सुशांत सिंह राजपूत ड्रग केस: NCB ने सिद्धार्थ पिठानी को किया गिरफ्तार
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने अभिनेता के एक्स-फ्लैटमेट सिद्धार्थ पिठानी को गिरफ्तार किया है। उसकी गिरफ्तारी हैदराबाद में हुई है।
स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) ने बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पिछले साल हुई मौत से जुड़े ड्रग्स मामले में अभिनेता के साथ उनके फ्लैट में रहने वाले सिद्धार्थ पिठानी को गिरफ्तार किया है। एनसीबी के एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि पिठानी को हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया और तेलंगाना की राजधानी में एक अदालत से उसे ट्रांजिट वारंट प्राप्त करने के बाद मुंबई लाया गया। अभियोजन पक्ष के एक वकील ने बताया कि बाद में, उसे मुंबई की अदालत के सामने पेश किया गया जिसने उसे एक जून तक एनसीबी की हिरासत में भेज दिया।
पिठानी राजपूत का दोस्त था और मुंबई की उपनगरी बांद्रा स्थित दिवंगत अभिनेता के मकान में उनके साथ रह रहा था। राजपूत (34) 14 जून, 2020 को अपने बांद्रा स्थित अपार्टमेंट में मृत मिले थे। अधिकारी ने बताया कि ड्रग मामले में पिठानी की कथित भूमिका अभिनेता की मौत के बाद उभरी थी, जो एनसीबी की जांच के दौरान सामने आई और इसलिए उसे गिरफ्तार किया गया है।
क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े के नेतृत्व में एनसीबी की एक टीम ने पिठानी की तलाश शुरू की थी और उसके हैदराबाद में होने की जानकारी मिली थी। नशीले पदार्थों के संबंध में कानून लागू करने वाली शीर्ष एजेंसी ने कहा, “बाद की कार्रवाई में, एनसीबी की मुंबई टीम ने फरार आरोपियों में से एक को 26 मई को हैदराबाद से गिरफ्तार किया।”
एजेंसी ने कहा कि उसे स्वापक औषधि एवं मन:प्रभावी पदार्थ अधिनियम (एनडीपीएस कानून) के तहत गिरफ्तार किया गया और एक स्थानीय अदालत में पेश किया गया। अदालत ने एनसीबी को उसकी ‘ट्रांजिट रिमांड’ दे दी। अदालत ने एनसीबी को उसे मुंबई ले जाने की अनुमति दी। वरिष्ठ लोक अभियोजक अद्वेत सेठना ने कहा कि पिठानी को यहां मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत के समक्ष पेश किया गया, जिसने उसे एक जून तक एनसीबी की हिरासत में भेज दिया।
एनसीबी की रिमांड अर्जी में कहा गया है कि गिरफ्तार किए गए अन्य आरोपियों ने भी पिठानी के चरस और गांजा जैसे प्रतिबंधित पदार्थों की खरीद में संलिप्तता का खुलासा किया था। उसने अदालत को बताया कि राजपूत के अलावा, वह सैमुअल मिरांडा, दीपेश सावंत और शौविक और रिया चक्रवर्ती के सीधे संपर्क में था, इसलिए अन्य आरोपियों के साथ उसकी ‘‘भूमिका और गठजोड़’’ की और जांच की जरूरत थी। पिठानी 2017 में एक ग्राफिक डिजाइन एजेंसी में क्रिएटिव डायरेक्टर के तौर पर काम करता था। वह अप्रैल 2019 से राजपूत के साथ रह रहा था और उनकी परियोजना ‘ड्रीम्स 150’ पर काम कर रहा था।