भंसाली पर हमले से गुस्साए सुशांत, लिया ये बड़ा फैसला
संजय लीला भंसाली के साथ ‘पद्मावती’ की शूटिंग के दौरान हुए हमले को लेकर पूरी फिल्म इंडस्ट्री में काफी गुस्सा है। अब अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने ट्विटर पर अपने नाम से उपनाम 'राजपूत' हटाकर निर्देशक संजय लीला भंसाली पर श्री राजपूत करणी सेना...
मुंबई: बॉलीवुड फिल्मकार संजय लीला भंसाली के साथ ‘पद्मावती’ की शूटिंग के दौरान हुए हमले को लेकर पूरी फिल्म इंडस्ट्री में काफी गुस्सा है। अब अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने ट्विटर पर अपने नाम से उपनाम 'राजपूत' हटाकर निर्देशक संजय लीला भंसाली पर श्री राजपूत करणी सेना द्वारा किए गए हमले का विरोध जताया है। रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण और शाहिद कपूर की मुख्य भूमिकाओं वाली ऐतिहासिक पृष्ठभूमि वाली फिल्म 'पद्मावती' की जयपुर में शूटिंग के दौरान शुक्रवार को भंसाली के साथ करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने मारपीट की थी और फिल्म के सेट पर तोड़फोड़ मचाई थी।
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जब सुशांत से पूछा गया कि उन्होंने ट्विटर पर अपने नाम से उपनाम क्यों हटाया तो उन्होंने कहा, "मैं यह दिखाना चाहता हूं कि इस उपनाम वाले सभी लोग इस तरह के दुर्भाग्यपूर्ण हरकत करने वाले नहीं होते। वे पूरी राजपूत समुदाय का प्रतिनिधित्व नहीं करते। अपने विचार रखने के अनेक तरीके होते हैं, लेकिन किसी भी चीज का जवाब हिंसा में नहीं हो सकता, वह भी इस तरह की छोटी-छोटी बातों में तो बिल्कुल नहीं।"
करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने भंसाली पर फिल्मांकन में ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाते हुए फिल्म के सेट पर हमला कर दिया, भंसाली के साथ मारपीट की, उनके बाल खींचे और उनके कपड़े फाड़ दिए।
उल्लेखनीय है कि फिल्म में पद्मावती और अलाउद्दीन खिलजी के बीच प्रेम संबंध दिखाया जा रहा है, जबकि पद्मावती ने खुद को खिलजी से बचाने के लिए हजारों अन्य महिलाओं के साथ जौहर (आग में कूदकर जान दे देना) कर लिया था। भंसाली पर हमले की देश के समस्त फिल्म जगत ने निंदा की है और कार्रवाई की मांग की है।
सुशांत ने ट्वीट किया, "हम तब तक यह सब भुगतते रहेंगे जब तक हम अपने उपनामों पर इतराते रहेंगे। अगर आपमें साहस है तो अपने प्रथम नाम को अपनी पहचान बनाइए।" सुशांत ने रविवार को ट्वीट किया, "मानवता से बड़ा कोई धर्म या जाति नहीं है। प्रेम और संवेदना हमें मनुष्य बनाती है। दूसरा कोई भी विभाजन स्वार्थ को साधने के लिए होता है।"
एक ट्विटर उपयोगकर्ता ने जब सुशांत से पूछा, "जब आप धर्म में विश्वास नहीं करते तो अपना नाम क्यों नहीं बदल लेते? हिंदू नाम सुशांत क्यों रख रखा है?? इसे भी हटाइए।" सुशांत ने इसके जवाब में लिखा, "मैंने अपना उपनाम बदला नहीं है, मूर्ख। अगर साहस की बात है तो संभवत: मैं तुमसे 10 गुना बड़ा राजपूत हूं। मैं कायरतापूर्ण काम के खिलाफ हूं।"