड़ता और वह ट्रोलिंग से विचलित या परेशान नहीं होती हैं।
खुद को ट्रोल किए जाने के बारे में स्वरा ने कहा, "मैं उन लोगों की टिप्पणियों पर गौर नहीं करती जो संकीर्ण सोच वाले और पाखंडी हैं। मेरे पास मूर्खो पर टिप्पणियां करने के लिए समय भी नहीं है। फिलहाल मैं ऐसे लोगों को नजरअंदाज कर रही हूं और फिल्म 'वीरे दी वेडिंग' की सफलता की खुशी को बाकी टीम के साथ महसूस कर रही हूं।" उन्होंने कहा, "सोशल मीडिया पर काफी लोग मेरे लिए बोल रहे हैं और सच में उन सबका समर्थन देने के लिए शुक्रिया अदा करना चाहती हूं।" जहां तक फिल्म 'वीरे दी वेडिंग' में आपत्तिजनक दृश्यों पर ट्रोल होने का सवाल है, स्वरा ने कहा कि वह पहले भी पेड ट्रोलिंग (पैसे लेकर ट्रोल करना) का निशाना बन चुकी हैं और उन्हें इन सबकी आदत हो चुकी है।
पाकिस्तान पर अपने विरोधाभासी राय के बारे में स्वरा ने स्पष्ट करते हुए कहा, "मेरा मानना है कि सोशल मीडिया रेस्तरां, पार्क और सिनेमा हॉल की तरह एक वर्चुअल सार्वजनिक स्थान है। जैसे हम एक सभ्य स्तर के व्यवहार की उम्मीद करते हैं, उसी तरह हमें सोशल मीडिया पर सभ्य और शिष्ट तरीके से पेश आने पर जोर देना चाहिए। अगर हम किसी को सार्वजनिक स्थान पर गाली दिए जाते या अपमानित किए जाते देखते हैं तो क्या हम उसे इस तरह के हमलों से बचाने के लिए खड़े नहीं होते?" अभिनेत्री ने कहा कि हमें इसी तरह खड़े होकर सोशल मीडिया को असभ्य लोगों के हमलों से बचाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह ट्रोलिंग के साथ बहस और तर्क-वितर्क में शामिल हैं, ताकि कोई इस बहुमूल्य सार्वजनिक मंच का इस्तेमाल डराने-धमकाने के लिए न कर सके।