नई दिल्ली: बॉलीवुड के बादशाह कहे जाने वाले शाहरुख खान बुधवार को अपना 51वां जन्मदिन मना रहे हैं। शाहरुख खान,एक नाम जो अपने लक्ष्य को लेकर हमेशा फोकस रहा, दूसरों से कुछ ज्यादा बेहतर करने की तमन्ना का नाम है शाहरुख। आज लोग शाहरुख खान को किंग खान और बादशाह के नाम से जानते हैं, या यूं कहें कि बॉलीवुड में राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन के बाद अगर कोई रियल सुपरस्टार कहे जाने योग्य है तो उसके लिए शाहरुख खान का नाम पूरी तरह फिट माना जा सकता है। आमिर और सलमान ने शाहरुख को टक्कर जरूर दी है लेकिन शाहरुख का बड़े परदे पर उदय कुछ इस अंदाज में हुआ जैसे एक-एक फूल चुनकर कोई माला बुनी गई हो। एक नॉन फिल्मी घराने से होने के बावजूद सफलता की ऐसी धमक राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन के बाद शाहरुख खान ने ही देखी है।
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दरअसल बादशाह शाहरुख खान की जिंदगी में उनकी मां का सबसे अधिक योगदान है जिनके बारे में कहा जाता है कि वह एक मजबूत इरादों वाली, सकारात्मक सोच वाली महिला थी और उन्होंने अपने बेटे में भी यहीं गुण विकसित किया। मां के बाद गुरु का स्थान सबसे खास होता है, शाहरुख की लाइफ में ब्रदर डिसूजा एक ऐसे शिक्षक रहे जिनका प्रभाव शाहरुख पर सबसे अधिक पड़ा। एक बार ब्रदर डिसूजा ने शाहरुख खान से पूछा था कि तुम क्या करना चाहते हो, तो उस वक्त किंग खान ने कहा था कि मैं बॉलीवुड जाना चाहता हूं, एक्टर बनना चाहता हूं, लेकिन ब्रदर डिसूजा को तब उनकी इस बात पर उतना भरोसा नहीं हुआ था, लेकिन यह बात उन्होंने शाहरुख खान की मां को बताई थी और उनके पूछा था कि आपको क्या लगता है क्या वह ऐसा कर सकेगा?
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