लोगों को आश्चर्यचकित करना पसंद है : शाहिद कपूर
वर्ष 2003 में 'इश्क विश्क' से बॉलीवुड में पदार्पण करने वाले शाहिद ने 'जब वी मेट', 'कमीने', 'हैदर', 'उड़ता पंजाब', 'पद्मावत', 'बत्ती गुल मीटर चालू' जैसी बिल्कुल अलग फिल्में कर अपनी प्रतिभा साबित की है।
मुंबई: चाहे हैदर मीर हो, टॉमी सिंह हो, महाराजा रावल रतन सिंह हो या आगामी फिल्म में बॉक्सिंग हीरो डिंग्को सिंह का किरदार, अभिनेता शाहिद कपूर का कहना है कि वे दर्शकों को ऐसे काम से आश्चर्यचकित करना पसंद करते हैं, दर्शक जिसकी उम्मीद शाहिद से नहीं करते हैं।
वर्ष 2003 में 'इश्क विश्क' से बॉलीवुड में पदार्पण करने वाले शाहिद ने 'जब वी मेट', 'कमीने', 'हैदर', 'उड़ता पंजाब', 'पद्मावत', 'बत्ती गुल मीटर चालू' जैसी बिल्कुल अलग फिल्में कर अपनी प्रतिभा साबित की है। उनकी हालिया फिल्म की औपचारिक घोषणा होने वाली है जिसमें वे डिंग्को सिंह का किरदार निभाएंगे।
एक छवि तोड़कर दूसरी छवि बनाने के सवाल पर शहिद ने आईएएनएस को बताया, "रचनात्मक व्यक्ति लोगों को आश्चर्यचकित करना चाहते हैं। इसलिए, लोग आपसे कुछ भी कहें, आप आगे बढ़ते हुए मानदंडों को तोड़कर कुछ अलग करें। मुझे लगता है यही आपकी रचनात्मकता को बाहर लाएगा और बदलाव लाएगा। इसलिए मैं हमेशा यही करना पसंद करता हूं।"
उन्होंने कहा, "मुझे यह पसंद नहीं कि कोई मुझे यह बताए कि मैं क्या कर सकता हूं। मुझे अप्रत्याशित काम कर लोगों को आश्चर्यचकित करना पसंद है। यही मुझे कलाकार बनाता है।" यथार्थवादी फिल्मों पर शाहिद ने कहा, "यह बहुत अच्छी बात है। यह हमारे समाज का आइना है और यह तथ्य है कि लोग उन कहानियों पर बात करना चाहते हैं जो उनके बारे में हैं।"
शाहिद (37) ने कहा, "एक समय था जब मैं ऐसी फिल्मों का हिस्सा था जिनसे मैं जुड़ नहीं सका था।" उन्होंने कहा, "यह देखना सुखद है कि अच्छी कहानियों को स्वीकार किया जा रहा है। वास्तविक मुद्दों और लोगों पर आधारित फिल्में की जा रही हैं।" उन्होंने कहा, "इसलिए ऐसी फिल्मों में मुझे जो भी मौका मिल रहा हैं, मैं दोनों हाथों से उसे हथिया रहा हूं।"
अपनी नई फिल्म 'बत्ती गुल मीटर चालू' के बारे में उन्होंने कहा, "यह बहुत मनोरंजक फिल्म है. इसमें हंसी मजाक है, प्रेम कहानी है, यह दोस्ती और पारिवारिक कहानी पर आधारित है लेकिन साथ ही यह ऐसी बात भी करती है जो वास्तविक, प्रासंगिक और महत्वपूर्ण है।"
शाहिद पिछले सप्ताह 'लक्मे फैशन वीक विंटर फेस्टिव 2018' में फैशन डिजायनर अमित अग्रवाल के लिए वाक कर चुके हैं। आजकल फिल्में बना रहे फिल्मकारों की कथावस्तु से वे खुश हैं।
उन्होंने कहा, "फिल्म निर्माता और लेखक जिस प्रकार से कथा वस्तु बनाना सीख रहे हैं, वह शानदार है। आप दर्शकों को हर चीज का मिश्रण देते हैं। यह एक अच्छा संतुलन होता है।"